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    नार्थकैप विश्वविद्यालय के छात्रवृति वितरण समारोह, गुरूग्राम

    Publish Date: मार्च 21, 2023

    प्रो0 प्रेम व्रत जी, प्रो-चांसलर एवं मुख्य संरक्षक, नार्थकैप विश्वविद्यालय
    श्री अवधेश मिश्रा जी, संस्थापक एवं सदस्य शासी निकाय, नार्थकैप विश्वविद्यालय
    श्री शिव सरन मेहरा, संस्थापक एवं सदस्य शासी निकाय, नार्थकैप विश्वविद्यालय
    प्रो0 नूपुर प्रकाश जी, कुलपति, नार्थकैप विश्वविद्यालय
    कमोडोर दिवाकर तोमर जी, कुलसचिव, नार्थकैप विश्वविद्यालय
    उपस्थित शिक्षकगण, कर्मचारीगण, अभिभावकगण, प्रिय विद्यार्थियो, पत्रकार एवं छायाकार बन्धुओं!

    विश्वविद्यालय के इस छात्रवृति वितरण समारोह में पहुंचकर मुझे हार्दिक खुशी का अनुभव हो रहा है। वर्ष उन्नीस सौ छियानवे में आईटीएम कालेज से शुरूआत कर तथा वर्ष दो हजार नौ में विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित द नॉर्थकैप विश्वविद्यालय पच्चीस वर्षों की समृद्ध विरासत और शिक्षा पूर्ण कर चुके ग्यारह हजार विद्यार्थियों के साथ गुरूग्राम शहर के केंद्र में एक प्रगतिशील बहुआयामी मजबूत शैक्षणिक बुनियादी ढांचे वाले विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हो चुका है। इसमें वर्तमान में तीन हजार तीन सौ बियासी विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिनमें हरियाणा के विद्यार्थियों की संख्या दो हजार चार सौ सतानवें है।
    यह विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, प्रबंधन, उदार कला, कानून और स्कूल में यूजी से पीजी तक और पीएचडी में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान कर रहा है।
    आज विश्वविद्यालय में होनहार विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए छात्रवृति वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाना बेहद रोमांचकारी है। यहां पहुंचकर मुझे प्रसन्नता हो रही है कि आप जरूरतमंद विद्यार्थियों का इस प्रकार से उत्साहवर्धन कर रहे हैं। इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं और मैं छात्रवृति प्राप्त करने वाले सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
    जैसा कि मुझे बताया गया है कि विश्वविद्यालय NATIONAL ASSESSMENT AND ACCREDITATION COUNCIL से मान्यता प्राप्त है, जिसकी इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थानों को National Institutional Ranking Framework रैंकिंग के पहले सौ संस्थानों में स्थान प्राप्त होना अत्यंत ही हर्ष का विषय है।
    शिक्षा वह सबसे ताकतवर हथियार है, जिसका उपयोग दुनिया को बदलने के लिए किया जा सकता है। इस विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षणिक स्तर दो हजार बाईस-तेईस के लिए नार्थकैप विश्वविद्यालय के चार सौ चौसठ विद्यार्थियों को शुल्क के रूप में रियायत, योग्यता छात्रवृति और विभिन्न श्रेणियों में लगभग दो करोड़ रूपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर व होनहार विद्यार्थियों का शिक्षा ग्रहण में मनोबल बढ़ेगा और छात्र राष्ट्र के निर्माण में महत्ती भूमिका अदा करेेंगे।
    डीन की सूची में शामिल मेधावी छात्रों को पांच लाख रूपए की राशि से पुरस्कृत किया जा रहा है जो इन टापर्स के बीच साझा किया जाएगा। विश्वविवद्यालय के पास इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीन और सामाजिक रूप से प्रासंगिक परियोजनाओं को डिजाइन करने वाले छात्रों को पहचानने और पुरस्कृत करने की योजना है। वार्षिक दीक्षांत समारोह के दौरान परियोजना प्रतियोगिता के शीर्ष तीन विजेताओं को एक करोड़ पचहतर लाख रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
    मेधावी छात्रों को प्रेवश के समय शुल्क रियायत भी प्रदान की जा रही है। इस साल कुल सतावन लाख रूपए का पुरस्कार इस श्रेणी में एक सौ चौरासी विद्यार्थियों को फीस में रियायत के लिए दिया जा रहा है।
    नार्थकैप विश्वविद्यालय ने नवीन विचारों और अनुसंधान परियोजनओं को प्रोत्साहित करने, समर्थन करने और पोषण करने के लिए वाइस-चांसलर इनोवेशन फंड स्कीम की स्थापना की है। यह योजना विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं, संकाय सदस्यों और छात्रों के बीच अनुसंधान, नवाचार और स्टार्ट-अप संस्कृति को बढ़ाने पर केंद्रित है। इस योजना के तहत प्रांरभिक अनुदान के रूप में दो लाख प्रदान किए गए हैं।
    अभी कुछ दिनों पहले ही राज्य के सभी सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालयों से मुखातिब होने का मौका मिला। उस दौरान आपसी संवाद से एक-दूसरे को जानने का मौका मिला और हम सब ने मिलकर कुछ सांझे कार्यक्रमों पर आपसी सहमति जताई। इनमें से कुछ प्रमुख कार्यक्रम इस प्रकार हैंः-
    नई शिक्षा के लिए चैक लिस्ट, रेडी रैकनर तैयार किया गया है। इस नीति में मल्टीपल स्कीलिंग के लिए विश्वविद्यालयों मंे युवाओं को शिक्षित किया जाना है। कई विश्वविद्यालयों में केजी से पीजी, इंटीग्रेटिड एजुकेशन के साथ-साथ शौध कार्यो पर भी विशेष ध्यान दिया जाए ताकि 2025 तक नई शिक्षा को हरियाणा में पूरी तरह से लागू किया जा सके।
    संसाधनों की कमी कोेे पूरा करनेे केे लिए सीएसआर फण्ड खर्च करने के लिए शिक्षा एक बेहतर क्षेत्र है। इसके लिए एलुमनी मीट को एक रॉलमॉडल बनाया जाए। यदि एलुमनी मीट रॉलमॉडल बनता है तो डोनेशन के लिए वे स्वंय इसके पहले प्रतिभागी होगें। इसलिए विश्वविद्यालयों को आत्मनिर्भर बनना है।
    शिक्षाविद्ध अपने ज्ञान को अपडेट करते रहें और उसका सदुपयोग भी करें। कालेज के विद्यार्थियों की मैनपावर का कई प्रकार के होने वाले सर्वे में उपयोग करें। युनिवर्सिटी में अलग से सोसल एक्पोजर होना चाहिए। विद्यार्थियों को पर्यावरण के क्षेत्र मे पौधे लगाने एवं अन्य सामाजिक कार्यो के लिए एकेडमिक मार्कस अलग से मिलें ऐसे आवश्यक प्रबंध करने चाहिए ताकि समाज में हेपीनेस इंडेक्स में भी वृद्धि हो सके।
    युवाओं को ऑनलाईन शिक्षा में सक्षम होने के साथ साथ सांस्कृतिक मूल्यों की शिक्षा को भी बढ़ावा दिया जाए ताकि बच्चों को नई दिशा मिल सके। रोजगार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा तभी भारत आगे बढ़ेगा। हर विश्वविद्यालय एक कमाण्ड एरिया का भाव विकसित करें और अठारह से पच्चीस साल के युवाओं को उसमें शामिल करें।
    हमें विश्वविद्यालयों को बहु-विषयक प्रकृति के तौर पर विकसित करना चाहिए। सीखने के प्रत्येक स्तर पर कौशल विकास और मूल्यों को तय किया जाना चाहिए ताकि व्यावहारिक, व्यावसायिक और रोजगारोन्मुखी शिक्षा के लिए वातावरण तैयार किया जा सके। बच्चों को भारतीय मूल्यों पर आधारित शिक्षा देना अति महत्वपूर्ण है।
    हमारे विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर के अग्रणी विश्वविद्यालयों के साथ अनुबंध करें। विद्यार्थियों को दूसरे देशों में भी जाकर अध्ययन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए और हमें दूसरों देशों के बच्चों को भी अपने यहां शिक्षा ग्रहण करने के लिए आकर्षित करना चाहिए। इसके साथ ही प्रत्येक विश्वविद्यालय में मातृभाषा में शिक्षा देने को भी प्रोत्साहित करना चाहिए।
    मुझे यह बताया गया है कि नार्थकैप विश्वविद्यालय छात्रों के बीच वैश्विक व्यापक अनुभव को सुविधाजनक बनाने के लिए विश्वविद्यालय छात्रों को विदेशी विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित विसर्जन कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इस वर्ष यूएसए में एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में दो सप्ताह की अवधि के लिए आयोजित किए जा रहे ग्रीष्मकालीन विसर्जन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए तीन छात्रों का चयन किया गया है। इन तीन छात्रों को तीन हजार अमेरिकी डालर का वित्तीय अनुदान प्रदान किया जाएगा।
    सिंटाना एलायंस के द्वारा अनुसंधान परियोजनाओं के लिए चौबीस हजार अमेरिकी डालर का अनुदान प्राप्त हुआ है, जिसे विश्वविद्यालय इस वर्ष अनुसंधान परियोजनाओं के लिए उपयोेग करेेगा। प्रतिष्ठित वैश्विक सलाहकार कंपनी हैच एसोसिएट्स ने छात्राओं के लिए एनसीयू के साथ मेरिट कम मीन्स स्कालरशिप की स्थापना की है, जिससे वे STEM (Science, Technology, Engineering and Mathematics)शिक्षा हासिल करने में सक्षम हो सकें। हैच एसोसिएट्स ने नार्थकैप विश्वविद्यालय से बारह छात्राओं का चयन किया है, जिन्हें लगभग तीस लाख रूपए की उनकी पूरी ट्यूशन फीस के कवरेज के साथ समर्थन दिया गया है।
    मैं कहना चाहंूगा कि जी-20 की अध्यक्षता हमारे विश्वविद्यालयों के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जिसमें हम वहां के विश्वविद्यालयों के साथ विश्व स्तरीय तकनीक, प्रबंधन और आर्थिक एवं विज्ञान के क्षेत्र में मिलकर काम कर सकते हैं और अपने नौजवानों के लिए नए रोजगारों के सृजन के अवसर प्रदान कर सकते हैं। इसके लिए हमे तुरंत ही कार्य योजना बनाने की जरूरत है और इस जी-20 की अध्यक्षता के स्वर्णीम अवसर को व्यर्थ में नही जाने देना चाहिए।
    अन्त मंे मैं, छात्रवृति वितरण समारोह में छात्रवृति प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुनः बधाई देता हूं तथा आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
    मुझे विश्वास है कि आप वैश्वीकरण के इस युग मंे सफल नागरिक बनकर देश को सफलता की बुलंदियों पर ले जाएंगे। इसके लिए मैं आपको शुभकामनाएं देता हूँ।
    जयहिन्द!