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    संस्कारम सिनीयर सकैंडरी स्कूल, चरखी दादरी

    Publish Date: अप्रैल 25, 2023

    श्री ओ.पी धनखड़ जी, हरियाणा भाजपा अध्यक्ष
    श्री कंवर पाल गुज्जर जी, शिक्षा मंत्री, हरियाणा
    श्री महंत बालक नाथ जी, मठाधीश मस्तनाथ मठ,
    श्री महिपाल यादव जी, चेयरमैन, संस्कारम स्कूल
    श्री विरेन्दर फौगाट जी, निदेशक, संस्कारम स्कूल
    उपस्थित अधिकारीगण, गणमान्य व्यक्तिगण, देवियांे-सज्जनों पत्रकार एवं छायाकार बन्धुओं।
    मैं संस्कारम सीनियर सकैंडरी स्कूल के नए भवन के शिलान्यास समारोह में शामिल होकर बहुत खुशी का अनुभव कर रहा हूं। सर्वप्रथम मैं स्कूल परिवार को बधाई देता हूं और स्कूल के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ। 
    संस्कारम समूह ने दो हजार पंद्रह में संस्कारम पब्लिक स्कूल की स्थापना की, तब इसमें तीन सौ पच्चीस विद्यार्थी थे, जबकि आज सात हजार एक सौ पच्चीस विद्यार्थियों लगभग एक हजार अध्यापकों, पांच कालेजों, तीन स्कूलों और एक अस्पताल के रूप में यह संस्था खूब प्रगति कर रही है। मैं संस्था के इस विस्तार की सराहना करता हूं।
    क्षेत्र के ग्रामीण बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रदान करने के लिए फरवरी दो हजार बीस में खेडी तालुका, पटौदा में संस्कारम अंतर्राष्ट्रीय स्कूल की स्थापना की जा चुकी है। इस स्कूल में नेपाल, बिहार, दिल्ली, राजस्थान के बच्चों को भी शिक्षा प्रदान की जा रही है।

    वर्ष दो हजार बाईस से इस ग्रामीण क्षेत्र में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए, Sanskaram College of Veterinary & Animal Science की भी स्थापना की गई है। जैसा कि सभी को विदित है कि हरियाणा दुग्ध उत्पादन में देश में दूसरे स्थान पर आता है और यहां कि मुर्राह नस्ल की भैंस दूध देने में विश्व भर में प्रसिद्ध है। इस नस्ल के और अधिक प्रसार के लिए आई.वी.एफ सैंटर भी संस्कारम VLDA कालेज द्वारा स्थापित किए गए हैं।
    संस्कारम संस्था को सताईस जनवरी को ब्रिटिश संसद में Global Inspiration Award से भी सम्मानित किया जा चुका है। संस्था को Times of India Survey-2022 में प्रथम रैंक से भी सम्मानित किया जा चुका है।

    प्रिय विद्यार्थियों!
    भारत के शिक्षा तंत्र की लंबे समय से यह कहकर आलोचना की जाती रही है कि वह तोता रटंत प्रणाली का पालन करता है। उसका पाठ्यक्रम Outdated है और उसमें शोध व नवाचार के ज्यादा अवसर नहीं हैं। इस पृष्ठभूमि में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एक स्वागत योग्य कदम है। इस नई शिक्षा नीति से पुराने तंत्र वाले लार्ड मैकाले की क्लर्क पैदा करने वाली प्रणाली को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया जाएगा।
    नई शिक्षा नीति-2020 का ध्यान इस पर केन्द्रित है कि विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को इस तरह से प्रशिक्षण दें कि उनके रोजगार पाने की सम्भावनाओं में वृ़िद्ध हो। साथ ही भारतीय भाषाओं को भी महत्व दिया जाए। मौजूदा परिदृश्य में नई शिक्षा नीति महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। इस में शिक्षा प्रणाली को पुनर्गठित किया गया है। इस के लिए मौजूदा पाठ्यक्रमों में बदलाव करते हुए परम्परागत नीतियों को बदलते हुए विद्यार्थियों में Critical Thinking और समस्याओं को सुलझाने वाले कौशल का विकास करना शामिल है।
    हरियाणा सरकार मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में स्कूलों की शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए विशेष प्रयत्न कर रही है। इसके तहत स्कूलों में सूचना प्रौद्योगिकी के विकास के लिए पंचकूला में ‘विद्या समीक्षा केन्द्र‘ व गुरूग्राम में आनलाईन शिक्षा पाठ्यक्रम हेतू एस.सी.ई.आर.टी, गुरूग्राम में एक सूचना प्रौद्योगिकी स्थापित की जा रही है। सरकारी स्कूलों में डयूल डैस्क उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इसी शैक्षणिक स्तर से कक्षा छटी से आठवीं तक कौशल शिक्षा शुरू की जा रही है।
    यहां में सभी सरकारी व निजी स्कूल संचालकों से आग्रह करना चाहूंगा कि प्रत्येक विद्यार्थी में जन्मजात प्रतिभाएं होती हैं, जिन्हें खोजा जाना चाहिए, उनका पोषण करना चाहिए, उन्हें बढ़ावा देना चाहिए और उनका विकास करना चाहिए। ये प्रतिभाएं अलग-अलग रूचियों, प्रस्तावों और क्षमताओं के रूप में खुद को व्यक्त कर सकती है। जो छात्र किसी दिए गए दायरे में विशेष रूचि और क्षमताओं को दिखाते हैं, उन्हें उस दायरे को सामान्य स्कूली पाठ्यक्रम से परे भी अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। शिक्षकों की शिक्षा में विद्यार्थियों की प्रतिभाओं और रूचियों की पहचान और इन्हें बढ़ावा देने के तरीके शामिल करने होंगे।
    अंत में, मैं संस्कारम सीनियर सकैंडरी स्कूल के सभी विद्यार्थियों को आशीर्वाद देता हूं कि वे अपने जीवन में निरंतर प्रगति करें। मुझे पूरी आशा है कि यह स्कूल आने वाले समय में शिक्षा का एक महान केन्द्र बनकर उभरेगा और छात्रों को जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाऐगा और उसको एक अच्छा इंसान, एक अच्छा नागरिक बनाएगा।
    जय हिन्द!