राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय हरियाणा राजभवन में पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्य तिथि पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देेते हुए
चण्डीगढ़ 27 जुलाई- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने वीरवार को हरियाणा राजभवन में भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्य तिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि युवाओं को डा. कलाम के जीवन चरित्र से शिक्षा लेकर राष्ट्र के नव निर्माण के लिए और अधिक कार्य करने के लिए तत्पर रहना चाहिए।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि डा. कलाम अपने जीवन में सदैव संघर्ष करते हुए आगे बढ़े और देश के नव निर्माण में ही नहीं बल्कि विज्ञान के क्षेत्र में भी नई बुलंदियों को हासिल करते हुए देश को ऊचांइयों पर ले जाने के लिए कार्य किया। आज पूरा देश उन्हें याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित कर रहा है।
राज्यपाल हरियाणा ने कहा कि भारत रत्न डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने जुलाई 1992 से दिसंबर 1999 तक प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डी0आर0डी0ओ0) के सचिव के रूप में भी कार्य किया। इस अवधि के दौरान पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण आयोजित किए गए जिसमें उन्होंने एक गहन राजनीतिक और तकनीकी भूमिका निभाई थी।
उन्होंने कहा कि डा. कलाम ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डी0आर0डी0ओ0) मे मिसाइल और नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम जैसे सैन्य उपकरण विकसित करने का महान कार्य किया जिसके फलस्वरूप उन्हें भारत के मिसाइल मैन की उपमा से सुशोभित किया गया, तभी से डा. कलाम को मिसाइल मैन के नाम से भी जाना और पहचाना जाता है।
डा0 कलाम को 2002 में भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। वह राष्ट्रपति के अपने एक कार्यकाल के बाद शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। उन्हंे भारत के सर्वाेच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों को हासिल करने का गौरव प्राप्त था।
इस अवसर पर राज्यपाल हरियाणा के सचिव श्री अतुल द्विवेदी, ए.डी.सी (पी), श्री अर्श वर्मा, संयुक्त सचिव श्री अमरजीत सिंह, ओ.एस.डी श्री बखविंदर सिंह, कंपट्रोलर एवं निदेशक श्री जगन्नाथ बैंस सहित अन्य अधिकारीगणों ने भी डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को नमन करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।