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    भारत की बेटी कल्पना चावला के बुलन्द होसलों से देश की ही नहीं बल्कि विश्व की महिलाओं में आगे बढ़ने का जज्बा पैदा हुआ है – राज्यपाल

    Publish Date: फ़रवरी 1, 2022

    चंडीगढ़, 01 फरवरी- भारत की बेटी कल्पना चावला के बुलन्द होसलों से देश की ही नहीं बल्कि विश्व की महिलाओं में आगे बढ़ने का जज्बा पैदा हुआ है। यह बात हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कल्पना चावला की 19 वीं पुण्यतिथी पर अपने संदेश में कही।
    उन्होंने कहा कि कल्पना चावला महिलाओं के लिए आदर्श है। उनका जुनून, संघर्ष, मेहनत और सतत विकास का दृष्टिकोण भारत की बेटियों को प्रेरित करता रहेगा। उन्हें खुशी है कि कल्पना चावला का जन्म हरियाणा के करनाल में हुआ और उन्होने अन्तरिक्ष में उड़ान भरकर देश- दूनिया में प्रदेश का नाम रोशन किया।
    श्री दत्तात्रेय ने कहा कि कल्पना चावला के मिशन और रिसर्च को आगे बढ़ाते हुए केन्द्र और राज्य सरकार ने महिलाओं को सशक्त और शिक्षित बनाने के लिए कई महत्वकांक्षी योजनाएं शुरू की है जिनका लाभ महिलाएं बखुबी उठा रही है। आज सरकार की योजनाओं तथा कल्पना चावला व अन्य महान महिलाओं के जीवन संघर्ष से प्रेरित होकर भारत की बेटियां विश्व में हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही हैं।

    श्री दत्तात्रेय ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, वन स्टाॅप सेंटर, वूमैन हेल्पलाईन, उज्जवला, स्वाधार ग्रह व मुद्रा योजनाएं शुुरू की गई है। मुद्रा योजना के तहत कुल 70 प्रतिशत महिलाएं लाभान्वित हुई हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप कार्यक्रम के तहत गत दो वर्षों में 60 हजार नए स्टार्ट-अप शुरू किए गए हैं। इनमें 45 प्रतिशत में महिलाओं की भागीदारी है।
    राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की योजानाओं से लाभान्वित होकर महिलाएं चूल्हे-चैके से आगे बढ़कर स्वयं सहायता समुहों से जुड़ी हैं। अब वे अपने परिवार और देश की अर्थव्यवस्था में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही है।
    केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा स्टार्ट अप के क्षेत्र को बढ़ाने के लिए एम.एस.एम.ई विभागों का सृजन किया गया है। महिलाओं को लाभान्वित करने के उद्देश्य से इन विभागों में महिला कल्याण के कई प्रावधान किए गए हैं। हरियाणा सरकार द्वारा करनाल में कल्पना चावला के नाम से मेडिकल कॉलेज स्थापित करना एक सराहनीय पहल है। इससे प्रदेश की बेटियों को कल्पना के जीवन-परिचय से शिक्षा मिलेगी।