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    चै0 बंसी लाल विश्वविद्यालय, भिवानी का द्वितीय दीक्षांत समारोह

    Publish Date: अक्टूबर 11, 2022

    श्री जय प्रकाश दलाल जी, कृषि मंत्री, हरियाणा सरकार
    श्री धर्मवीर सिंह जी, सांसद, भिवानी-महेन्द्रगढ़
    श्री बृजेन्द्र सिंह जी, सांसद, हिसार
    श्री घनश्याम सर्राफ जी, विधायक, भिवानी
    श्री बिशम्बर सिंह जी, विधायक, बवानी खेड़ा
    प्रो0 राजकुमार मित्तल जी, कुलपति, चै0 बंसी लाल विश्वविद्यालय, भिवानी
    विश्वविद्यालय के सभी फैकल्टी सदस्यगण, प्रिय विद्यार्थियों और अभिभावकगण, उपस्थित महानुभाव व मीडिया बन्धुओं!
    मुझे चैधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय, भिवानी के दूसरे दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। आज डिग्री ग्रहण करने वाले सभी छात्रों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएॅ! मैं इस अवसर पर उन सभी संकाय सदस्यों, शिक्षकों, गुरूजनों, माता-पिता और अभिभावकों को भी हार्दिक बधाई देना चाहूंगा, जो इन बच्चों की इस अद्भुत यात्रा का हिस्सा रहे हैं।
    देवियो और सज्जनों!
    चैधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थानों में से एक है। मुझे खुशी है कि अपने आठ साल के कम समय के कार्यकाल में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं। मेरे सामने देश का उज्ज्वल भविष्य बैठा हुआ है और मैं आप सभी में सुनहरे भारत का सपना देख रहा हूॅ।
    मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि विश्वविद्यालय ने अपनी छोटी अवधि के दौरान शिक्षा के साथ-साथ स्थानीय क्षेत्रों में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने, पांच गावों को विकास के लिए गोद लेने और वयस्क साक्षरता कार्यक्रम जैसे अभियान शुरू कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ विश्वविद्यालय ने स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में ‘‘चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व का समग्र विकास‘‘ विषय को लागू किया है। इसी प्रकार वैदिक गणित विषय पर सर्टिफिकेट और डिप्लोमा शुरू करने वाला भी यह हरियाणा का प्रथम विश्वविद्यालय है।
    पता चला है कि चैधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय, हरियाणा का ऐसा विश्वविद्यालय है, जिसमें उच्च शिक्षा में कुल विद्यार्थियों में लगभग सत्तर प्रतिशत से अधिक लड़कियां अध्ययनरत हैं और खुशी है कि आज कुल एक हजार छः सौ चैरान्वे (1694) डिग्रीयों में से एक हजार दो सौ इकावन (1251) लड़कियों को डिग्रीयां प्रदान की जा रही है। इसी प्रकार नवासी (89) पदकों में तिहत्तर (73) लड़कियों को मेडल प्रदान किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय के कौशल विकास और महिला उद्यमिता के माध्यम से क्षेत्र में लड़कियों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास भी सराहनीय हैं। मैं डिग्री प्राप्त कर्ताओं को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।
    प्रिय होनहार विद्यार्थियों!
    जीवन में कड़ी मेहनत और अनुशासन का कोई विकल्प नहीं है। इसलिए मुझे विश्वास है कि इस विश्वविद्यालय में अध्ययन के दौरान आपने जो ज्ञान और अनुभव प्राप्त किया है, वह आपको अपने जीवन की चुनौतियों का सामना करने में काम आएगा। अपनी डिग्री पूरी करने वाले छात्रों को मेरी सलाह है कि बदलती दुनिया में एक शिक्षार्थी के रूप में हमेशा अपनी जड़ों से जुड़े रहें। भारतीय संस्कृति, मूल्यों, आयुर्वेद और योग जैसी समृद्ध भारतीय ज्ञान प्रणाली को अपनाएं।
    देश और समाज को आपसेे बहुत सी अपेक्षाएं हैं। मेरा विश्वास है कि आप बेहद जिम्मेदार नागरिक बनकर समाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगें। इसके लिए आपको वर्तमान शैक्षणिक पारिस्थितिक प्रणाली से जुड़े रहना होगा। वर्तमान में यह शैक्षिक प्रणाली राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के रूप में देश को मिली है।
    इस शिक्षा नीति को 21वीं सदी की आवश्यकताओं की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। हरियाणा नई शिक्षा नीति को 2025 तक पूर्व रूप से लागु करने के लिए तैयार है। सभी विश्वविद्यालयों ने सभी तरह की ढांचागत सुविधाएं जुटा ली हैं। इसके लिए सभी विश्वविद्यालय बधाई के पात्र हैं।
    हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देते हैं, जिनके कारण ही आज भारत विशेष रूप से शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़े परिवर्तन के शिखर पर है। इस शिक्षा नीति से देश में एक नए युग की शुरूआत हुई है। नई शिक्षा नीति में पारंपरिक भारतीय शिक्षा पद्धति तथा वर्तमान विश्व की आधुनिक शिक्षा पद्धति, आत्मनिर्भरता, स्वावलंबन, भारत का ज्ञान, कौशलता, रोजगारोन्मुखी, स्वदेशी मातृभाषा तथा लोक कला व संस्कृति को मद्देनजर रखते हुए अद्भुत समन्वय किया गया है।

    मेरा सभी शिक्षाविदों, अध्यापकों व शिक्षा संस्थानों से आहवान है कि वे स्वयं को आधुनिक शिक्षा के मानदण्डों के अनुरूप तैयार करें। विश्वविद्यालयों में रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू किए जाने की आवश्यकता हैं। सभी विश्वविद्यालयों में प्लेसमैंट सैल भी बनाए जाने चाहिए ताकि युवाओं को रोजगार के अवसरों व उनकी सही जानकारी प्राप्त हो सके।
    हमने उच्च शिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र में डिजीटलीकरण के रूप में Artificial Intelligence, Internet of Things, Block Chain, Computing Power, Smart Devices, Machine Learning, Extendend Reality, Digital Trust, 3D Printing, Zinomix , New Energy Solutions जैसी नई तकनीकों के साथ जोडना होगा। इसमे Robotic Process Automation, Edge Computing, Quantum Computing, Virtual Reality and Augmented Reality, 5G and Ciber Safety भी शामिल हों। इससे छात्र नई प्रौद्योगिकी के साथ विश्व स्तरीय शिक्षा ग्रहण कर पाएगें और वे नौकरी की तलाश करने वाले नहीं बल्कि उद्यमी और नौकरी प्रदान करने के बारे में सोचेगें।
    मैं केंद्र सरकार के सक्षम उपायों के लिए धन्यवाद करता हूॅ। भारत के पास आज अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। हमारे देश में सत्तर हजार से भी अधिक स्टार्टअप पंजीकृत हैं। यह सब देश में डिजीटलीकरण को आगे बढ़ाने से ही हो पाया है।
    अकेले हरियाणा में लगभग चार हजार स्टार्टअप हैं, जिन्हें उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मान्यता मिल चुकी है।
    हमारे विश्वविद्यालयों को Research and Development, Incubation Centre, MOU उद्योग, संकाय और छात्रों के बीच नियमित समन्वय पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
    देवियों और सज्जनों!
    हमें सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक रूप से वंचित समूहों पर विशेष जोर देते हुए समान और समावेशी शिक्षा के अवसर पैदा करने है। मैं चाहता हूं कि चै0 बंसी लाल विश्वविद्यालय व अन्य सभी विश्वविद्यालय हमारे गरीब लड़के और लड़कियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला देकर उन्हें सशक्त बनाने और उनके लिए विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ देने में उनकी मदद करने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
    मैं चै0 बंसी लाल विश्वविद्यालय के संकायों और उसके पूर्व छात्रों से अपील करता हूं कि वे पड़ोसी गांवों को गोद लेकर उन्हें टीबी के खतरे से मुक्त करने के लिए शुरू किए गए टी.बी मुक्त भारत अभियान से जुड़ें। इससे भारत और हरियाणा को टीबी मुक्त बनाने में आपका महत्वपूर्ण योगदान होगा।
    अंत में, मैं आप सभी से अपील करता हूं कि आप अपने आपको प्रेम, करुणा और नम्रता के साथ समाज को बेहतर और अधिक समावेशी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दें। हमारे सामने देश का भविष्य है। आप धरातल से जुड़ कर अपने राष्ट्र और इसके नागरिकों को बिना किसी धर्म, जाति, समुदाय के आधार पर आगे बढ़ाने में सर्वस्व दें।
    इन्हीं शब्दों के साथ मैं आप सभी को बधाई देता हूं तथा आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूॅ। आप सभी जीवन में अच्छा करें और धन्य रहें।
    जय हिन्द!