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    श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की बैठक

    Publish Date: अगस्त 31, 2021

    सबसे पहले मैं आज की इस बैठक में हरियाणा के कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री श्री मूलचन्द शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आर.एस. वुन्डरू जी, प्रधान सचिव श्री विजेन्द्र कुमार जी, विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू जी, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के महानिदेशक श्री विकास गुप्ता जी व अन्य अधिकारीगण का राजभवन प्रांगण में हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन करता हूँ।
    जैसा कि विदित है कौशल विकास आज सरकार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय पर मंत्री जी, अधिकारीगण व विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ यह मेरी पहली बैठक है जिसका उद्देश्य आपसे परिचय व समन्वय स्थापित करना है तथा आप लोगों द्वारा किए गए कौशल विकास कार्यों की समीक्षा करना भी है।
    मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू करने पर आप सभी को बधाई देता हूँ। साथ ही साथ मुख्यमंत्री जी व हरियाणा सरकार को भी प्रदेश में सबसे पहले ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’’ की शुरूआत करने पर शुभकामनाएँ देता हूँ। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में कौशल विकास पर विशेष फोकस किया गया है। समय की मांग भी है कि युवा पीढ़ी को अपने रूचिकर क्षेत्र में कुशल कर आगे बढ़ने के अवसर प्रदान किए जाएं। इससे नए भारत का नव-निर्माण होगा और युवाओं को भविष्य स्वर्णिम करने मंे सहयोग मिलेगा।
    युवाओं को कौशलता में पारंगत करने के लिए सरकार के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों में वर्तमान की मांग के अनुसार नए रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू किए जाने हैं।
    केन्द्र स्तर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश में ‘‘स्किल इंडिया’’ का नारा दिया। इसलिए स्किल (कौशल) का विकास करने के लिए विद्यार्थियों के लिए नैशनल वोकेशनल एज्यूकेशनल क्वॉलिफिकेशन फ्रेमवर्क ;छंजपवदंस टवबंजपवदंस म्कनबंजपवदंस फनंसपपिबंजपवद थ्तंउमूवताद्ध योजना भी शुरू की गई है। हरियाणा सरकार के साथ-साथ प्रदेश के कौशल विकास व औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री बधाई के पात्र हैं कि इन्होंने इस कार्यक्रम को देश में सबसे पहले शुरू किया।
    आज देश में गुणवत्ता की शिक्षा और कौशल शिक्षा के लिए ढांचागत सुविधाओं के साथ प्रयाप्त मात्रा में मानव संसाधन उपलब्ध हैं। वर्तमान में देश में 32 करोड़ से भी ज्यादा छात्र हैं और 95 लाख से भी अधिक अध्यापक हैं। ऐसे में आौर भी सरल हो जाता है कि हम युवाओं को शिक्षण संस्थानों में ही कौशलता की सुविधा प्रदान करें।

    जैसा कि मुझे पता चला है विभाग द्वारा हरियाणा में तीन दर्जन से भी अधिक कॉलेजों में विद्यार्थियों के लिए ‘‘पहल योजना’’ शुरू की है। जिसके माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण देकर नौकरी के लिए तैयार किया जाऐगा। प्रदेश में हरियाण कौशल विकास मिशन भी शुरू किया गया है।
    हरियाणा की प्रदेश की जनता और भी भाग्यशाली है कि राज्य सरकार ने गुरूग्राम में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की है। यह देश में अपनी तरह का पहला विश्वविद्यालय है जहां छात्रों को कौशलता की शिक्षा देकर रोजगार के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके लिए मैं हरियाणा सरकार को बधाई देता हूँ।
    इन सभी संसाधनों का प्रयोग करते हुए हमें ज्यादा से ज्यादा युवाओं तक पहुंचना है और युवाओं को अपने रूचिकर क्षेत्रों में प्रशिक्षण देना है। यह कार्य तभी सम्भव है जब सरकार व शिक्षण संस्थाओं में बेहतर समन्वय होगा। इसी के लिए आज की यह बैठक आयोजित की गई है। मैं आप सभी लोगों से अपील करता हूँ कि आप बेहतर समन्वय के साथ आगे बढ़े निश्चित रूप से युवाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षित कर पाऐंगे।
    अंत में मैं एक बार फिर आप सभी का धन्यवाद करते हुए गुजारिश करूंगा कि स्किल इंडिया मूवमेंट में हम सब बढ़-चढ़ कर कार्य करेंगे ताकि भारत के भविष्य नई पीढ़ी का भविष्य स्वर्णिम हो।