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    राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय राजभवन में एन.आई.टी कुरुक्षेत्र के निदेशक प्रो0 बी.वी. रामाना रेड्डी एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कविता से शिष्टाचार मुलाकात करते हुए

    Publish Date: मार्च 11, 2022

    चण्डीगढ़ 11 मार्च- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के मानदण्डों के अनुरूप शिक्षण संस्थाएं स्थानीय प्रशासन व सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से अपने आस-पास के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के विकास व सौदर्यकरण की योजनाओं पर कार्य करें। इससे प्रदेश की संस्कृति व पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा साथ ही लोगों को प्रदेश के ऐतिहासिक महत्व की जानकारी होगी।
    श्री दत्तात्रेय ने यह बात एन.आई.टी कुरुक्षेत्र के निदेशक प्रो0 बी.वी. रामाना रेड्डी से बातचीत में कही। श्री रामाना रेड्डी एन.आई.टी कुरुक्षेत्र के हीरक वर्ष समारोह में राज्यपाल श्री दत्तात्रेय को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित करने के लिए पहुंचे थे। एन.आई.टी कुरुक्षेत्र इस वर्ष अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे कर रहा है और हीरक वर्ष में प्रवेश कर रहा है। एन.आई.टी कुरुक्षेत्र की स्थापना 1963 में कुरुक्षेत्र में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में हुई थी, जो अब एन.आई.टी का रूप ले चुका है।
    राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने कहा कि देश की राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में स्थानीय शिक्षण संस्थाओं की क्षेत्र के सर्वांगीण विकास की जिम्मेवारी तय की गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाओं के पास ऐसी युवा शक्ति है जिसका समाज को नई दिशा के रूप में उपयोग किया जा सकता है। युवा छात्र शिक्षण संस्थाओं के आस-पास के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य जागरूकता, योग, नई-नई प्रौद्योगिकी, कौशलता, उद्यमिता, प्राकृतिक खेती, ऑर्गेनिक फार्मिंग आदि के बारे में लोगों को जागरूक कर सकते हैं। इसके लिए शिक्षण संस्थाओं को एन.सी.सी, एन.एस.एस व स्काउट्स के छात्रों को प्रशिक्षण देकर समाज कल्याण के कार्य में आगे लाना होगा। संस्थाओं की इन गतिविधियों से छात्रों में राष्ट्र भावना के साथ-साथ लीडरशीप की भावना भी उत्पन्न होगी और समाज को भी लाभ मिलेगा।
    कुरूक्षेत्र एक धार्मिक स्थल होने के कारण यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कईं प्रकार की योजनाओं पर कार्य किया जा सकता है। और इसमें एन.आई.टी सहित विश्वविद्यालयों की भागीदारी होगी।
    एन.आई.टी कुरुक्षेत्र के निदेशक प्रो0 बी.वी. रामाना रेड्डी ने स्थानीय विकास और तीर्थ स्थल को पैनोरमिक देने की एक कार्य योजना भी राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय को सौंपी।
    उन्होंने एन.आई.टी में शैक्षणिक गतिविधियों बारे भी विस्तार से बताया और कहा कि संस्था में शीघ्र ही स्नातक स्तर के चार नए कोर्सिस शुरू किए जा रहे हैं जिनमें इन्डस्ट्रीयल इंटरनेट आॅफ थींगस, आर्टिफिसीयल डाटा साईंसिस, आर्टिफिसीयल मशीन लर्निंग तथा रोबोटिक एवं आॅटोमेशन के कोर्सिस शामिल हैं। उन्होंने बताया कि संस्था में सोशल सर्विस से सम्बन्धित एनएसएस तथा एनसीसी योग और खेल गतिविधियों को भी बढ़ाया जाएगा। श्री रेड्डी ने कहा कि संस्था परिसर में स्किल सेंटर स्थापित किया जा चुका है जिनमें शोर्ट-टर्म कोर्सिस शुरू किए जा रहे हैं।
    उन्होंने कहा कि एनआईटी प्रशासन अपने पूर्व छात्रों से निरंतर संपर्क बनाए हुए है। सभी पूर्व छात्र विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण आदि की सुविधा देने के साथ-साथ प्लेसमेंट की सुविधा भी उपलब्ध करवाने के लिए एनआईटी प्रशासन द्वारा योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा।

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