वन महोत्सव
चण्डीगढ़ 19 जुलाई- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने प्रदेशवासियों को 73वें वन महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए अपील की है कि वर्षा ऋतु के दौरान प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा जरूर लगाए और उसकी देखभाल भी करे।
उन्होंने कहा कि वन हमारी सम्पदा तो हैं ही बल्कि सांस्कृतिक धरोहर भी है। वन भोजन, ईंधन, चारा, ईमारती लकड़ी, औषधियों, प्राकृतिक सौंदर्य तथा प्राणदायिनी ऑक्सीजन के स्त्रोत भी हैं। वन पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। सम्पूर्ण मानवता व जीव-जन्तुओं का अस्तित्व वनों पर निर्भर है। आदिकाल से ही भारतीय संस्कृति में बरगद, पीपल व तुलसी आदि की मान-सम्मान स्वरूप पूजा की जाती है। इसके साथ-साथ वन ग्लोबल वार्मिंग व उससे होने वाले जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में वन काफी मददगार हैं। वन, वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास भी हैं।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रदेश में स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध है और इसी उद्देश्य से इस वर्ष सरकार द्वारा राज्य में कुल 2 करोड़ पौधे रोपित किए जाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने इसके लिए हरियाणा सरकार को भी बधाई दी है। राज्य में हरियाली क्षेत्र बढ़ाने के लिए पंचायत भूमि, स्थानीय भूमि, निजि भूमि तथा सभी जिलों के 2200 तालाबों/जोहड़ों के किनारे पौधारोपण किया जा रहा है। वन रूपी प्राकृतिक सम्पदा तथा सांस्कृतिक धरोहर को नष्ट होने से बचाना व इनका संवर्धन करना हम सभी का परम कर्तव्य है।
उन्होंने आमजन का आहवान किया है कि हरियाणा को हरा-भरा बनाने के लिए हर प्रकार से सहयोग दें तथा इस पुनीत कार्य के लिए अन्य लोगों को भी प्रेरित करें।