Close

    चरखी दादरी में आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय पशुधन प्रदर्शनी समारोह

    Publish Date: मार्च 12, 2023

    उपस्थित सम्मानित किसान एवं पशुपालक भाईयों-बहनों व मीडिया के बंधुओं!
    आज के इस आयोजन में प्रदेश के सभी क्षेत्रों से आए पशुपालकों का मैं हार्दिक स्वागत करता हूॅं और इस तीन दिवसीय राज्य स्तरीय पशुधन प्रदर्शनी में होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले पशुपालकों को मैं शुभकामनाएं देता हूॅं।
    हरियाणा राज्य में पशुपालकों में प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करने हेतु उन्हें यथोचित पुरस्कृत किया जाता रहा है ताकि वे पशुपालन की ओर आकर्षित हों और उत्तम नस्ल के पशुओं के पालन में रूचि लें व उन्नत तकनीकों को अपनाएं।
    इस कार्यक्रम के दौरान एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है, इसका अवलोकन करने के बाद मुझे विभाग द्वारा पशुपालकों को पशुपालन सम्बन्धी नवीन तकनीकों को उपलब्ध करवाने बारे काफी जानकारी मिली। मुझे विश्वास है कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम से विभिन्न प्रजाति के पालतू पशुओं के संरक्षण व समुचित विकास को सुनिश्चित किया जाएगा।
    हरियाणा प्रदेश का पशुधन देश में सदैव अपना एक विशिष्ट स्थान रखता है। प्रदेश सरकार पशुधन के विकास के लिए सदैव सजग एवं प्रतिबद्ध है। सरकार द्वारा किए गए विशेष प्रयासों व प्रदेश के किसानों द्वारा की गई मेहनत की वजह से पशुओं की उत्पादन क्षमता में व्यापक बढ़ोतरी हुई है।
    मुझे यह बताते हुए बहुत गौरव हो रहा है कि आज हरियाणा राज्य में वार्षिक दुग्ध उत्पादन एक सौ सौलह करोड़ उन्तीस लाख टन पर पहुॅंच गया है, प्रति व्यक्ति एक हजार तिरासी ग्राम दुग्ध उपलब्धता के साथ देश में पंजाब के बाद दूसरे स्थान पर है, जबकि राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति प्रति दिन दुग्ध उपलब्धता मात्र चार सौ सताईस ग्राम है।
    यह अपार हर्ष का विषय है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल कृषि एवं कृषकों के लाभ के लिए सतत् प्रयत्न कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में हरियाणा प्रदेश गाय व भैसों को मुंहखुर व गलघोटू रोगों से मुक्त बनाने के लिए सयुंक्त वैकसीन का प्रयोग करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है और इसके परिणामस्वरूप पिछले तीन वर्षों में इन बीमारियों का कोई मामला सामने नहीं आया है।
    हरियाणा सरकार ने दो हजार तीस तक राज्य में गायों व भैंसों से ब्रूसैला रोग के पूर्ण उन्मूलन हेतु एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके अन्तर्गत गायों व भैंसों की चार से आठ महीने की सभी पात्र बछड़ियों/कटड़ियों का ब्रूसैला वैक्सीन से टीकाकरण किया जा रहा है।
    राज्य के पशुपालकों को सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना राज्य में पिछले चार वर्षों से क्रियान्वित है, जिसके तहत आठ करोड़ उन्नीस लाख पशुओं का बीमा किया गया है। राज्य के पशुपालकों को बैंकों द्वारा उनकी कार्यशील पूंजी को पूरा करने के लिए पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड (पी.के.सी.सी.) प्रदान किए जा रहे हैं और अब तक एक करोड़ तैंतालीस लाख पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड बैंकों द्वारा स्वीकृत किए गए हैं, और राज्य के पशुपालकों को एक हजार करोड़ से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है।
    मुझे यह बताते हुए बड़ी खुशी हो रही है कि हरियाणा में पिछले आठ वर्षों में सामाजिक समरसता के क्षेत्र में काफी अधिक काम हुआ है। सरकार ने गरीब से गरीब परिवारों की पारिवारिक आय बढ़ाने के लिए ”मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना“ शुरू की है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा को सबसे अधिक आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। इस योजना के अंतर्गत अब तक बाईस हजार चार सौ बियासी पशु इकाईयाँ स्थापित की जा चुकी हैं, जिनमें से दस हजार पांच सौ बानवें लाभार्थियों को सब्सिडी के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जा चुकी है।
    मुझे जानकारी प्राप्त हुई है कि पशुपालकों को उनके घर-द्वार पर पशुचिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए राज्य में मोबाइल पशु चिकित्सालयोंकी शुरूआत की जा रही है। इस सम्बन्ध मंे राज्य में सत्तर मोबाइल पशु चिकित्सा इकाईयों की स्थापना के लिए भारत सरकार द्वारा ग्यारह करोड़ बीस लाख रूपए का बजट जारी किया गया है।
    यह बात जग-जाहिर है कि हरियाणा राज्य पशुओं की उन्नत नस्लों के लिए विख्यात है। राज्य मुर्राह नस्ल की भैंस के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इस नस्ल के संरक्षण एवं विकास के लिये सरकार द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार द्वारा उच्च गुणवत्ता एंव अधिक दुग्ध उत्पादन वाली मुर्राह भैंस के मालिकों को तीस हजार रूपए तक का नकद प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
    जैसा कि आप सब जानते है कि हमारे देश की सनातन संस्कृति में गाय माता को श्रेष्ठ स्थान हासिल है। हरियाणा सरकार ने राज्य में गौसंरक्षण एवं गौसंवर्द्धन के लिए सराहनीय कदम उठाए हैं। सरकार गाय की देशी नस्लों के संरक्षण एवं विकास के लिए प्रतिबद्ध है। देशी नस्ल की गाय राज्य की भौगोलिक स्थिति, जलवायु एवं उनकी रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता के कारण विदेशी नस्ल की गायांे की अपेक्षा ज्यादा उपयुक्त हैं। सरकार द्वारा किसानों को उच्च कोटि की हरयाना, साहीवाल व बेलाही गाय रखने के लिए उनके दूध देने की क्षमता के आधार पर बीस हजार रूपए तक की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है।
    हरियाणा सरकार द्वारा राज्य में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पचास दुधारू पशुओं तक की डेयरी इकाई स्थापित करवाई जा रही हैं। इस स्कीम के अन्तर्गत डेयरी इकाई स्थापित करने हेतु बैंक से लिए गए ऋण पर पांच वर्ष तक लगने वाले ब्याज को सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।
    यह अत्यन्त हर्ष का विषय है कि आज के इस आयोजन में पशुधन की विभिन्न प्रजातियों को पालने वाले अग्रणी व प्रगतिशील किसान भाग लेने के लिए आए हैं। इस तरह के आयोजन पशुपालकों में प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करते हैं तथा पशुपालकों को उन्नत तथा नवीन तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
    मैं पुनः इस कार्यक्रम में आपकी भागीदारी के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद करता हूँ तथा इस कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए मंगलकामनाएं करता हूँ।
    जय हिन्द!