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    वाणी एवमं श्रवण निशक्त जन कल्याण केन्द्र, गुरूग्राम

    Publish Date: फ़रवरी 14, 2023

    श्री निशांत यादव, आई.ए.एस., उपायुक्त, गुरूग्राम
    डॉ. सीमा, सहायक निदेशक,वाणी एवमं श्रवण निशक्त जन कल्याण केन्द्र, गुरूग्राम
    बहनों, भाईयों, पत्रकार एवं छायाकार बन्धुओं एवं प्यारे बच्चों।

    आज आपके बीच आकर मुझे अपार हर्ष हो रहा है। इस संस्था का संरक्षक होने के नाते मैं वास्तव में आप सभी से जुड़ा हुआ महसूस करता हूँ।
    संस्था को मिली सफलता में 30 राज्य पुरस्कार और 5 राष्ट्रीय पुरस्कार शामिल हैं। यहां के बच्चे प्रतिभा पूर्ण हैं। आपके केन्द्र की बालिका निरचरा के बारे में सुन कर मुझे बेहद खुशी हुई कि वो अगामी एशिया पैसिफिक खेलों में भाग लेने के लिए चुनी गई है। अपनी शारीरिक अक्षमता के बावजूद इस संस्था के बच्चे हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। इन बच्चों के जीवन को सुविधाजनक बनाने के लिए यहां के स्टूडियो में साइन लैंग्वेज पढ़ाई के वीडियो भी बन रहे हैं।
    यहां के शिक्षक नए प्रोजेक्टों और नई तकनीक के सहारे बच्चों की पढ़ाई को सरल बना रहे हैं। मैंने देखा है कि यहां पर बच्चों को वोकेशनल और हैंडीक्राफ्ट के रोजगार पूरक गुर सिखाए जा रहे हैं, जिस से आगे चल कर ये बच्चे अपने पैरों पर बड़े सम्मानजनक तरीके से अपना जीवन बिता सकते हैं।
    बधिर जनों को संचार बाधा व सुनने से संबंधित समस्या का सामना करना पड़ता है। इस चुनौती पर पार पाने के लिए सरकार के साथ हम सब को भी सामूहिक प्रयास करने होगें।
    राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में स्थानीय भाषा के साथ-साथ सांकेतिक भाषा को सीखने-सीखाने पर बल दिया गया है। अब भारतीय सांकेतिक भाषा सिर्फ बधिर जनों की भाषा न होकर आमजन की भाषा भी होगी, इसलिए सामान्य लोगों को भी इस भाषा को सीख कर बधिर जनों से जुड़ना होगा ताकि ये लोग भी संचार संबंधित सुविधाओं का लाभ ले सकें।
    भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने लाखों बधिर छात्रों के लिए नई उम्मीद जगाई है। उन्होंने भारतीय सांकेतिक भाषा (आईएसएल) को एक भाषा विषय के रूप में मान्यता देकर बधिर लोगों के लिए प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है।
    यह बताते हुए मुझे खुशी हो रही है कि हरियाणा सरकार ने केन्द्र की कल्याणकारी योजनाओं को हरियाणा में युद्ध स्तर पर लागू किया है। हरियाणा में दिव्यांगों को सर्वाधिक पैंशन दी जा रही है। ‘‘दिव्यांग पैंशन योजना‘‘ के अन्तर्गत 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के 60 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगता वाले व्यक्तियों की पेंशन जनवरी, 2020 से 2000 रुपये से बढाकर 2250 रुपये व अप्रैल, 2021 से बढाकर 2500 रुपये मासिक की गई है। स्कूल न जा सकने वाले 18 वर्ष तक के निशक्त बच्चों को दी जा रही वित्तीय सहायता 1900 रुपये मासिक की गई।
    दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के अन्तर्गत हरियाणा राज्य के सभी भवनों को दिव्यांगजन की सुविधा के लिए सुगम्य बनाया जाना है। भारत सरकार की योजना ‘‘सुगम्य भारत अभियान‘‘ के अन्तर्गत गुड़गांव एवं फरीदाबाद में स्थित निर्मित भवनों को दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सुविधा सम्पन्न किए जाने का निर्णय लिया गया।
    मैं पुनः बच्चों व अध्यापकों को बधाई देता हूं। आप की संस्था की सब से बड़ी कामयाबी यह है कि आप ने बच्चों में मनोबल जागृत किया है। मैं इन बच्चों से भी आह्वान करता हूं कि वे इस मनोबल को अपनी पूंजी बनाकर सफलता के पथ पर आगे बढ़ते जाएं। भगवान सदैव आप के साथ हैं। जैसा कि श्रीमद् भगवद्गीता में वे स्वयं इसका आश्वासन देते हैं किः –
    तेषां सततयुक्तानां भजतां प्रीतिपूर्वकम् ।
    ददामि बुद्धियोगं तं येन मामुपयान्ति ते ।।
    अर्थात जो निष्कपट होकर कर्तव्य के पथ पर आगे बढ़ते जाते है, भगवान उनमें बुद्धि योग को बढ़ाते जाते हैं।
    इसी के साथ आप को बहुत-बहुत धन्यवाद।
    जय हिन्द।