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    हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद, हरियाणा दिवस समारोह, सोनीपत

    Publish Date: नवम्बर 1, 2022

    आदरणीय श्री रमेश कौशिक जी, सांसद, सोनीपत
    श्री अतुल द्विवेदी जी, सचिव, राज्यपाल
    श्रीमती रंजीता मेहता जी, महासचिव, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद
    श्री मोहन लाल बड़ौली जी, विधायक, सोनीपत
    श्रीमती निर्मल चैधरी जी, विधायक, गन्नौर
    प्रो0 राजेन्द्र कुमार अनायत जी, कुलपति, दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
    श्री मती कविता जैन जी, पूर्व मंत्री हरियाणा सरकार
    श्री ललित सिवाच जी, उपायुक्त, सोनीपत
    श्री ललित बत्रा जी, पूर्व विधायक
    श्रीमती सुमित्रा चैहान, प्रदेश अध्यक्षा, भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा
    उपस्थित अधिकारीगण, अतिथिगण, महानुभाव, प्यारे बच्चों, मीडिया के बंधुओ!

    आज मुझे हरियाणा दिवस के उपलक्ष में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा सोनीपत में आयोजित इस राज्यस्तरीय समारोह में उपस्थित होकर और आप सभी महानुभावों से मिलकर अत्यन्त हर्ष का अनुभव हो रहा है।
    छप्पनवें हरियाणा दिवस के इस पावन अवसर पर मैं हरियाणा प्रदेश के बहादुर व प्रगतिशील लोगों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। हरियाणा प्रदेश आज अपनी 56वां दिवस मना रहा है। इस प्रदेश को वैदिक संस्कृति के उद्गम स्थल के रूप में न केवल देश बल्कि विदेशों में भी जाना जाता है। यहीं ‘धर्मक्षेत्र कुरूक्षेत्र’ की पावन धरा पर सरस्वती के तट पर वेदों की रचना हुई। यहीं पर भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध में पूरे विश्व को गीता का संदेश दिया। हरि की भूमि हरियाणा से ही पूरे विश्व को महाभारत के युद्ध के माध्यम से असत्य पर सत्य की विजय का संदेश दिया गया।
    ¬वेदों और श्रीमद्भगवद्गीता को जन्म देने वाली इस पवित्र धरा पर हरियाणा प्रदेश का जन्म भारत के मानचित्र पर 1 नवम्बर 1966 को हुआ था। तब से लेकर प्रदेश ने प्रगति व जन कल्याण के क्षेत्रों में नित नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। हरियाणा दिवस के इस शुभ अवसर पर आइए हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम हरियाणा को एक प्रगतिशील व समृद्ध राज्य बनाने का हर प्रयास करेंगे और सभी क्षेत्रों में इसे देश में नम्बर एक राज्य बनाएंगे।
    ये तभी संभव है जब हम देश की भावी पीढ़ी का सम्पूर्ण एंव सर्वांगीण विकास कर पाएं। हरियाणा में बच्चों व महिला विकास के लिए इस वर्ष दो हजार उन्नीस करोड़ चैबीस लाख (2019.24) करोड़ रूपए का बजट में प्रावधान किया गया है, जो पिछले वर्ष से 500 करोड़ रूपए ज्यादा है। बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, बच्चों की देखरेख के लिए वित्तिय सहायता, बच्चों की गैर-संस्थागत देखरेख के लिए वित्तीय सहायता, अनाथ किशोरियों की देखरेख के लिए वित्तिय सहायता, 8वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए टेबलेट व हरिहर नीति बेहद कारगर सिद्ध हुई है।
    आज यह आयोजन हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित कर देश की भावी पीढ़ी के नाम किया है। बच्चों ने इस कार्यक्रम में हरियाणवी संस्कृति की छटा बिखेरी और हम सभी हरियाणवी संस्कृति से रू-ब-रू हुए हैं। परिषद बच्चों के कल्याण के लिए कई प्रकार की योजनाएं व कार्यक्रम चला रही हैं। इसके साथ-साथ हरियाणा सरकार ने भी बच्चों के विकास के लिए शिक्षा, खेल और अन्य क्षेत्रों में प्रतिभा निखारने के लिए बहुत से महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, जिनका लाभ बच्चों को मिला है।
    हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद हरियाणा दिवस के अवसर पर एक नवम्बर से सात नवम्बर तक राज्य स्तरीय बाल प्रतियोगिताएं भी आयोजित करने जा रही है। जिला स्तर और संभाग स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेता प्रतियोगिता में भाग ले पाएगें। राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के विजेताओं को विश्व बाल दिवस-2022 के अवसर पर आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय बाल दिवस समारोह में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे।
    मुझे खुशी है कि छप्पन (56) वर्ष की अवधि में ही हरियाणा प्रदेश को अनेक कीर्तिमानों के प्रदेश के रूप में जाना जाने लगा है। राज्य ने प्रत्येक क्षेत्र में विशेषकर कृषि, शिक्षा, उद्योग, सड़क, स्वास्थ्य, सेवा, सुशासन, सूचना प्रौद्यौगिकी, पर्यटन, जल आपूर्ति एवं स्वच्छता और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है। इसी दौरान राज्य ने अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी बड़े यत्न से संजोये रखा है। खेलों में तो हमारे खिलाड़ियों ने अपनी उपलब्धियों से प्रदेश का ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम संसार में रोशन किया है।
    राज्य की प्रगति के लिए हरियाणा के किसान विशेष बधाई के पात्र हैं कि उनके अथक परिश्रम के फलस्वरूप इस कृषि प्रधान राज्य को गेहूं व अन्य खाद्यानों के उत्पादन में शानदार प्रदर्शन के लिए कृषि के क्षेत्र में कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। आज प्रदेश न केवल आत्मनिर्भर है बल्कि देश के कई राज्यों के सहित अन्य देशो में खाद्यानों का निर्यात कर रहा है।
    भाईयों-बहनों!
    देश की आजादी के अमृत काल में हरियाणा दिवस के अवसर पर मैं देश और प्रदेश के सभी वीर शहीदों को नमन करता हूॅ और श्रद्धांजलि देता हूॅ जिन्होंने सर्वस्व न्योच्छावर कर देश को आजादी दिलाई। हरियाणा दिवस के अवसर पर आज ही राष्ट्रीय युद्व स्मारक दिल्ली में पहुॅचकर शहीदों को नमन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। मैं आज बहुत ही गर्व महसूस कर रहा हूं। राज्यों के स्थापना दिवसों और विशेष दिवसों पर देश के शहीदों को याद करना हर भारतीय का कर्तव्य है।
    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश की भावी पीढ़ी के सर्वांगीण भविष्य को देखते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 तैयार की है। इसलिए यह एक युग प्रवर्तक नीति है। इसे युवाओं की आधुनिक वैश्विक मांग को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। मेरा मानना है कि आगामी 2030 तक यह शिक्षा नीति प्रौद्योगिकी क्षेत्र में रोजगार के नए द्वार खोलेगी। इस शिक्षा नीति में बच्चों में शुरू से ही उनकी रूचि अनुसार शिक्षा प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। विशेष रूप से यह नीति बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के साथ उनकी छिपी प्रतिभा को पटल पर लाने मेें मददगार साबित होगी।
    आज हरियाणा देश के सर्वाधिक प्रगतिशील एवं समृद्ध राज्यों में से एक है। मैं इसके लिए राज्य के मेहनती लोगों विशेषकर कर्मठ किसानों, योग्य अधिकारियों, कर्मचारियों, कारीगरों और परिश्रमी मजदूरों को बधाई देता हूं। एक बार फिर राज्य के लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए मैं उम्मीद करता हूं कि आप हरियाणा को सही अर्थाें में कल्याणकारी राज्य बनाने में पूरा योगदान करेंगे।

    जय हिन्द!