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    दीक्षांत समारोह, राष्ट्रीय डेयरी अनुसन्धान संस्थान, करनाल

    Publish Date: अप्रैल 24, 2023

    माननीया राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मूर्मु जी
    श्री मनोहर लाल जी, मुख्यमंत्री, हरियाणा
    श्री नरेंद्र तोमर जी, केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री
    श्री परुषोत्तम रूपाला जी, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री
    श्री कैलाश चौधरी जी, केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री
    डॉ. हिमांशु पाठक जी, महानिदेशक, आईसीएआर और सचिव डीएआरई
    श्री संजय भाटिया जी, सांसद, करनाल निर्वाचन क्षेत्र
    डॉ. बी.एन. त्रिपाठी जी, उप-महानिदेशक, पशु विज्ञान
    डॉ. धीर सिंह जी, निदेशक और कुलपति, आईसीएआर-एनडीआरआई

    परम सम्मानीया राष्ट्रपति महोदया जी!
    पच्चीस जुलाई का दिन देश के लिए एक ऐतिहासिक दिन था। देश की आजादी के पचत्तर वर्ष पूरे होने पर आपको राष्ट्रपति के पद को सुशोभित करना यह दर्शाता है कि अब देश के गरीबों, पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों को अपने सम्मान का अहसास हुआ।
    मैं माननीय राष्ट्रपति महोदया का हरियाणा की पावन धरा पर पधारने के लिए पूरे प्रदेशवासियों की तरफ से सहृदय धन्यवाद करता हूं।
    समारोह में मैं केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में लंबा अनुभव रखने वाले केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र तोमर जी का भी स्वागत करता हूं। साथ ही एक कार्य कुशल राजनेता और केन्द्रीय मत्स्य एवं पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री परूषोत्तम रूपाला जी का भी स्वागत करता हूं। मैं केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी जी का भी सहृदय स्वागत करता हूं।
    माननीया राष्ट्रपति जी व सभी विशिष्ट अतिथिगण!
    इस अग्रणी अनुसंधान संस्थान एनडीआरआई, करनाल के दीक्षांत समारोह के अवसर पर आपकी उपस्थिति में स्नातक विद्वानों के साथ कुछ विचार साझा करते हुए मुझे अत्यंत ही हर्ष हो रहा है।
    संस्थान का डेयरी विज्ञान, पशुपालन और संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान और शिक्षा में उत्कृष्टता का एक समृद्ध इतिहास रहा है। इसने डा0 बी. एन. माथुर और डा0 जगजीत सिंह कुंजरथ जैसे देश के कुछ सबसे प्रतिष्ठित विद्वानों और शोधकर्ताओं को जन्म दिया है और मुझे विश्वास है कि आप अपने कैरियर के अगले चरण में प्रवेश करते समय उत्कृष्टता की उस परंपरा को जारी रखेंगे।
    मैं इस अवसर पर एनडीआरआई के समर्पित संकाय सदस्यों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने आपकी शिक्षा और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शिक्षण, अनुसंधान और नवाचार के लिए उनके जुनून ने आपको कौशल और ज्ञान प्रदान किया है। यहां यह बताते हुए मुझे बड़ी खुशी हो रही है कि हरियाणा देश के दुग्ध उत्पादन में दूसरे स्थान पर आता है। एन.डी.आर.आई करनाल में देसी गाय की बछड़ी का कलोन बनाया है, किसानों को Dairy Education देने के लिए Farmers At The Door Programme शुरू किया गया है। एन.डी.आर.आई. करनाल ने Blood Sugar और Blood Pressure को नियंत्रित करने के लिए दूध से तत्वों को निष्काशित कर नई औषधि बनाई है।
    भारतीय डेयरी उद्योग में देश के आर्थिक विकास में योगदान देने और लाखों लोगों के जीवन में सुधार करने की अपार क्षमता है। सही नीतियों, निवेश और नवाचार के साथ, भारत डेयरी उद्योग में एक वैश्विक अग्रदूत बन सकता है, और यह दूसरी श्वेत क्रांति के लिए सही समय है।
    डेयरी विज्ञान, पशुपालन और संबंधित क्षेत्रों के विद्वानों के रूप में आप हमारी अर्थव्यवस्था और समाज में इन क्षेत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका से अच्छी तरह वाकिफ हैं। उदाहरण के लिए डेयरी उद्योग हमारे देश के सबसे बड़े कृषि क्षेत्रों में से एक है, जो लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है और हमारे राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। इसी तरह, पशुपालन खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने, लाखों लोगों को पौष्टिक भोजन प्रदान करने और कई ग्रामीण समुदायों की आजीविका का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
    परम सम्मानीया राष्ट्रपति महोदया जी,
    इस क्षेत्र द्वारा सामना की जाने वाली अन्य कई चुनौतियाँ हैंः जलवायु परिवर्तन, बढ़ती इनपुट लागत, नई बीमारियों का उभरना और पशु कल्याण उपायों के बारे में जागरूकता की कमी। मुझे विश्वास है कि इस संस्थान के स्नातक विद्वानों के रूप में यहां के विद्यार्थी इन चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग करेगें।
    आज हरियाणा प्रदेश के लिए यह स्वर्णिम दिवस है और महामहिम महोदया और अन्य विशिष्ट व्यक्तियों के आगमन से जो प्रोत्साहन सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों को मिला वह आने वाले समय में राष्ट्रीय डेयरी अनुसन्धान संस्थान के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।
    अंत में मैं मंच पर उपस्थित सभी विशिष्ट अतिथि बंधुओं के प्रति बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार व्यक्त करता हूं कि आप सभी ने अपना कीमती समय दिया।
    जय हिन्द!