दिव्यांग कल्याण कैंप – फरीदाबाद
श्री जितेन्द्र यादव जी, उपायुक्त एवं प्रैसिडैंट जिला रेड क्रॉस सोसायटी, फरीदाबाद
श्री महेश गट्टानी जी, अध्यक्ष, माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट
श्री नारायण प्रसाद झवंर जी, अध्यक्ष, माहेश्वरी मंडल
शिविर के सयोंजक श्री रमेश झवंर जी
जिला प्रशासन के अधिकारीगण, उपस्थित समाज सेवी भाईयों एवं बहनों, पत्रकार एवं छायाकार बन्धुओं ।
आज समाज कल्याण विभाग, जिला रेड क्रॉस सोसायटी, भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति व माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट के सहयोग से आयोजित इस दिव्यांग कल्याण शिविर में आकर मुझे बेहद प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। सबसे पहले मैं इस पुनीत कार्य में सहयोग करने वाले समाजसेवियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। आपका यह कार्य मानवता की सच्ची सेवा है क्योंकि आपके द्वारा दिव्यांगजनों को उनकी जरूरत अनुसार उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
भारत में अढ़ाई करोड़ के लगभग दिव्यांग व्यक्ति है। इस प्रकार देश में कुल जनसंख्या का लगभग 2.2 प्रतिशत लोग दिव्यांग हैं। इनमें ये 75 प्रतिशत दिव्यांग व्यक्ति ग्रामीण इलाकों में रहते हैं।
शहरों में सामाजिक संस्थाएं विभिन्न प्रकार से दिव्यांगों की सहायता करती रहती हैं लेकिन गांवों में स्थिति भिन्न है। तीन चौथाई से भी अधिक दिव्यांग व्यक्ति देश के ग्रामीण इलाकों में रहते हैं, इसलिए सामाजिक संस्थाओं द्वारा चलाई जा रही सेवाओं को ऐसे अछूते इलाकों तक पहुंचाया जाना जरूरी है। इसलिए मेरा सभी सामाजिक संस्थाओं से अनुरोध है कि वे ग्रामीण क्षेत्रों को भी अपना कार्यक्षेत्र बनाएं।
व्यक्ति चाहे शारीरिक रूप से दिव्यांग हो या मानसिक रूप से, हमारे समाज का उतना ही महत्वपूर्ण अंग है जितना कोई अन्य आम आदमी। यही नहीं यह प्रकृति की देन है कि दिव्यांगों में ऐसी प्रतिभा विकसित हो जाती है जिसके कारण वे अद्भुत कार्य कर डालते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण हमारे पैरालम्पियन हैं, जिन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मैडल जीतकर देश का नाम रौशन किया है।
दिव्यांगों की सहायता करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाना हम सबका परम कर्तव्य है। हमारी सरकार ने भी दिव्यांगता उन्मूलन तथा दिव्यांग पुनर्वास योजनाएं शुरू की हैं। इसके लिए सरकार पोलियो ड्राप पिलाने, चिकित्सालय खोलने, चिकित्सकों एवं अन्य चिकित्सा कर्मियों की नियुक्ति, सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था इत्यादि का कार्य कर रही हैं और उसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है। हाल के वर्षों में दिव्यांगों के प्रति समाज का नजरिया भी तेजी से बदला है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। ओटिज्म, सेरेब्रल पालसी, मंदबुद्धि और अनेक अशक्तताओं से जूझ रहे लोगों के कल्याण के लिए नेशनल ट्रस्ट की स्थापना की गई है। दिव्यांगों को कारोबार से जोड़ने के लिए नेशनल हेंडीकैप्ड फाइनैंस एंड डेवलपमेंट कोर्पोरेशन की स्थापना की गई है। इस कोर्पोरेशन द्वारा दिव्यांगों को अपना व्यापार शुरू करने के लिए 5 लाख रूपये तक का बिजनेस लोन दिया जा रहा है।
सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को अधिक से अधिक दिव्यांगजनों तक पहुंचाने के लिए दिव्यांगजनों की श्रेणी 7 से बढ़ाकर 21 कर दी गई है। पहली बार दिव्यांगजनों के लिए पूर्व मैट्रिक व मैट्रिक के बाद विदेशी छात्रवृत्ति शुरू की गई है। दिव्यांगजनों को सरकारी नौकरियों में उच्च शिक्षा में 4 से 5 प्रतिशत तक के आरक्षण का प्रावधान किया गया है। यहां तक कि हरियाणा में तो समाज सेवा के क्षेत्र के लिए वर्ष 2021-22 में दस हजार करोड़ रूपये खर्च करने का प्रावधान किया गया है, जो इस क्षेत्र के लिए रिकॉर्ड राशि है।
भाईयों व बहनों !
सरकार की योजनाएं व कार्यक्रम तब तक पूरी तरह सफल नहीं हो सकते जब तक उनमें जनता की रूचि और समर्थन एवं उसकी पूर्ण भागीदारी न हो। आप जैसी संस्थाओं के अथक प्रयास से ही हम समाज के अंतिम व्यक्ति तक के अधिकारों की सुरक्षा करके उसके जीवन को सरल एवं आनन्दमय बनाने का महान कार्य कर सकेंगे और लाखों लोगों के जीवन में प्रकाश और गति लाने में सफल रहेंगे।
देश व समाज के विकास में समाजसेवी संस्थाओं का महान योगदान है। इसी क्रम में महावीर विकलांग सहायता समिति माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट सामाजिक समानता के सिद्धांत के अनुरूप लम्बे समय से समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाएं दे रही है।
कोरोना संक्रमण काल के दौर में सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं ने जिस प्रकार से लोगों की सेवा की है, उससे हमारे देश का अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान बढ़ा है। इसी विशेषता के कारण भारत की दुनिया में पहचान है।
आपके कार्यकर्ता ने कोरोना काल में अपनी जान हथेली पर रखकर कार्य किया है। जिससे लाखों लोगों को बचाया जा सका है। आपका यह सेवाभाव सदैव याद रखा जाएगा। मैं सभी कोरोना योद्धाओं को शुभकामनाएं देता हूँ।
अन्त मेें, मैं कहना चाहूँगा कि समाज-सेवा का कार्यक्षेत्र अत्यन्त विस्तृत है। पीड़ित मानवता के कल्याण के लिए बहुत कुछ करने को है। मैं चाहूंगा कि आप जो कुछ भी मानव-कल्याण का कार्य कर सकते हैं वह पूरे समर्पित भाव से करें।
आपके पास जो भी साधन उपलब्ध हैं, उनके द्वारा ही जितना संभव हो सके मानव, समाज व राष्ट्र की सेवा करें। आपके इस सेवा के कार्य में सरकार हर तरह से आप के साथ है। मैं आपका आभारी हूं कि आपने मुझे इस गरिमामयी समारोह में आमंत्रित कर मेरा मान बढ़ाया। जयहिन्द!