हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् द्वारा आयोजित ’महिला सशक्तिकरण-स्वस्थ परिवार’ समारोह, पंचकुला
श्रीमती मित्रा घोष जी, माननीया उपाध्यक्षा, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद
श्रीमती सुमन सैनी जी, माननीया उपाध्यक्षा, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद
श्रीमती सुषमा गुप्ता जी, मानद महासचिव, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद
श्री दुष्मंत कुमार बेहेरा जी, मेरे सचिव
श्री ज्ञानचंद गुप्ता जी, पूर्व स्पीकर, हरियाणा विधानसभा
श्री सतपाल शर्मा जी, उपायुक्त, पंचकुला
श्री अजय मितल जी, भाजपा जिला अध्यक्ष, पंचकुला
कार्यक्रम में उपस्थित बाल कल्याण परिषद् के पदाधिकारिगण, कर्मचारिगण, सभी अतिथिगण, बहनो-भाईओं, प्रिय बच्चों व मीडिया के बंधुओं !
आज मुझे हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् द्वारा आयोजित इस समारोह में आप सबके बीच आकर बेहद खुशी की अनुभूती हो रही है। मैं परिषद् की उपाध्यक्षा श्रीमती सुमन सैनी जी और सभी आयोजको को इस भव्य आयोजन के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान करता हूं।
मुझे बताया गया है कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् वर्ष उन्नीस सौ इकहतर से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अनुकरणीय कार्य कर रहा है। यह अत्यंत सराहनीय है कि परिषद् बाल भवनों, लघु बाल भवनों, बाल गृहों, और विभिन्न कार्यक्रमों जैसे दत्तक ग्रहण, स्पेशल एडॉप्शन, कोचिंग कक्षाएं, नशा मुक्ति केंद्र और ओपन शेल्टर होम के माध्यम से लगभग एक लाख पचीस हजार बच्चों, युवाओं और युवतियों को प्रतिवर्ष लाभान्वित कर रही है।
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् का अध्यक्ष होने के नाते यह मेरे लिए गर्व का विषय है कि परिषद् द्वारा कुल सात सौ चार बच्चों को दत्तक ग्रहण के माध्यम से नया जीवन और परिवार प्रदान किया गया है। जिसमें पांच सौ अठाईस बच्चे देश में और एक सौ छिहतर बच्चे विदेशों में गोद दिए जा चुके है। यह कार्य समाज के प्रति परिषद् की संवेदनशीलता और समर्पण को दर्शाता है। इस महान उपलब्धि के लिए मैं परिषद् को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान करता हूं।
यह मेरा सौभाग्य है कि आज मैं आप सभी के बीच ’महिला सशक्तिकरण एवं स्वस्थ परिवार’ जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार साझा कर रहा हूँ। हमारा समाज सदियों से महिलाओं की भूमिका को परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण में सम्मान देता आया है। लेकिन आज समय की माँग है कि हम इस सम्मान को केवल शब्दों तक सीमित न रखें, बल्कि उसे वास्तविकता में बदलें।
महिला सशक्तिकरण इसलिए आवश्यक है कि महिलाओं को वह अधिकार और अवसर देना, जो उन्हें आत्मनिर्भर, सुरक्षित और समाज में समान भागीदारी वाला बनाए। महिला सशक्तिकरण और स्वस्थ परिवार एक-दूसरे के पूरक हैं। जहाँ महिला सशक्त होती है, वहाँ परिवार स्वाभाविक रूप से अधिक जागरुक, शिक्षित और संगठित होता है और जहाँ परिवार स्वस्थ होता है, वहाँ महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं।
मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हरियाणा के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी जी के नेतृत्व में प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों छू रहा है। हरियाणा सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, महिला सुरक्षा और आत्मनिर्भर नारी जैसी अनेक योजनाएँ चलाई हैं, जिनका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है।
मैं आप सभी से आह्वान करता हूँ कि हम मिलकर एक ऐसे हरियाणा का निर्माण करें, जहाँ हर बेटी को सपने देखने और उन्हें पूरा करने का अधिकार मिले। जहाँ हर परिवार स्वस्थ, शिक्षित और सशक्त हो। यही हमारा कर्तव्य है, यही हमारा भविष्य है।
धन्यवाद।
जय हिन्द!