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    40वीं अखिल भारतीय अश्वारोही चैंपियनशिप और च्वसपबम डवनदजमक कनजल डममज 2021-22 (पंचकूला)

    Publish Date: मार्च 31, 2022

    1. श्री संजय अरोड़ा जी, DG, ITBP
    2. श्री आर.के पचनंदा जी, चेयरमैन
    3. श्री कृष्णमूर्ति जी,
    4. श्री रामाकृष्णन जी,
    5. श्री बी.के दूबे जी,
    6. श्री मनोज सिंह रावत जी, ADG, ITBP
    7. श्री ईश्वर सिंह दूहन जी, महानिदेशक,B.T.C.] ITBP] , भानु, पंचकूला
    8. श्री एस.के. शर्मा जी, IG, ITBP
    उपस्थित भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, आल इण्डिया पुलिस स्पोर्टस कंट्रोल बोर्ड के प्रतिनिधि, विभिन्न राज्यों की पुलिस के पदाधिकारीगण, सभी जवान, भाईयों-बहनों, पत्रकार एवं छायाकार बन्धुओं –
    आज मैं पंचकूला की पावन धरती पर आयोजित 40वें अखिल भारतीय अश्वारोही चैंपियनशिप और Police Mounted duty Meet 2021&22 के इस आयोजन में पहुंचकर बहुत की गर्व महसूस कर रहा हूं।
    सबसे पहले मैं देश भर से आये ITBP, के जवानों और घुड़सवारों व विभिन्न राज्यों की पुलिस के पदाधिकारीगण का हरियाणा में स्वागत करता हूं और इस चैंपियनशिप और Police Mounted duty Meet की सफलता की कामना करते हुए आप सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देता हूं।
    देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का गौरवशाली इतिहास रहा है। जब-जब भी देश की सुरक्षा की बात आई है, तो ITBP के जवानों ने अपना बलिदान देकर देश की सीमाओं की रक्षा की है।
    देश की आंतरिक सुरक्षा के मामलों में तो भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने सदैव अग्रिम मोर्चे पर रहकर काम किया है। देश में कहीं भी प्राकृतिक आपदा, आतंकवाद, नक्सलवाद व अन्य प्रकार की चुनौतियों से पार पाने के लिए या देश की आंतरिक सुरक्षा मजबूत बनाने तथा अन्य कानून व्यवस्था के मामलों में ITBP ने हमेशा हर चुनौती का मुकाबला किया है।
    चौबीस अक्टूबर, उन्नीस सो बासठ को अपनी स्थापना के बाद से ही ITBP को समय-समय पर सीमा सुरक्षा, उग्रवाद विरोधी और आंतरिक सुरक्षा सम्बन्धी बड़ी जिम्मेवारी सौंपी गई। जवानों ने इस जिम्मेवारी को बखुबी निभाकर देश का गौरव बढ़ाया है।
    इस भूमिका के लिए मैं, ITBP के नम्बे हजार अधिकारी और जवानों के साहस की सराहना करता हूँ।
    ITBP ने देश की सुरक्षा में जहां महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है वहीं खेल के क्षेत्र में भी अन्तराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में देश और अपने बल का नाम रोशन किया है।
    अखिल भारतीय अश्वारोही चैंपियनशिप में आज अठारह (18)टीमों में छः सो (600) से भी अधिक प्रतियोगी और घुड़सवार भाग ले रहें है। इसके साथ-साथ ITBP के तीन सो (300) के लगभग घोड़े इस प्रतियोगिता में शामिल है।
    कोरोना के चलते पिछले दो वर्ष से यह प्रतियोगिता आयोजित नहीं हो पाई थी लेकिन लम्बे अन्तराल के बाद आज इस आयोजन में जवानों का साहस व होसला देखते ही बन रहा है।
    अर्न्तराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में ITBP ने बड़े नामी खिलाड़ी दिए हैं। ITBP के सबसे बड़े ट्रेनिंग सैन्टर में जहां जवानों को सामरिक प्रशिक्षण दिया जाता है वहीं विश्वस्तरीय खेल प्रशिक्षण की सुविधाएं भी हैं।
    मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई है कि इस प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा शीघ्र ही आम जन-मानस व युवाओं के लिए खेल प्रशिक्षण की सुविधाएं ओपन की जा रहीं है। इससे स्कूल, कालेजों में पढ़ने वाले युवा भी अश्वारोही तीरदंाजी, वॉलीबाल व अन्य खेलों का प्रशिक्षण ले पाएंगें।
    प्रधानमं़ं़त्री श्री नरेन्द्र जी के नेतृत्व में भारतीय सेनाओं और अर्धसैनिक बलों का मजबूतीकरण हुआ है। सभी सेनाओं के जवान आज किसी भी दुश्मन देश का मुकाबला करने के लिए हिम्मत और साहस से लबालब हैं। सभी सेनाओं और सैनिक बलों के पास आधुनिक हथियार और सामरिक सुविधाएं है।
    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने भारतीय सेना को अति आधुनिक Rafale Fighter Jet, S&400 Missile Defence System, Brahmos Missile उपलब्ध करवाया है। इसके साथ-साथ बहुत ही आधुनिक Hyperesonic Missile भी विकसित होने की बहुत ही Advance स्टेज में है। इतना ही नहीं Cyber Defence Agency का निर्माण कर मिलिट्री के Cyber Infrastructure को मजबूत किया है।
    केन्द्र सरकार ने ITBP के जवानों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए Centre Benevolent Fund की स्थापना की है, जिसके तहत विभिन्न ऑपरेशन कार्यों के दौरान वीरगति प्राप्त होने जवानों के परिवारों को चालीस लाख रूपये की सहायता रिलीफ फंड के रूप में मुहैया करवाई जाती है। इसी तरह से ITBP के जवान व उनके परिवारों को आयुषमान भारत योजना में शामिल किया गया है। इस योजना के तहत सभी परिवारों को मुफ्त ईलाज की सुविधा उपलब्ध है।
    हरियाणा सरकार भी सैनिकों व उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। वीरगति को प्राप्त होने वाले सैनिकों व अर्द्ध-सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली एक्स-ग्रेशिया ग्रांट बीस लाख रुपये से बढ़ाकर पचास लाख रुपये की गई है।
    केन्द्र सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय युवा नीति व खेल नीति शुरू की है। केन्द्र सरकार ने वर्ष 2022-23 के बजट में द्वारा अकेले खेलो इंडिया के लिए एक हजार करोड़ रूपये से भी अधिक का प्रावधान किया गया है।
    भाईयों और बहनों!
    इसी तर्ज पर हरियाणा सरकार ने भी नई युवा नीति बनाई है।
    सभी प्रदेशवासी बधाई के पात्र हैं कि हरियाणा देश की जनसंख्या का मात्र दो प्रतिशत होते हुए भी खेलों का हब बना है और भारत का नाम रोशन किया।
    हरियाणा सरकार की खेल नीति खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिये अधिकतम नकद पुरस्कार तथा नौकरी में आरक्षण इत्यादि सुविधाओं के कारण पूरे देश में उत्तम है।
    प्रदेश की खेल नीति के तहत ओलंपिक और पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को छः करोड़, रज़त पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को चार करोड़ रूपए और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को अढ़ाई करोड़ रूपए की राशि दी जा रही है।
    आज भारत-तिब्बत सीमा पुलिस व विभिन्न राज्यों की पुलिस की दक्षता बढ़ाने व बेहतर समन्वय करने के उद्देश्य से Police Mounted duty Meet 2021-22 का भी आयोजन किया है।
    इस मीट के दौरान सभी पुलिस बलों के जवान एक दूसरे की कौशलताओं से पारंगत होंगे। मुझे विश्वास है कि सभी पुलिस बलों के जवान नई तकनीक सीखने को मिलेगी जो देश व प्रदेश की सुरक्षा में एक मील का पत्थर साबित होगी।
    मैं एक बार फिर आप सभी को इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते हुए आप सभी का धन्यवाद करता हूँ।
    जय हिन्द!