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    पूर्व छात्र सम्मेलन – चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा

    Publish Date: नवम्बर 28, 2021

    -आदरणीय कुलपति प्रो0 अजमेर सिहॅं मलिक जी, -प्रो0 राजेन्द्रा कुमार जी, कुलपति दीनबन्धु छोटू राम विश्वविद्यालय, मूरथल, सोनीपत
    -पूर्व छात्र एसोशियेशन के निदेशक श्री सुरेन्द्र कुण्डू जी,
    -पूर्व छात्र सम्मेलन से जुड़े सभी पूर्व छात्र, शिक्षाविद, प्रो0 साहेेबान व प्रिय छात्रो !
    सबसे पहले मैं ष्पूर्व छात्र सम्मेलनष् आयोजित करने पर चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलपति प्रो0 अजमेर सिहॅं मलिक एवं उनकी पूरी टीम को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देता हूॅं। साथ ही साथ सभी पूर्व छात्र जो इस सम्मेलन से जुड़े हैं उनका स्वागत करता हॅॅू और उन्हें इस बात की बधाई देता हॅूं कि आपका प्यार व स्नेह अपने विश्वविद्यालय से बना हुआ है ।
    पूर्व छात्र व वर्तमान छात्र किसी भी विश्वविद्यालय व शिक्षण संस्थान की धरोहर व पूंजी होते हैं । पूर्व छात्र संस्थान व विश्वविद्यालय के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ – साथ वर्तमान मे पढ़ रहे छात्रों को शिक्षा से सम्बंधित बेहतर सुविधाएॅं उपलब्ध करवा सकते है।
    विश्वविद्यालयों के पूर्व छात्रों का जहॉं एक सफल उद्यमी, प्रशासनिक अधिकारी व समाज सेवी के रूप में समाज व राष्ट्र की तरक्की के लिए बड़ा योगदान है, वहीं देश व प्रदेश में शिक्षा का वातावरण बनाने में अति महत्ति भुमिका है ।
    आज गुणवत्ता की शिक्षा के साथ-साथ कौशल एवं व्यावसायिक शिक्षा का युग है। व्यावसायिक व कौशल शिक्षा प्राप्त कर युवा देश के विकास में भागीदार हो सकते है।
    मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 में मूल्य आधारित शिक्षा, कौशल व व्यावसायिक शिक्षा तथा बच्चों के समग्र विकास पर फोकस किया गया है।
    बच्चों को प्राईमरी व उच्च शिक्षा से ही उनकी रूचि अनुसार कौशल शिक्षा प्रदान करने की शुरूआत हुई है जिसमें ये बच्चे बड़े होकर नौकरी ढुंढने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनेंगें ।
    स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाएॅं धन कमाने के लिए नहीं बल्कि यह देश सेवा व जन सेवा है। पूर्व छात्र जिस भी क्षेत्र में कार्य कर रहे है उस कार्य क्षेत्र के अनुभव का लाभ युवा पीढ़ी को होना चाहिए। इसके लिये पूर्व छात्रो को विश्वविद्यालयों में प्रयोगशाला, इन्क्यूबेशन सैन्टर, शौर्ट टर्म व्यावसायिक कोर्स शुरू करने में मदद करनी होगी। तभी छात्र कौशलता प्राप्त कर और आपको आदर्श मान कर उद्यमिता के क्षेत्र में आगे आऐंगें ।
    पूर्व छात्र संघ प्रवेश प्रक्रिया, प्लेसमेंट, सेमिनार, कार्यशाला, सम्मेलन व छात्रों का मार्ग दर्शन करने व सामाजिक जागरूकता जैसे कार्यक्रम आयोजित कर और समय समय पर युवाओं से बातचीत करें इससे युवाओं में अपने कैरियर के प्रति नया उत्साह और जोश पैदा होगा।
    मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि 70 साल में पहली बार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में तैयार की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्थानीय मॉंग के आधार पर शैक्षणिक ढांचा तैयार करने व युवाओं को कौशल बनाने का प्रावधान किया गया है। सभी विश्वविद्यालय इसी अनुरूप व्यवस्था करें।
    विश्वविद्यालयो का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए कि वे ज्ञान के पारंपरिक और उभरते क्षेत्रों में उच्च शिक्षा, शोध, अनुसंधान और व्यावसायिक कोर्सो को बढ़ावा देना है और उत्कृष्टता प्राप्त करना है। इसके लिए पूरे सिस्टम को मजबुत करने के लिए पूर्व छात्रों का सहयोग लेना होगा। निरन्तर पूर्व छात्रों से सम्पर्क कर उनके अनुभवों का लाभ छात्रों तक पहुचाएॅं । विश्वविद्यालय वर्तमान में पढ़ रहे छात्रों को पूर्व छात्रों के कार्य क्षेत्रो व स्थापित संस्थाओ में विजिट करवाएॅं । इससे छात्रो में भविष्य के लिए एक विजन बनेगा ।
    विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वे पूर्व छात्रों के उनके आवश्यक विवरण, के साथ पूरा डेटाबेस रखने और उन्हें विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और योगदान के बारे में जागरूक करने के लिए कार्य करें ।
    हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ष्आत्मनिर्भर भारतष् के अभियान की शुरूआत की है। मेरा मानना है कि हमारे विश्वविद्यालयों ने आत्मनिर्भर बनाने में कार्य शुरू कर दिया है। आत्मनिर्भरता की दिशा में वित्तीय, प्रौद्योगिकी, प्रयोशालाएॅ व ढाचांगत सुविधाएॅ स्थापित करने मंे पूर्व छात्र एक मुख्य संसाधन का कार्य कर सकते है।
    मुझे खुशी है कि इस एल्यूमनी मीट से जूड़ने के लिए 800 से भी अधिक पूर्व छात्रों ने पंजिकरण करवाया है। ये सभी छात्र विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म यानी गूगल मीट और यूट्यूब का उपयोग कर पूर्व छात्र सम्मेलन से जुड़ रहें है। मैं विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों से अपील करता हॅूं कि वे विश्वविद्यालयों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आगे आएं ।
    अंत में एक बार फिर मैं सभी पूर्व छात्रो को सम्मेलन से जुड़ने पर और विश्वविद्यालय की पूरी टीम को सम्मेलन आयोजित करने की बधाई देता हॅू।
    जय हिन्द ! जय हरियाणा !