राज्यपाल ने आरोग्य भारती पंचकूला द्वारा आयोजित दो दिवसीय पर्यावरण योजनात्मक कार्यशाला का दीप प्रज्जवलित कर किया शुभारंभ
– आरोग्य भारती की ’प्रकृति के साथ सदैव सद्भाव में रहे’ नामक पुस्तक का भी किया विमोचन
– आज पूरे विश्व के लिये पर्यावरण की विषमताओं को दूर करना आवश्यक-श्री दत्तात्रेय
-पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सभी का कर्तव्य है कि अधिक से अधिक पौधे लगाएं
चंडीगढ़, 16 जुलाई- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज पंचकूला के सेक्टर-1 स्थित पीडब्ल्यूडी के विश्राम गृह में आरोग्य भारती पंचकूला द्वारा आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय पर्यावरण योजनात्मक कार्यशाला में मुख्यातिथि के रूप में दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्री दत्तात्रेय ने आरोग्य भारती, प्रकृति के साथ सदैव सद्भाव में रहे नामक पुस्तक का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर उपायुक्त श्री महावीर कौशिक, आईटीबीपी के डीजी ईश्वर दुहन, आरोग्य भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राकेश पडिंत, संगठन के प्रांत अध्यक्ष डॉ. पवन गुप्ता, राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. अशोक कुमार वार्ष्येण व संगठन के विभाग संयोजक श्री नरेन्द्र आहुजा ‘विवेक’ भी उपस्थित थे।
श्री दत्तात्रेय ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि आज पूरा विश्व पर्यावरण की विषमताओं से उत्पन्न समस्याओं से जूझ रहा है। इसके कारण जहां प्राणीमात्र अनेक बीमारियों से ग्रस्ति हो रहा है, वहीं जल, पृथ्वी और वायु भी दूषित हो रहे हैं। ऐसे समय में पर्यावरण पर जागरूकता पैदा करने के लिए इस प्रकार की योजनात्मक कार्यशाला का आयोजन सराहनीय कार्य है। इसके लिए सभी बधाई के पात्र है।
उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान यह एक अति महत्वपूर्ण विषय है, जिस पर मंथन किया जाना आवश्यक है। आज पूरे विश्व के सामने ग्लोबल वार्मिंग तथा पर्यावरणीय चुनौतियों बनी हुई है। इसके कारण लोग त्वचा, लिवर, किडनी तथा अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। इनसे निजात पाने के लिए लोगों को जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि संगठन आरोग्य भारती द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन करना सराहनीय है। इससे जहां आप स्वयं जागरूक होंगे वहीं दूसरे लोगों को भी स्वास्थ्य के प्रति सचेत कर सकेगें।
उन्होंने कहा कि आयोग्य भारती एक ऐसा निःस्वार्थ संगठन है, जोकि दूर-दराज के वनवासी क्षेत्रों में लोगों के स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार, तथा सामाजिक तौर पर जागरूक करने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि इनके मार्गदर्शन में लोगों को समाज में नई पहचान मिल रही है और वे अच्छा जीवन व्यतीत करने की ओर अग्रसर हुए है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को यदि हम समझना चाहे तो यह हमारे चारों और का वह आवरण है, जिसकी सुरक्षा का दायित्व हम सब का बनता है। सुरक्षित पर्यावरण ही हमारी जीवन की सुरक्षा के लिए एक कवच का कार्य करता है।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि पौधे हमारे लिए जीवन दायिनी ऑक्सीजन देते है, फल, फूल और औषधि प्राप्त करवाते हैं। इससे हमें स्वस्थ जीवन प्राप्त होता है। इसलिए हमें पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने और उनका पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भी इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है। प्रतिवर्ष सरकार प्रदेश में 2 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखती है। इनमें से 30 लाख पौधे हरियाणा की जनता को उनके घरों के आसपास व हरियाली के लिए निशुल्क बांटे जाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अमृत सरोवर अभियान के तहत राज्य के 22 जिलों में बाईस सौ जोहडों के आसपास भी तीर्थ प्रजाती के पौधे लगाए जा रहे हैं ताकि पशु-पक्षियों का बसेरा भी बन सके।
उन्होंने कहा कि किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कृषि योग्य भूमि व खेतों में 40 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही कालका से कलेसर तक के 150 किलोमीटर के मार्ग को नेचर टेल के तौर पर विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सरकार ने एक ओर अहम् कदम उठाया है, जिसके तहत भली भांति देखभाल के लिए पेड़ों की गणना की जाएगी। इससे आवश्यकतानुसार पौधे लगाने की संख्या में वृद्धि की जा सकेगी। इसलिए यह कहना अतिश्योक्ति नही होगा कि पर्यावरण से ही जीवन है और जीवन को सुखमय बनाने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आरोग्य भारती ने जिस प्रकार से पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा उठाया है, उसे पूरा करने के लिए हम सभी का कर्तव्य है कि अधिक से अधिक पौधे लगाएं।
इस पर्यावरण योजनात्मक कार्यशाला में विभिन्न प्रांतो से आये वैज्ञानिक, शिक्षाविद्, अनुभवशाली व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर जिला सचिव एवं कार्यक्रम सह सयोजक संदीप बी सिंघल, कार्यक्रम वित्त सचिव अशोक कुमार शर्मा, जिला संयोजक जितेंद्र नाथ, जिला उपाध्यक्ष कृष्ण गोयल, गुजरात जाम नगर की जिलाध्यक्ष डाॅ दीपाली पांडे, महाराष्ट्र कोलापुर से जिलाध्यक्ष डाॅ अश्विनी मानलकर, उड़ीसा से डाॅ अर्चना सहित अन्य राज्यों से आये गणमान्य विभूतियों ने भाग लिया।