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    शहीद अनुज राजपूत की मूर्ति स्थापना अनावरण

    Publish Date: अक्टूबर 18, 2022

    मेजर अनुज राजपूत की माता श्रीमती उषा जी
    मेजर अनुज राजपूत के पिता श्री कुलबंश सिंह जी
    आदरणीय जस्टिस अलका सरीन जी
    आदरणीय जस्टिस बाबा सिंह वालिया जी
    आदरणीय न्यायमूर्ति विकास बहली जी
    आदरणीय जस्टिस अनमोल रतन सिंह जी
    जस्टिस अजय तिवारी जी
    आदरणीय प्राचार्या श्रीमती कविता चटर्जी दास जी, सैंट जाॅन हाई स्कूल, चण्डीगढ़
    न्यायमूर्ति राजीव नारायण रैना जी (सेवानिवृत्त)
    न्यायमूर्ति महेश ग्रोवर जी (सेवानिवृत्त)
    ब्रिगेडियर एस एस भल्ला जी

    उपस्थित शिक्षकगण, महानुभाव, प्रिय छात्रों, भाइयों और बहनांे।
    शहीदों की चिताओं पर लगेगें हर बरस मेले।
    वतन पे मिटने वालों का बस यही निशां बाकी होगा।।

    आज मैं अपने आपको बहुत ही गौरान्वित महसुस कर रहा हूं कि मैं राष्ट्र की सेवा में शहीद हुए वीर जांबाज सैनिक अधिकारी मेजर अनुज राजपूत की मूर्ति स्थापना के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुआ हूँ। सबसे पहले मैं वीर जांबाज शहीद मेजर अनुज राजपुत को नमन करता हूँ।
    मैं मेजर अनुज राजपूत की माता श्रीमती उषा जी, पिता श्री कुलबंश सिंह जी और गुरूजनों, शिक्षकों का तहे दिल से सम्मान प्रकट करता हूॅ, जिन्होंने एक ऐसा वीर जवान तैयार किया जिसने देश के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी दी है।
    आज हमारा देश आजादी की 75वीं वर्षगाठ को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। ऐसे समय में देश में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों, वीर शहीदों को याद किया जा रहा है। सैन्ट जाॅन हाई स्कूल द्वारा यह आयोजन करना भी अपने आप में शहीदों के सम्मान में सराहनीय कार्य है। इसके लिए मैं स्कूल प्रशासन व पूरे स्कूल परिवार का धन्यवाद करता हूं।
    देश की स्वतंत्रता के लिए पूरा देश वीर शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों, बहादुर वीरों के प्रति नतमस्तक है। साथ ही उन परिवारों का भी ऋणी है जिन्होंने अपने सपूत देश के लिए कुर्बान कर दिए।
    भारत माता का सपूत और आपके स्कूल का छात्र मेजर अनुज राजपूत देश का एक होनहार अधिकारी था जिस पर आज पुरा राष्ट्र गर्व करता है।
    मेजर अनुज राजपूत गत वर्ष 21 सितम्बर को उधमपुर के पास चोपर कै्रस में शहीद हुए थे। मेजर अनुज राजपूत एक होनहार अधिकारी के साथ-साथ अच्छे खिलाड़ी भी थे। उन्होंने भारतीय सेना में कमिशन प्राप्त कर एविएशन कोर को चुना और एविएशन कोर के सफल पायलेट बने। शहीद मेजर अनुज राजपूत का चोपर कै्रश में चले जाना अत्यंत दुखदायी रहा। उनका जीवन देश को समर्पित है।
    उन्होंने देश के लिए बलिदान दिया है। उनका यह बलिदान युवाओं के लिए प्रेरणादायी है। उनकी यह शहादत युवाओं को भारतीय सेना में भर्ती होने व देश सेवा के लिए प्रेरित करती है। देश की रक्षा के लिए हरियाणा के वीर सैनिक कभी पीछे नहीं रहे हैं और मेजर अनुज ने भी वीरता का परिचय देते हुए देश के लिए शहादत दी है।
    आप सभी जानते हैं कि जो समाज एवं राष्ट्र अपने शहीदों का सम्मान करता है और सदैव उनके सिद्धांतों व कार्यों से सीख लेता है वह सदा समृद्धि और प्रगति की ओर अग्रसर होता है। इसलिए हमें सदा अपने शहीदों को सम्मान के साथ याद रखना चाहिए और नमन करना चाहिए।
    वीरों शहीदों की वीरता और शहादत का कोई मूल्य नहीं हो सकता। लेकिन उनको याद कर उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करना और वे अपने पीछे जो परिवार छोड़कर चले गए हैं उनका सम्मान व सहायता करना हर नागरिक का कत्र्तव्य है। केन्द्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार शहीदों के परिवारों व स्वतंत्रता सैनानियों को तथा उनके आश्रितों को अनेक सुविधाएं प्रदान कर रही हैं।
    देश की रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने भारतीय सेना को अति आधुनिक त्ंंिसम थ्पहीजमत श्रमजए ै-400 डपेेपसम क्ममिदबम ैलेजमउए ठतंीउवे डपेेपसमए च्त्।ब्भ्।छक् उपलब्ध करवाए हैं। इसके साथ-साथ बहुत ही आधुनिक भ्लचमतमेवदपब डपेेपसम भी विकसित होने की बहुत ही ।कअंबदम स्टेज में है। इतना ही नहीं ब्लइमत क्ममिदबम ।हमदबल का निर्माण कर मिलिट्री के ब्लइमत प्दतिंेजतनबजनतम को मजबूत किया है। इसके साथ-साथ चण्डीगढ़ में हुए ऐयर शो में आप लोगों ने राफेल, तेजस, पर्चण्ड, चिनुक जैसे विमानों को करतब करते हुए देख कर हम सबका सीना चैड़ा हुआ।
    इन सब अत्याधुनिक हथियारों से लैस होने पर आज भारतीय सेना हर बड़े से बड़े मुकाबले के लिए तैयार है। आज भारत 21वीं सदी का भारत है।
    इन्हीं शब्दों के साथ मैं पुनः देश सेवा के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीद मेजर अनुज राजपूत को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। मैं उनके परिवार को भी नमन करता हूँ जिन्होंने राष्ट्र को अपना लाडला सपूत दिया है। साथ ही आप सबका आभार प्रकट करता हूं कि आपने मुझे यहां आमंत्रित कर वीर शहीद की प्रतिमा का अनावरण करने का अवसर प्रदान किया। यह प्रतिमा सदैव सैन्ट जाॅन स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को देश सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी।
    धन्यवाद।
    जयहिंद!