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    ‘‘केवल प्रेम अस्पताल‘‘, फरीदाबाद के उद्घाटन अवसर पर दिए जाने वाले भाषण का प्रारूप

    Publish Date: मई 14, 2022

    बड़खल की विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा जी,
    नेब के महासचिव श्री हेमसिंह यादव जी,
    फरीदाबाद के आयुक्त श्री यशपाल यादव जी,
    पुलिस आयुक्त श्री विकास कुमार अरोड़ा जी,
    उपायुक्त श्री जीतेन्द्र यादव जी,
    रेडक्रॉस की उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा गुप्ता,
    नेब के अध्यक्ष सी. ए. अजीत सिंह पटवा जी,

    उपस्थित देवियों, सज्जनों एवं अधिकारीगण।
    केवल प्रेम ऑंखों के अस्पताल के उद््घाटन समारोह पर आप सभी को शुभकामनाएं देता हूॅ। आप जानते है कि आंख हमारे शरीर का ऐसा महत्वपूर्ण अंग है, जिसके नहीं होने से दुनिया नीरस दिखाई देती है। इसलिए इस नीरसता को कम करने के लिए हमें न केवल अपनी आंखों की नियमित देखभाल करनी चाहिए बल्कि आवश्यकतानुसार उपचार भी करवाना चाहिए।

    ‘नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाईंड’ की हरियाणा शाखा द्वारा आज गरीब व कमजोर वर्ग के लोगों हेतु निःशुल्क या कम दर पर आंखों के उपचार के लिए यह ‘केवल प्रेम आंखों का अस्पताल’ शुरू किया जा रहा है। इसके लिए आप बधाई के पात्र हैं।
    इसके साथ ही आपकी संस्था पर्यावरण, स्वास्थ्य-शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा, बाल अधिकारों पर जागरूक करने का सराहनीय कार्य कर रही है।
    आज की व्यस्तताओं में लोग नेत्र विकारों सहित अनेक रोगों के शिकार हो रहे हैं। वर्ष 2015-2019 में किए गए सर्वे के अनुसार पचास (50) वर्ष से अधिक आयु के करीब दो प्रतिशत लोग नेत्र विकारों से पीड़ित है। इसके अलावा, सरकार की विभिन्न एजैंसियों द्वारा किए गए सर्वें में इस समय हरियाणा तथा देश में करीब 0.36 प्रतिशत जनसंख्या नेत्रबाधित है।
    आज लोगों में आंखों का लाल होना, आंख में दर्द तथा सिरदर्द की शिकायत बनी रहती है। देश में 40 वर्ष से अधिक आयु के करीब 11 मिलियन लोग इससे प्रभावित है, जिसे ग्लूकोमा कहा जाता है।
    डॉक्टर्स इसे आंखों के अत्याधिक उपयोग का परिणाम मान रहे हैं। आज के युवा एवं मध्यम आयु के लोगों में मोबाईल व कम्पयूटर के लम्बे समय तक प्रयोग की आदत बन रही है, जिससे वे नेत्र दोषांे का शिकार हो रहे हैं।
    यह दिन-प्रतिदिन एक जटिल समस्या बन रही है, इससे निपटने के लिए अधिक से अधिक लोगों को नेत्रदान के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है। नेत्रदान-महादान है। इस संबंध में हरियाणा सरकार का एक टोल-फ्री नम्बर एक सौ आठ (108) है तथा सरकार इस पर एक फिल्म बनाने का भी कार्य कर रही है।
    इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने नेत्रबाधित लोगों के लिए रोहतक, हिसार और पंचकूला में आईबैंक तथा सभी जिलों में नेत्रदान केन्द्र स्थापित किए हैं।
    इन केन्द्रों में वर्ष 2021-22 के दौरान एक हजार तीन सौ पन्द्रह (1315) आईबॉल एकत्र की है।
    इसके अलावा करनाल और नूंह में भी आईबैंक खोलने की प्रक्रिया चल रही है। इसके साथ ही निजी क्षेत्र में नौ आईबैंक, तीन नेत्रदान केन्द्र तथा उन्नीस सीटीसी द्वारा सेवाएं दी जा रही हैं। हरियाणा में नेत्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए Keratoplasty (Corneal Transplantation) पर पंद्रह हजार रूपए तक की सहायता का प्रावधान है।
    हरियाणा सरकार द्वारा कॉर्नियल ब्लाइंड रोगियों की पहचान, निदान और रेफरल के लिए एक वेब आधारित और मोबाइल आधारित एप्लिकेशन को शीघ्र ही शुरू किया जाएगा।
    कॉर्निया रिट्रीवल के लिए नेत्र सर्जन और नेत्र सहायकों को प्रशिक्षण और नेत्रदान प्रोटोकॉल के लिए रेफरल ट्रांसपोर्ट स्टाफ को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
    आपकी संस्था भी नेत्रबाधित और नेत्रहीन लोगों के लिए अच्छा कार्य कर रही है। मैं समझता हूं कि आपको इस क्षेत्र में और काम करने की आवश्यकता है। आपको लोगों को तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ उन्हें स्वस्थ रखने के तरीकों का भी विस्तार करना होगा।
    इसी से हमारे देश व प्रांत से नेत्रबाधितता के दोषों को कम किया जा सकता है, इसी में हम सब की सफलता निहित होगी। अंत में इस अस्पताल के सफलतापूर्वक संचालन के लिए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करता हूॅं।
    धन्यवाद! जयहिन्द