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    मीडिया बातचीत कार्यक्रम

    Publish Date: सितम्बर 11, 2021

    मैं राजभवन प्रांगण में सम्माननीय मीडिया के सभी बंधुओं का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। आप सभी सम्माननीय बन्धुओं से मिलकर मुझे अत्यन्त खुशी हुई है। आज मीडिया का युग है चाहे सोशल मीडिया हो, प्रिन्ट मीडिया हो या इलैक्ट्रोनिक मीडिया हो। सभी की जनहित, समाज कल्याण व राष्ट्र हित के कार्यों में बराबर की भगीदारी रहती है। जन जन की आपसे अपेक्षा है कि उनकी समस्यों को मीडिया के माध्यम से उचित अथोैरिटी तक पहुचाना यह भी जिम्मेदारी मीडिया की है कि वो सरकार व प्रशासन के कार्यों को रचनात्मक ढंग से उजागर करे जिससे प्रशासन व सरकार सतर्क रहे।
    आज मुझे राज्यपाल के पद पर दो वर्ष पूरे हुए हैं। दो वर्ष पूर्व मैंने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल क रूप में पद सम्भाला था। इसके बाद 15 जुलाई, 2021 को हरियाणा के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की।
    मेरे मन में विचार आया कि मेरे दो वर्ष राज्यपाल के रूप में पूरे होने पर आप लोग से बातचीत करूं। यह गैट-टूगैदर का इसलिए आप सभी से परिचय करने के लिए कार्यक्रम किया गया है। आप सभी को मैं इस बात के लिए भी बधाई देता हूं कि सभी के सहयोग से विशेष रूप से कोरोना योद्धाओं की मेहनत से प्रदेश ही नहीं पूरा देश कोरोना से उबर रहा है। कोरोना काल के बाद मेरा भी इस प्रकार के गैट-टूगैदर का पहला ही अवसर है।
    मैंने हिमाचल में पौने साल तक राज्यपाल पद का कार्यभार संभाला है। इस दौरान हिमाचल प्रदेश मे विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, जिसके बहुत ही अच्छे परिणाम निकले हैं।
    ► हिमाचल के सभी विश्वविद्यालयों की मीटिंग आयोजित कर शिक्षा से संबंधी ढांचागत सुविधाओं को बढ़ावा दिया।
    ► टैक्निकल यूनिवर्सिटी, हिमाचल प्रदेश में भवन निर्माण का कार्य पूरा करवाया।
    ► प्रदेश में नशा मुक्ति के लिए कार्य किया। पुलिस व प्रशासन के साथ समन्वय बनवाकर प्रभावी रूप से कार्य हुआ है।
    ► समय-समय पर हिमाचल की सीमा पर सेना अधिकारियों से संपर्क साध कर स्थानीय लोगों को एज्यूकेट किया गया।
    ► सीमा विवाद के मूद्दों पर सीमा से सटे क्षेत्रों में जाकर लोगों का मनोबल बढ़ाने का कार्य किया।
    ► हिमाचल में टूरिज्म को और ज्यादा बढ़ावा देने के लिए दक्षिणी राज्यों से एम.ओ.यू.़ साईन करवाए गए, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए।
    ► जैविक खेती को बढ़ावा देने पर निरंतर कृषि व बागवानी अधिकारियों की बैठक आयोजित करके किसानों को प्रेरित करने का कार्य किया।
    ► कोरोना काल के समय रेडक्रास के साथ-साथ सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं से लोगों में खाद्यय सामग्री वितृत करवाई गई। इसके साथ-साथ कोरोना बचाव से संबंधित उपकरणों व दवाई आदि भी वितरित करवाई गई। इन संस्थाओं के माध्यम से हम हिमाचल के प्रत्येक आदमी तक पहुंच पाएं हैं।

    15 जुलाई यानि शपथ ग्रहण के बाद मैंने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर दौरा किया है और प्रदेश के बारे में जाना। राजभवन में भी लगभग हर रोज किसी न किसी विभाग के अधिकारियों व सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मिला हूं। इन्हीं मुलाकातों से प्रदेश के प्रशासनिक, सांस्कृतिक, सामाजिक क्षेत्र की जानकारी प्राप्त हुई है। इसी जानकारी के आधार पर मैं आज की इस इंट्रैक्शन में आप लोगों से लगभग दो महीने के अनुभव सांझा करना चाहता हूं।
    कुरूक्षेत्र का दौरा कार्यक्रम– मैंने जुलाई माह में कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड के तहत आने वाले कुरूक्षेत्र के पवित्र स्थलों का दौरा किया और पूजा-अर्चना की थी। मैं कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड का चैयरमेन भी हूं। इसी के नाते बोर्ड के तहत आने वाले तीर्थ स्थलों का और अधिक विकास कैसे किया जा सकता है। इस बारे में रूप रेखा तैयार की जा रही है। मेरा प्रयास रहेगा कि कुरूक्षेत्र का विश्व के मानचित्र पर एक विशेष स्थान हो।
    सरकारी व निजी क्षेत्र के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों व कुलसचिवों के साथ बैठक–मैंने प्रदेश में शैक्षणिक गतिविधियों को और बढ़ावा देने व विश्वविद्यालय स्तर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सभी विश्वविद्यालयों के पदाधिकारियों की बैठक ली है। इन बैठकों में उन्हें स्पष्ट रूप से निर्देश दिए हैं कि वे विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति के अनुरूप पाठ्यक्रम शुरू करें। पाठ्यक्रम ऐसे हों जिनमें कौशल शिक्षा और रोजगारोन्मुखी शिक्षा को बढ़ावा मिले। इसके साथ-साथ युवा शक्ति के बेहतर रूप् ढंग से चैनेलाइज कर उन्ह प्रशिक्षित कर समाज कल्याण, पर्यावरण सुधार, नशा मुक्ति, अपराध मुक्त तथा समावेशी समाज के गठन से सम्बन्धित कार्यों में ज्यादा से ज्यादा उपयोग प्रयोग किया जा सके। इसी प्रकार के पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय शुरू किए जाने चाहिए।
    दो विश्व विद्यालयांे का दौरा– पिछले दिनों मुझे एस0डी यूनिवर्सिटी रोहतक और डा0 अम्बेडकर नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी में जाने का अवसर प्राप्त हुअ। दो विश्व विद्यालयों के पदाधिकारियों व प्रध्यापकों तथा स्टाफ सदस्यों के साथ बैठक की और पूरी व्यवस्था की जानकारी ली। हमारे सभी विश्व विद्यालयों में ढाचागत सुविधाओं की किसी प्रकार की कमी नहीं है। इसलिए मैं कह सकता हॅ कि हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति को पूरी तरह लागू करने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं आएगी। हम निश्चित रूप से केन्द्र सरकार के 2030 के लक्ष्य से भी पूर्व पूरे प्रदेश में लागू करने में कामयाब होगंे।
    कौशल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की बैठक– जैसा कि आप सबको पता है कि आज कौशलता का युग है। हमारे युवा जितने अधिक कौशल होगें उतने ही हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेगें। इसी को मद्देनजर रखते हुए मैंने कौशल विश्वविद्यालय तथा कौशल विकास व ओद्यौगिक प्रशिक्षण विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई। इस बैठक में सभी अधिकारियों को समन्वय बनाकर काम करने के दिशा निर्देश दिए। आशा है कि शीघ्र ही इन बैठकों के सकारात्मक परिणाम नजर आएगें।
    कानून व्यवस्था– मैंने राजभवन में ही पुलिस विभाग के अधिकारियों व प्रशासन अधिकारियों से कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया। प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहतर स्थिाति में है। इसी कारण से हरियाणा विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर प्रगति कर रहा है। कृषि, शिक्षा, खेल, डेरी उत्पादन, सुशासन व पारदर्शी प्रशासन के साथ-साथ डिजिटल क्षेत्र में हरियाणा ने एक अलग पहचान बनाई है।
    खिलाड़ियों का सम्मान– मेरे यहां राज्यपाल के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के बाद दो बड़ी प्रतियोगिताएं टोक्यो ओलंपिक-2020 व टोक्यो पैरालंपिक-2020 खेलों का आयोजन हुआ। इन खेलों में हरियाणा के खिलाड़ियों ने बहुत ही उम्दा प्रदर्शन कर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। इन में भी महिला खिलाड़ियों ने और अच्छा प्रदर्शन किया है। मुझे खिलाड़ियों को सम्मानित करने का मौका मिला है। मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे राज्य का मुखिया हूं जहां सेना में सबसे अधिक युवा काम कर रहे है जहां के युवाओं ने खेलों में देश का नाम रोशन किया है।
    सांस्कृतिक धरोहर– पिछले 11 अगस्त को तीज का त्योहार पूरे प्रदेश में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। राजभवन में भी ‘राज्य स्तरीय तीज उत्सव‘ का आयोजन किया गया, जिसमें हरियाणा सहित अन्य राज्य कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। लगभग सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ आजादी के अमृत महोत्सव से जुड़े हुए थे। इसी प्रकार से रक्षा बंधन का त्योहार भी यहां धूमधाम से मनाया गया। इससे पता चलता है कि प्रदेश की एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। इसी कारण से प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द कायम है और प्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर बढ़ रहा है।
    स्वतंत्रता दिवस समारोह–मुझे स्वतंत्रता दिवस समारोह में गुरूग्राम में झंडा फहराने का अवसर प्राप्त हुआ, जहां लोगों को संबोधित भी किया। राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में प्रस्तुत होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम आजादी के अमृत महोत्सव से जुड़े हुए थे। इससे पता चला है कि स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के वीरों से कुर्बानियां दी हैं और आज भी हरियाणा के सबसे अधिक युवा देश की सीमाओं पर तैनात राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए काम कर रहें हैं।
    अंबाला कैंट का दौरा–पिछले दिनों मुझे अंबाला छावनी का दौरा करने का भी मौका मिला जहां सामरिक क्षेत्र की गतिविधियों के बारे में बहुत नजदीक से देखा। देश की आजादी के इतिहास का भी पता चला। उस दौरे में सेना के सभी अत्याधुनिक टैंक, मिसाईल व अन्स रस्द सामग्री देखकर पूरी तरह आश्वस्त था कि हमारी सेना सुरक्षा के मामले में हर स्थिति से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
    सामाजिक संस्थाएं–कई ऐसी संस्थाएं है जिनका मैं चैयरमेन या प्रधान हूं। इनमें भारतीय रेडक्रास सोसाइटी शाखा हरियाणा, श्रवण एवं वाणी निशक्त जनकल्याण समिति तथा मदर टैरेसा साकेत और्थोपेडिक अस्पताल व अन्य संस्थाएं है, जिनका मैंने दौरा भी किया है और उनके कार्यों से अवगत हुआ हूं। इन संस्थाओं के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी ताकि जरूरतमंद लोगों को इनका लाभ मिल सके।

    संवैधानिक दायित्व के साथ-साथ मेरी दिनचर्या है कि मैं ज्यादा से ज्यादा सामाजिक कार्यों से भी जुड़ा रहूं। अपने लेख व आर्टिकल के साथ-साथ सोशल मीडिया से भी जुड़े रहने का प्रयास रहता है ताकि मेरे जीवन के अनुभव समाज के काम आ सकें। एक बार फिर मैं आप सभी सम्मानिय बंधुओं का स्वागत करता हूं और धन्यवाद करता हूं कि आप सभी बहुत शॉर्ट नोटिस पर यहां पहुंचे। मेरी आप से आशा है कि आप अपनी लेखनी का प्रयोग देश निर्माण, समाज कल्याण के कार्यों में करते रहें।