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    डा. मंगल सैन जयंती

    Publish Date: अक्टूबर 27, 2023
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    चंडीगढ़, 27 अक्टूबर। हरियाणा के पूर्व उप-मुख्यमंत्री, प्रतिष्ठित समाज सेवी, भारतीय जनता पार्टी के प्रखर नेता डा. मंगल सैन की जयंती पर आज महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के डा. मंगल सैन शोध पीठ के तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी में डा. मंगल सैन को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई तथा डा. मंगल सैन के बहुआयामी व्यक्तित्व तथा योगदान को सराहा गया।
    हरियाणा के राज्यपाल तथा महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने डा. मंगल सैन को महान देशभक्त, प्रखर राष्ट्रवादी, भारतीय संस्कृति के घोषक तथा सामाजिक कार्यों के प्रति समर्पित महापुरूष कहा। उन्होंने डा. मंगल सैन को उत्तम पुरूष करार देते हुए कहा िक जीवन के आखिरी सांस तक डा. मंगल सैन जन कल्याण तथा सामाजिक उत्थान कार्यों के लिए समर्पित रहे।
    राज्यपाल-कुलाधिपति ने डा. मंगल सैन को स्वच्छ राजनीति तथा नैतिक मूल्यों के प्रति समर्पित व्यक्तित्व बताया। राज्यपाल ने कहा कि आज भारत में राष्ट्रवाद की विचारधारा प्रमुखता से स्थापित हुई है। डा. मंगल सैन इसी राष्ट्रवादी परंपरा के निर्वहन के लिए समर्पित रहे।
    राज्यपाल-कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने इस संगोष्ठी कार्यक्रम में डा. मंगल सैन: सर्वहित साधक विषयक कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण किया। उन्होंने एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह को डा. मंगल सैन के विचार तथा जीवन झलकी जन-जन तक पहुंचाने के लिए हार्दिक बधाई दी।
    इस संगोष्ठी के मुख्य वक्ता हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय तथा आवास मंत्री डा. कमल गुप्ता डा. कमल गुप्ता ने डा. मंगल सैन को योगी तथा महापुरूष बताया। उन्होंने कहा कि डा. मंगल सैन का जीवन- तन समर्पित, मन समर्पित, संपूर्ण जीवन समर्पित राष्ट्र के लिए रहा।
    डा. कमल गुप्ता ने डा. मंगल सैन के साथ अपने निजी संस्मरण सांझे किए। उन्होंने बताया कि सन् 1972-73 से छात्र जीवन के दौरान से ही वे डा. मंगल सैन के संर्पक में रहे। डा. मंगल सैन के परोपकारी, सहज स्वभाव तथा सामाजिक कार्यों के प्रति उनके लगाव को डा. कमल गुप्ता ने उल्लेखित किया। डा. कमल गुप्ता ने विश्वविद्यालय प्रशासन को डा. मंगल सैन के जीवन तथा योगदान पर शोध परियोजना प्रारंभ करने का सुझाव दिया।
    एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि डा. मंगल सैन का संपूर्ण जीवन स्वच्छ, सादगीपूर्ण, ईमानदारी तथा स्वच्छ राजनीति का रहा। शिक्षा के प्रति डा. मंगल सैन का गहरा लगाव था, जिसके चलते रोहतक में हिन्दू शिक्षण संस्थान स्थापना में उनका विशेष योगदान रहा। रोहतक विश्वविद्यालय के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के नामकरण में भी डा. मंगल सैन की महती भूमिका रही, ऐसा उनका कहना था। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में डा. मंगल सैन शोध पीठ के जरिए डा. मंगल सैन के जीवन तथा दर्शन को युवा पीढ़ी तक ले जाया जा रहा है। भविष्य में कई कार्यक्रम इस संदर्भ में आयोजित किए जाएंगे।
    कार्यक्रम के प्रारंभ में डा. मंगल सैन शोध पीठ के चेयर प्रोफेसर डा. राजीव कुमार ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने डा. मंगल सैन शोध पीठ बारे भी बताया। डा. मंगल सैन शोध पीठ के सलाहकार सोमनाथ शर्मा ने डा. मंगल सैन शोध पीठ स्थापना की पृष्ठभूमि सांझा की। उन्होंने बताया कि इस शोध पीठ के तत्वावधान में डा. मंगल सैन संबंधित दो पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
    एमडीयू के कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने डा. मंगल सैन को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। प्रो. तनेजा ने कहा कि डा. मंगल सैन का ओजस्वी, प्रेरणादायी व्यक्तित्व आज भी हम सब को प्रेरित करता है। कुलसचिव प्रो. तनेजा ने आभार प्रदर्शन किया। निदेशक युवा कल्याण डा. जगबीर राठी ने कार्यक्रम में मंच संचालन किया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। डा. मंगल सैन के पोट्रेट पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
    इस अवसर पर रोहतक के महापौर मनमोहन गोयल, सुपवा के कुलपति गजेन्द्र चौहान, कुलसचिव डा. गुंजन मलिक मिनोचा, भाजपा जिलाध्यक्ष रणबीर ढाका, पूर्व जिलाध्यक्ष अजय बंसल, पूर्व विधायक सरिता नारायण, डा. मंगल सैन के भतीजे रणधीर भूटियानी तथा अन्य परिजन, रविन्द्र सक्सेना, देवेन्द्र गोयल, सुरेन्द्र बंसल, डा. पूर्णमल गौड़, एमडीयू के डीन, सीडीसी प्रो. ए.एस. मान, विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, मडूटा प्रधान डा. विकास सिवाच, शिक्षकगण, गैर शिक्षक कर्मचारी, शोधार्थी, विद्यार्थी, जिला प्रशासन के अधिकारीगण, रोहतक के गणमान्य नागरिकगण उपस्थित रहे।
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