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    गणतंत्र दिवस भाषण, कुरूक्षेत्र

    Publish Date: जनवरी 26, 2023

    आदरणीय स्वतन्त्र्ाता सेनानीगण, सम्मान के योग्य बुजुर्गों, भाइयों-बहनों, नौजवान साथियों, प्यारे बच्चों और मीडिया के बंधुओं!
    आज हम आजादी के अमृत महोत्सव में अपना चौहतर वां (74वां) गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। इस पावन पर्व पर मैं सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ।
    कुरूक्षेत्र की इस पवित्र भूमि पर तिरंगा फहराना मेरे लिए गर्व और गौरव का विषय है। श्रीमद्भगवत गीता की इस पावन धरा को मैं शत-शत नमन करता हूँ। यहां धर्म की रक्षा के लिए पांडवों और कोरवों के बीच युद्ध लड़ा गया। इस युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण ने गीता उपदेश देकर युद्ध में धर्म की जीत करवाई और पूरी मानवता को कर्म, कर्त्तव्य, कल्याण, सत्य, समानता का संदेश दिया। जिसे अपनाकर आज भारत ही नहीं बल्कि विश्व में शांति, सद्भाव, सौहार्द, भाईचारे का वातावरण बढ़ रहा है।
    भारत देश की आजादी के संघर्ष हेतु, भारत के महानत्तम स्वतंत्रता सेनानी जैसे रानी लक्ष्मीबाई, शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपत राय, शहीद उधम सिंह, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरू, बाल गंगाधर तिलक, सरदार वल्लभ भाई पटेल, लाल बहादुर शास्त्री, चन्द्रशेखर आजाद, वीर सावरकर, ऐनी बेसेन्ट, राव तुला राम, लाला लाजपत राय, पं0 नेकी राम शर्मा, सर छोटू राम व जाने-अनजाने हजारों देशभक्तों ने बलिदान दिया और त्याग किया। मैं सभी वीर शहीदों और महापुरूषों को नमन करता हूं।
    हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने जिस स्वतंत्र, शक्तिशाली व महान भारत के सपने संजोये थे, आजादी के बाद उनको पूरा करना हर भारतवासी का कर्Ÿाव्य बन गया। उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रशासनिक व राजनीतिक व्यवस्था होना जरूरी था। इसी व्यवस्था को कायम करने के लिए भारत रत्न बाबा साहेब डा. भीम राव अम्बेडकर ने संविधान की रचना की और 26 जनवरी, उन्नीस सौ पचास (1950) को देश में संविधान लागु हुआ। आज संविधान के अनुरूप माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश दिन दौगुनी-रात चौगुनी प्रगति कर रहा है।
    देश में पूरे जश्न के साथ ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ मनाया जा रहा है। इस वर्ष देश में स्वतंत्रता सेनानियों को विशेष सम्मान देने के साथ-साथ आगामी 25 सालों के लिए एक विजन व रूपरेखा भी बनाई जा रही है ताकि दो हजार सैंतालीस (2047) में आजादी के सौ वर्ष पूरे होने पर भारत पूरी दुनिया को नेतृत्व प्रदान करें।
    भाइयों-बहनों!
    हरियाणा की जनता व प्रदेश सरकार ने कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। प्रदेश की तरक्की के लिए राज्य की जनता व राज्य सरकार बधाई के पात्र हैं।
    प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार पर चोट करने और प्रदेशवासियों को सरकार की योजनाओं व कार्यक्रमों से लाभान्वित करने के उद्देश्य से डिजिटल इण्डिया विजन को आगे बढ़ाया है। प्रदेश में अंत्योदय एवं सरल केन्द्रों के माध्यम से उनचास (49) विभागों की छःसौ उनचास (649) योजनाएं ऑनलाइन की गई हैं। प्रदेश में शुरू किया गया सी.एम. विंडो पोर्टल आमजन की शिकायतों के त्वरित समाधान का उपयुक्त मंच साबित हुआ है। इसके माध्यम से साढ़े नौ लाख से भी अधिक शिकायतों का समाधान किया जा चुका है।
    प्रदेशवासी भाईयों और बहनों!
    पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के ‘अंत्योदय’ दर्शन के अनुरूप मेरी सरकार ने सबसे गरीब लोगों का जीवन-स्तर ऊंचा उठाने के लिए ‘मिशन अंत्योदय‘ शुरू किया है। इस अभियान के तहत प्रदेश में ‘मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना’ शुरू की है। इसी योजना के तहत हर परिवार की कम से कम एक लाख अस्सी हजार रुपए वार्षिक आय करने का बीड़ा उठाया है। इससे कम आय वाले परिवारों की पहचान करने के लिए तीन चरणों में आठ सौ इकसठ अंत्योदय मेलों का आयोजन भी किया गया है। अब तक एक लाख छत्तीस हजार से भी अधिक परिवारों की पहचान की जा चुकी है।
    भाईयों और बहनों!
    प्रदेश के लोगों को ‘आयुष्मान योजना‘ का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले। इसके लिए राज्य में ‘चिरायु योजना‘ शुरू की गई है। अब इस योजना के तहत पात्रता के लिए आय की सीमा एक लाख बीस हजार से बढ़ाकर एक लाख अस्सी हजार की गई है। पहले केन्द्र की इस योजना के तहत हरियाणा के पन्द्रह लाख इक्यावन हजार सात सौ अठानवें (1551798) परिवार कवर हो रहे थे। चिरायु योजना के तहत लगभग उनतीस लाख (29 लाख) परिवार कवर हो रहे हैं। इस योजना के तहत अब इन परिवारों के तिहतर लाख (73 लाख) गोल्डन कार्ड भी बनाए जा चुके हैं। इसी माह के अंत तक सभी परिवारों के व्यक्तियों के गोल्डन कार्ड बना दिए जाएगें। चिरायु योजना के तहत परिवारों का पांच लाख तक का इलाज का खर्च हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
    यह योजना Cashless(कैशलेस) और पूरी तरह Paperless(पेपर लेस) है। इस योजना के तहत प्रदेश में कुल सात सौ उनतीस (729) अस्पताल सूचीबद्ध हैं, जिनमें पांच सौ तिरेपन (553) निजी अस्पताल और एक सौ छिहत्तर सरकारी अस्पताल शामिल हैं। जरूरत पड़ने पर व्यक्ति इन सब अस्पतालों में अपना गोल्डन कार्ड दिखाकर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकता है। विगत वर्ष 2021 के दौरान शीघ्र क्लेम भुगतान के लिए हरियाणा को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एन.एच.ए) से प्रशंसा पत्र भी मिल चुका है।
    गत पच्चीस (25) नवम्बर को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर इसी पवित्र भूमि से भारत की माननीया राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मूर्मू जी ने प्रदेश में ‘निरोगी हरियाणा योजना‘ का शुभारम्भ किया। इस योजना के तहत प्रदेश में दो वर्ष के अन्दर एक बार सभी लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। अब तक लगभग सत्तर हजार (70 हजार) लोगों के स्वास्थ्य की जांच भी की जा चुकी है।
    देवियों और सज्जनों!
    मेरी सरकार ने प्रदेश के लोगों को सरकारी योजनाओं व कार्यक्रमों का लाभ घर द्वार पर ही देने के लिए परिवार पहचान पत्र कार्यक्रम शुरू किया है। सभी सरकारी योजनाओं को पोर्टल से जोड़ा जा रहा है। कोई भी व्यक्ति परिवार पहचान पत्र का संख्या नम्बर बताकर व अंगुठा लगाकर सेवा का लाभ ले सकता है।
    राज्य मे कृषि क्षेत्र के विकास और किसान हितों को मद्देनजर रखते हुए बोनांजा योजनाएं व कार्यक्रम शुरु किए गए हैं। प्रदेश में किसानों के लिये फसल बीमा योजना लागू की गई है। हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां चौदह (14) फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है। किसानों को खेती की नई तकनीकों के प्रति प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रगतिशील किसान योजना के तहत पांच लाख रुपये तक के पुरस्कार देने की व्यवस्था की गई है।
    ‘प्रधानमंत्री किसान निधि योजना‘ के तहत प्रदेश में उन्नीस लाख बाहतर हजार (19.72 लाख) किसानों के खाते में तीन हजार नौ सौ चौहतर (3974) करोड़ रूपए डाले गए हैं। इसी प्रकार से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत साढ़े छबीस लाख (26.50) किसानों को पांच हजार नौ सौ चौरासी (5984) करोड़ रूपए के क्लेम दिए गए हैं। किसानों की सिंचाई की जरूरतों को पूरा करने के लिये सभी टेलों पर पानी पहुंचाया गया है। प्रदेश में बीस साल से अधिक पुराने रजवाहों को पक्का किया जा रहा है। सरकार की इन योजनाओं और किसान की मेहनत की बदौलत राज्य को ‘इंडिया एग्रो बिजनेस अवार्ड‘ मिला है। इस प्रकार से खाद्यान्न उत्पादन में हरियाणा का देश में दूसरा स्थान है। मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार की तरह हरियाणा में भी यह वर्ष मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। मोटा अनाज स्वास्थ्यवर्धक तो होता ही है बल्कि कई बीमारियों मंे दवा का काम करता है।
    हमारे किसानों ने खाद्यान्न उत्पादन के साथ-साथ दूध उत्पादन में नये रिकार्ड कायम किये हैं। प्रदेश में वार्षिक दूध उत्पादन एक सौ बारह लाख चौरासी हजार (112.84) टन तक पहंुच गया अब प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दूध की उपलब्धता एक हजार तिरेसठ (1063) ग्राम हो गई है। दुग्ध उत्पादन में हरियाणा देश में दूसरे स्थान पर है।
    मेरी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को डिजिटल बनाने के लिए ‘ग्राम दर्शन पोर्टल’ शुरू किया है। इस पर छः हजार एक सौ सतानवे (6197) ग्राम पंचायतों का डिजिटल डाटा उपलब्ध है। गांव में शहरों जैसी सुविधाएं विकसित करने के लिए ‘हरियाणा स्मार्ट ग्राम प्राधिकरण‘ का गठन किया गया है। ग्रामीणों को उनकी संपत्ति का मालिकाना हक देने के लिए सभी गांवों को लाल डोरा मुक्त करने की योजना चलाई है। इस योजना को बाद में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के नाम से पूरे देश में लागु किया गया। प्रदेश में छः हजार दो सौ साठ (6260) गांवों को लाल डोरा मुक्त कर चौबीस लाख छियालिस हजार परिवारों को स्वामित्व कार्ड भी जारी किए जा चुके है।
    हरियाणा मे आज पर्याप्त बिजली उपलब्ध है। कृषि की उत्पादन लागत को कम करने और कृषि गतिविधियों को आर्थिक रुप से लाभप्रद बनाने के लिये किसानों को सस्ती दरों पर बिजली आपूर्ति की जा रही है। प्रदेश मे ‘म्हारा गांव-जगमग गांव योजना’ के तहत छः हजार तीन सौ इकासी (6381) गावों मे चौबीस (24) घण्टे बिजली आपूर्ति की जा रही है।
    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में भावी पीढ़ी को नई प्रौद्योगिकी, कौशल, संस्कार-युक्त रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागु की है। यह नीति लागु करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। सरकार ने स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा को कौशल के साथ जोड़ा है।
    प्रदेश में के.जी. से लेकर पी.जी. तक की शिक्षा एक ही परिसर में देने की अवधारणा पर कार्य किया गया है। प्रदेश के चार विश्वविद्यालयों में तो के.जी. से पी.जी. तक की शिक्षा शुरू की जा चुकी है। प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सुविधाएं देने के लिए प्रदेश में एक सौ अडतीस (138) नये संस्कृति मॉडल स्कूल खोले गये हैं। हर बीस (20) किलोमीटर की दूरी पर कॉलेज खोले गए हैं।
    प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अनेक क्रांतिकारी सुधार किए गए हैं। ‘‘सुपर-100‘‘ कार्यक्रम के तहत सरकारी स्कूलों में मुफ्त कोचिंग सेंटर खोले गए हैं। युवाओं को नौकरी के लिए बार-बार आवेदन करने और परीक्षा देने के झंझट से छुटकारा दिलाने के लिए मेरी सरकार ने ‘एकल पंजीकरण और कॉमन पात्रता परीक्षा‘ का प्रावधान किया गया है।
    प्रदेश में महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के सम्मान के लिए केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है, जिससे महिलाओं के लिंगानुपात में वृद्धि हुई है।
    मेरी सरकार महिला कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध एवं संवेदनशील है। इसके लिए सरकार ने वर्ष 2022-23 के बजट में दो हजार उनासी करोड़ (2079) रूपए की राशि का प्रावधान किया है।
    प्रदेश में महिला सुरक्षा के लिए और अधिक पुख्ता प्रबंध किए हैं। राज्य के सभी बस अड्डों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाए गए हैं। प्रदेश में महिला थानों, दुर्गा शक्ति एप तथा दुर्गा वाहिनी की स्थापना से महिलाओं में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी चाक चौबन्द की गई है। नशा खत्म करने के लिए पंचकूला में हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो स्थापित किया गया है। किसी भी आपातकालीन स्थिति में मदद के लिए डायल-112 सेवा शुरू की गई है।
    हरियाणा ऐसा पहला राज्य है, जंहा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से सभी लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पैंशन भेजी जा रही है। मेरी सरकार द्वारा 29.25 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभपात्रों को परिवार पहचान पत्र से जोड़ा गया है। इस योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध व्यक्तियों, विधवा, बेसहारा, दिव्यांगजन व अन्य पात्र व्यक्तियों को 2500 रूपए महीना पैंशन दी जा रही है। इस प्रकार से सामाजिक सुरक्षा योजना के लिए 2022-23 में नौ हजार तीन सौ सैंतीस (9337) करोड़ से भी अधिक की राशि का प्रावधान किया गया है।
    वर्तमान में हरियाणा प्रदेश प्रति व्यक्ति आय, औधोगिक उत्पादन, ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज, विदेशी निवेश, शिक्षा, खेल, सेना, कृषि, परिवहन पशुधन आदि क्षेत्रों में देश का अग्रणी राज्य है। प्रदेश को विभिन्न उत्पादों मे ‘आत्म-निर्भर’ बनाने के उद्देश्य से M.S.M.E. (एम0एस0एम0ई0) के लिये नए विभाग का सृजन किया गया है। प्रदेश में हरियाणा उद्यम एवं रोजगार नीति-2020 के तहत पांच लाख रोजगार, एक लाख करोड़ रूपए का निवेश तथा दो लाख करोड़ रूपए के निर्यात का लक्ष्य रखा गया है।
    खेलों में हमारे युवाओं की उपलब्धियों का जिक्र होते ही हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। टोक्यो ओलम्पिक में कुल 7 पदकों में से 4 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते हैं। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार राशि देता है। प्रदेश के खिलाड़ियों को तीन सौ पैंतीस करोड़ रूपए के नकद पुरस्कार दिए गए हैं।
    भौतिक विकास के साथ हरियाणा ने सांस्कृतिक मूल्यों को भी संजोए रखा है। ‘‘स्वदेश दर्शन योजना‘‘ के अन्तर्गत कुरूक्षेत्र शहर के पांच प्रमुख स्थानों, सनहित सरोवर, नरकातारी, ब्रह्नसरोवर, ज्योतिसर और कुरूक्षेत्र शामिल किया गया है। जिसके लिए भारत सरकार द्वारा सतानवें करोड़ चौंतीस लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। जिसमें से अठत्तर करोड़ रुपये की राशि के कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त कृष्णा सर्किट परियोजना-।। के लिए सतानवें करोड़ रूपये की राशि की कार्य परियोजना केन्द्र सरकार को भेजी जा चुकी है। इस के साथ-साथ कुरूक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर को केन्द्र सरकार के स्वच्छ आईकोनिक प्रोजेक्ट में भी शामिल किया गया है।
    कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का पावन संदेश दिया था। गीता के ज्ञान का विश्व भर में प्रचार-प्रसार करने के लिए इस बार भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया गया है। इतना ही नहीं, विश्व के तीन देशों मारीशस, यू.के. और कनाडा में भी अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयंती समारोह आयोजित किए जा चुके है। इससे विश्व भर में गीता का प्रचार-प्रसार हुआ है और विश्व के लोग अध्यात्म से जुड़े हैं।
    आइए, इस ऐतिहासिक दिवस पर राष्ट्र की एकता और अखण्डता को बनाये रखने तथा देश के नव-निर्माण के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लें। मैं आप सभी को गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर पुनः बधाई देता हूं और आप सभी के सुखी एवं सुनहरे भविष्य की कामना करता हूँ।
    जय हिन्द-जय गीता-जय हरियाणा!