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    टोक्यो ओलंपिक-2020 के विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों का सम्मान समारोह

    Publish Date: अगस्त 13, 2021

    हरियाणा के उपमुख्यमंत्री आदरणीय श्री दुष्यंत चौटाला जी, गृह व स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज जी, हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता जी, खेल एंव युवा मामले मंत्री सरदार संदीप सिंह जी, सभी माननीय मंत्रिगण, सभी विधायकगण, मुख्यमंत्री हरियाणा के मुख्य प्रधान सचिव, श्री डी.एस. ढेसी मुख्य सचिव श्री विजयवर्धन जी, पुलिस महानिदेशक श्री मनोज यादव जी तथा सभी पदक विजेता व प्रतिभागी खिलाड़ी, सभी अधिकारीगण, अतिथिगण भाईयो-बहनों तथा पत्रकार व छायाकार बंधुओं। मैं आज इस समारोह में आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन करता हूँ।
    मैं आज इस कार्यक्रम में पहुँचकर बहुत ही गौरवान्वित महसुस कर रहा हुँ। आज सम्मानित होने वाले सभी ओलंपियन को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ देता हूँ, जिनकी अथक मेहनत से हरियाणा को देश में नई पहचान मिली है। मैं आज इन खिलाड़ियों के साथ-साथ हरियाणा सरकार को भी बधाई देता हूँ जिनकी खेल नीति से प्रोत्साहित होकर खिलाड़ियों ने यह ऐतिहासिक कारनामा कर दिखाया है।
    मुझे यह कहते हुए बहुत ही गर्व महसुस हो रहा है कि पूरे देश के 127 खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों व प्रतिस्पर्धाओं में टोक्यो ओलंपिक में भाग लिया। इन खिलाड़ियों में 32 खिलाड़ी यानि लगभग 25 प्रतिशत खिलाड़ी हरियाणा प्रदेश से हैं।
    ओलंपिक में हरियाणा प्रदेश के तीन खिलाड़ियों नीरज चौपड़ा, बजरंग पुनिया और रवि दहिया ने व्यक्तिगत मैडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है। इसके साथ-साथ कांस्य पदक जितने वाली हॉकी टीम में भी दो खिलाड़ी सुरेन्द्र कुमार और सुमित हरियाणा से हैं। टोक्यो ओलंपिक में देश के खिलाड़ियों ने 7 पदक जीतें हैं जिनमें 4 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों के नाम हैं। इस तरह से 50 प्रतिशत से भी अधिक हरियाणा के खिलाड़ियों ने पदक जीते हैं।
    हरियाणा का ओलंपिक खेलों में एक स्वर्णिम इतिहास रहा है। ओलंपिक के इतिहास में एकल खेलों में भारत ने अब तक कुल 20 पदक जीते हैं, इनमें 11 पदक हरियाणा के नाम हैं।

    सभी प्रदेशवासी बधाई के पात्र हैं कि हरियाणा देश का मात्र 2 प्रतिशत भू-भाग होते हुए खेलों का हब बना है और भारत का नाम रोशन किया।

    ओलंपिक ने भारत के लिए एक मात्र स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चौपड़ा गांव खांद्रा (पानीपत) हरियाणा से हैं। नीरज चौपडा ने ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर स्वर्ण इतिहास रचा है। उनकी यह जीत आने वाली पीढ़ियों को खेलों के लिए प्रेरित करती रहेगी। स्वर्ण पदक जीतने की ख़बर सुनते ही मुझे इतनी खुशी हुई कि मैनें तुरंत नीरज चौपड़ा के पिता व पूरे परिवार को फोन पर बधाई दी।
    आज मुझे हरियाणा की बेटियों पर और भी गर्व है जिन्होंने हॉकी व अन्य प्रतिस्पर्धाओं में उम्दा प्रदर्शन कर देशवासियों का दिल जीता है। महिला हॉकी की बात की जाए तो इस टीम में 9 खिलाड़ी हरियाणा से ही हैं, वो भी बहुत ही सामान्य परिवारों की बेटियां हैं। मैं इन सभी बेटियों को हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ। आज इन बेटियों को भी 50-50 लाख रूपये की राशि से सम्मानित किया जा रहा है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा हरियाणा से शुरू किए गए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के परिणाम सामने आए हैं। इस कार्यक्रम का सबसे अधिक लाभ हरियाणा ने उठाया है, इसलिए मैं विशेष तौर से मुख्यमंत्री जी का मुबारकवाद देता हूँ।
    टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने व भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों व उनके प्रशिक्षकों तथा कोचों को भी बधाई देता हुँ। हरियाणा सरकार भी बधाई की पात्र है। इस कार्यक्रम में राज्य सरकार द्वारा सभी प्रतिभागी खिलाड़ियों को 15-15 लाख रूपये की राशि देकर सम्मानित किया जा रहा है।
    हरियाणा सरकार ने खिलाड़ियों के लिए खेल नीति बनाने के साथ-साथ विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। हरियाणा सरकार की खेल नीति की न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी सराहना हुई है।
    हरियाणा की खेल नीति के तहत ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 6 करोड़, रज़त पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 4 करोड रूपए और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को अढ़ाई करोड़ रूपए की राशि दी जा रही है।
    यह राशि पदक विजेताओं को राज्य सरकार द्वारा आज ही दी जा रही है। मुझे खुशी है कि राज्य सरकार द्वारा खेल नीति के तहत पैरालम्पिक में पदक जीतने वाले एंव ओलम्पिक, एशियन, कॉमनवैल्थ, राष्ट्रीय खेल और राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले सामान्य खिलाड़ियों के समान नकद पुरस्कार दिया जा रहा है। आज इस समारोह में पदक जीतने वाले व प्रतिभागी खिलाड़ियों को कुल 23.25 करोड़ रूपये की राशि ईनाम स्वरूप दी जा रही है।
    मेरी युवाओं से अपील है कि वे पढ़ाई के साथ-साथ खेलों से जुडें और खेलों को कैरियर के रूप में अपनाकर दृढ़ निश्चिय से आगे बढ़ें। सभी खिलाड़ी पूरे आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति के साथ अपने खेलों में शत प्रतिशत दें, जिस प्रकार नैपोलियन बोनापार्ट कहते थे कि उनके शब्दकोश में असंभव नाम का शब्द नहीं है, इसी प्रकार खिलाड़ी भी अपने शब्दकोश से असंभव शब्द को हटाकर एक मिशन के रूप में तैयारी करें और खेलो में भाग लें।
    मुझे विश्वास है कि पेरिस (फ्रांस) में होने वाले ओलंपिक में डबल डिजिट में पदक जीतकर देश का नाम रोशन करेंगे। पेरिस ओलंपिक में भी सबसे ज्यादा खिलाड़ी हरियाणा से ही होंगे।

    हरियाणा सरकार आपके साथ है और सरकार द्वारा हर सम्भव मदद की जाएगी। एक बार फिर मैं सभी खिलाड़ियों का अभिनन्दन करते हुए सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।
    धन्यवाद
    जयहिन्द!