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    युवा उद्यमिता अपनाकर न केवल रोजगार देने वाले बनें अपितु देश की प्रगति में भी योगदान दें: राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

    Publish Date: अगस्त 21, 2023

    – हकृवि में विश्व उद्यमिता दिवस के उपलक्ष्य में उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन आयोजित।

    चंडीगढ़ 21, अगस्त – हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि उद्यमिता के माध्यम से हम समाज को सशक्त बना सकते हैं। इसके द्वारा विकास की गति को तेजी से बढ़ा सकते हैं। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारतीय उद्योग को स्वायत्तता प्रदान करने और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार ने विभिन्न उद्यमिता संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम और कोर्सेस की शुरुआत की है। राज्यपाल आज चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में विश्व उद्यमिता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इस सम्मेलन में अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख स्वावलंबी भारत अभियान से दीपक शर्मा और भारत भूषण मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद रहे। हकृवि के छात्र कल्याण निदेशालय एवं राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा परियोजना द्वारा आयोजित किए गए इस सम्मेलन की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने की। इसके अलावा राज्य एनएसएस अधिकारी, हरियाणा डॉ. दिनेश कुमार भी मौजूद रहे।

    श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया अभियान स्टार्टअप्स को आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करने में मदद कर रहा है। इस अभियान के तहत स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता, मेंटरिंग और विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि उद्यमिता के माध्यम से हम न केवल अपनी व्यक्तिगत सफलता की दिशा में आगे बढ़ते हैं, बल्कि हम समाज में नए रोजगार भी सृजित करते हैं, जिससे समाज को समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिलता है।

    उन्होंने कहा कुशल भारत मिशन में प्रत्येक वर्ष एक करोड़ से अधिक युवा शामिल हो रहे हैं। कौशल विकास के माध्यम से युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पहली बार कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय का गठन किया गया है। उन्होंने हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की सराहना करते हुए कहा कि यह युवाओं को उद्यमी बनाने में लगातार प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ ही अग्रणीय काम कर रहा है। कृषि क्षेत्र में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं है, जिसमें फसल उत्पादन, सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, चारा उत्पादन, पशुपालन एवं मुर्गी पालन को स्वरोजगार के रूप में शुरू कर कम लागत में भी अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

    कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि हकृवि उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय में एग्री-बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर (एबिक) की स्थापना की गई है जहां प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षण देने और व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित किया जाता है। कुलपति ने बताया कि एबिक का उद्देश्य छात्रों, किसानों, बेरोजगार युवाओं, उद्यमियों को कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में एक ही छत के नीचे परामर्श, प्रशिक्षण एवं व्यावसायिक सलाह, क्षमता निर्माण, मार्गदर्शन, वित्तीय पोषण, निवेशक, प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचा प्रदान करना है ताकि वे अपने नवाचार को लाभदायक बनाकर एक सफल उद्यमी बन सकें। उन्होंने बताया कि इस सेंटर से ट्रेनिंग प्राप्त करके 100 से अधिक युवा अपना व्यवसाय शुरू कर करोड़ों रुपये कमा चुके हैं। इसके अतिरिक्त कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान व कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से पिछड़े वर्ग की महिलाओं और युवाओं को विभिन्न व्यवसायों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से भी आह्वान किया कि वे अपने स्वप्नों का पीछा करें, सोचने की क्षमता विकसित करें और समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए अपना योगदान देने का संकल्प लें।

    इस अवसर पर राज्यपाल ने साइना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान द्वारा स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित की गई 150 महिलाओं को सहायता सामग्री व प्रमाण-पत्र वितरित किए तथा एबिक द्वारा प्रकाशित ‘एबिक के सफल स्टार्टअप’ नामक पुस्तिका का विमोचन किया। इससे पूर्व उन्होंने हकृवि के एबिक, साइना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान और स्वावलंबी भारत अभियान द्वारा प्रशिक्षित उद्यमियों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और विश्वविद्यालय में बनने वाले 240 मकानों का शिलान्यास किया। इससे पहले छात्र कल्याण निदेशक डॉ. अतुल ढींगड़ा ने सभी का स्वागत किया, जबकि स्नातकोत्तर शिक्षा अधिष्ठाता डॉ. के.डी शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। सम्मेलन में हकृवि के अतिरिक्त जिले के विभिन्न स्कूलों व महाविद्यालयों से भारी संख्या में छात्र व छात्राएं भी शामिल हुए।