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    टी.बी.मुक्त भारत अभियान, पंचकूला

    Publish Date: सितम्बर 17, 2022

    आदरणीय श्री अनिल विज जी, स्वास्थ्य मंत्री, हरियाणा
    आदरणीया डा0 श्रीमती जी.अनुपमा जी, अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा
    इस कार्यक्रम से जुड़े सभी जिलों के उपायुक्त साहेबान-
    श्री प्रभजोत सिंह जी, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा
    डा0 वीना सिंह जी, महानिदेशक, स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा
    डा0 सोनिया त्रिखा, महानिदेशक, स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा
    डा0 राजेश राजू, जिला टी.बी अधिकारी, हरियाणा
    सुश्री ज्योति, टी.बी चैम्पियन, बिलासपुर, यमुनानगर, हरियाणा
    उपस्थित सभी डाक्टर्स, स्वयं सेवी व समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधिगण, अधिकारिगण, भाईयों-बहनों ,पत्रकार एवं छायाकार बंधुओं!
    आज हरियाणा में शुरू किए जा रहे स्टेट टी.बी. मुक्त भारत अभियान के लाॅचिंग कार्यक्रम में पहुॅंचकर मुझे अत्यन्त खुशी महसूस हो रही है क्योंकि ये कार्यक्रम हर भारतवासी के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है।
    पूर्व में हमारे देश में चेचक, पोलियो मुक्त जैसे स्वास्थ्य से जुड़े कई अभियान चलाए गए। ये स्वास्थ्य अभियान आप लोगों के और जनता के सहयोग से पूरी तरह सफल हुए हैं। आज हमारे देश में एक भी चेचक या पोलियो का केस नहीं है। अभी हाल ही में पूरे विश्व में कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए कोविड रोधी टीकाकरण अभियान चलाया गया है जिसके तहत भारत मेें दो सौ सौलह (216) करोड़ वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी है। इसी प्रकार हरियाणा में साढ़े चार करोड़ कोरोना रोधी डोज दी गई हैं। इस तरह से हमने कोरोना जैसी महामारी पर नियन्त्रण पाया है। इन अभियानों की सफलता के लिए आप सभी कोरोना योद्वाओं को हार्दिक बधाई व ढ़ेर सारी शुभकामनाएं।
    भाईयो-बहनों!
    देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जहां देश के ढांचागत व आर्थिक विकास को लेकर संवेदनशील है वहीं देशवासियों के स्वास्थ्य को लेकर भी पूरी तरह गम्भीर हैं, क्योंकि जिस देश के नागरिक स्वस्थ होंगें वही देश चहुमुखी प्रगति करेगा। प्रधानमंत्री जी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2030 तक के लक्ष्य से भी पांच वर्ष पूर्व यानि 2025 तक भारत को टी.बी. मुक्त बनाने का लक्ष्य दिया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आप सबके सहयोग के साथ-साथ समुदायिक सहयोग बहुत ही जरूरी है। समाज के सभी वर्गो का सहयोग लेकर ही हम विश्व के सामने टी.बी. मुक्त होने का उदाहरण रख सकते हैं।
    समाज व समुदाय के सहयोग के लिए देश और प्रदेश में ‘नी-क्षय‘ (मित्र) Ni-Kshay तैयार किए गए हैं, जो प्रदेश में हर टी.बी पीड़ित रोगी तक पहुंच कर पोषण, अतिरिक्त निदान व व्यावसायिक सहायता देगें। अभी तक हरियाणा में चार सौ (400) से भी अधिक नि-क्षय Ni-Kshay (मित्र) तैयार किए गए हैं। ये नि-क्षय Ni-Kshay (मित्र) हर रोगी तक पहुंचकर पोषण, मैडिसिन, परामर्श संबंधित सेवाएं देने का काम भी करेगें। पोषण के रूप में हर रोगी को स्वास्थ्यवर्धक किट दी जाएंगी।
    ये बहुत ही खुशी की बात है कि पीड़ित व्यक्ति सामुदायिक सहायता के लिए आगे आए हैं। अभी तक हरियाणा में कम्यूनिटि सहयोग लेने के लिए पचीस (25) हजार से भी ज्यादा रोगियों ने सहायता लेने की सहमति दी है। हमारा प्रयास है कि हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच पाए ताकि कोई भी व्यक्ति धन या जानकारी के अभाव में टी.बी ग्रस्त न रहे। आज यहां स्वयं सेवी संस्थाओं व व्यक्तिगत नि-क्षय छप.ज्ञेींल (मित्रों) को सम्मानित किया जा रहा है। मैं इन सभी नी-क्षय छप.ज्ञेींल (मित्रों) को बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं देता हूं। आप एक ऐसे अभियान से जुड़े हैं जो जन सेवा और देश सेवा का एक अनूठा अभियान है।
    भाईयों-बहनों!
    स्वैच्छिक नी-क्षय Ni-Kshay (मित्रों) में ट्रस्ट, फाउंडेशन, सामाजिक व धार्मिक संगठनों के साथ-साथ निजी तौर पर भी व्यक्ति जुड़ सकते हैं। इस अभियान से जुड़ने के लिए बाकायदा स्वास्थ्य विभाग द्वारा नि-क्षय (Ni-Kshay) पोर्टल बनाया गया है। मेरी सभी संस्थाओं व समाज के प्रबुद्ध वर्ग के लोागों से अपील है कि व ज्यादा से ज्यादा टी.बी मुक्त भारत अभियान से जुड़ कर जन सेवा के कार्यक्रम में भागीदार बनंे और ज्यादा से ज्यादा टी.बी पीड़ित लोगों को Adopt करें। प्राय देखने में आया है कि टी.बी रोग स्लम व गरीब बस्तियों में रहने वाले लोगों को अपनी चपेट में लेता है। इसलिए सभी स्वास्थ्य कर्मी व नि-क्षय Ni-Kshay (मित्र) इन बस्तियों में जाकर काम करें।
    सामुदायिक सहायता गतिविधि टीबी रोगी को उनके उपचार के परिणाम में सुधार, सामुदायिक भागीदारी बढ़ाने और कॉर्पाेरेट सामाजिक जिम्मेदारी गतिविधियों का लाभ उठाने के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसके लिए सभी जिलों के उपायुक्त विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित कर ज्यादा से ज्यादा लोगों का यानि नि-क्षय Ni-Kshay (मित्र) तैयार करें।
    देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा चलाई गई आयुष्मान भारत के योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक वरदान साबित हुई है। इस योजना के तहत हरियाणा प्रदेश में अब तक 28.47 लाख स्वर्ण कार्ड बनाए जा चुके हैं और 4.49 लाख लोगों को चार सौ पचास (450) करोड़ रूपए का भुगतान किया। हरियाणा इस अभियान की सफलता में प्रथम स्थान पर है।
    हरियाणा सरकार ने सभी टी.बी मामलों में मुफ्त उपचार के साथ-साथ निदान के प्रावधान हेतू नि-क्षय पोषण योजना, उपचार समर्थक मानदेय, मुखबिर प्रोत्साहन जैसे बड़े कदम उठाए हैं, जो बेहद सार्थक सिद्ध हो रहे हैं।

    देवियों व सज्जनों!
    महात्मा गांधी जी कहते थे ‘‘स्वास्थ्य ही वास्तविक धन है, रूपया-पैसा, सोना-चांदी इसके सामने कुछ भी नहीं है‘‘। स्वास्थ्य ही मनुष्य का अन्त तक साथ देता है। बेहतर स्वास्थ्य के उद्देश्य से ही टी.बी मुक्त भारत अभियान की शुरूआत राष्ट्रीय स्तर पर गत 09 सितम्बर को महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मूर्मु द्वारा की गई थी।
    आज हरियाणा में इस अभियान की औपचारिक शुरूआत हुई। अब तक हमारे नि-क्षय Ni-Kshay (मित्र) लगभग आठ हजार टी.बी पीड़ित लोगों को ।कवचज कर चुके हैं। उन्हें बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं। इसी कड़ी में मैं भी राजभवन की तरफ से पांच टी.बी. पीड़ित बच्चों को ।कवचज करने की घोषणा करता हूं और सभी प्रदेशवासियों से टी.बी रोगियों के इलाज के लिए आगे आने की अपील करता हूं। इसी के साथ इस टी.बी मुक्त भारत अभियान के शुरू होने पर कार्यक्रम के लिए आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं और अभियान की शत-प्रतिशत सफलता की कामना करता हूं।
    जय हिन्द!