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    ‘इलेक्ट्रिक वाहन एक्सपो’ चंडीगढ़

    Publish Date: फ़रवरी 5, 2023

    हरियाणा के महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय जी द्वारा 5 फरवरी 2023 को चंडीगढ़ में आयोजित ‘इलेक्ट्रिक वाहन एक्सपो’ में दिए जाने वाले
    भाषण का प्रारूप।
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    श्री हनीफ कुरैशी, संयुक्त सचिव, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार।
    श्री प्रदीप अहलावत, अतिरिक्त निदेशक, परिवहन विभाग, हरियाणा।
    श्री अमित कपूर, सेल्स एंड मार्केटिंग हेड, टाटा इलेक्ट्रिक बस
    श्री प्रणव गुप्ता, अध्यक्ष, हरियाणा स्टेट चैप्टर, पीएचडी चैम्बर
    श्री करण गिल्होत्रा, सह-अध्यक्ष, पंजाब स्टेट चैप्टर, पीएचडी चैम्बर
    श्री नवीन सेठ, सह-महासचिव, पीएचडी चैम्बर
    विभिन्न उद्योगों के पदाधिकारीगण, पत्रकार बंधुओं, देवियों एवं सज्जनों।
    इलेक्ट्रिक वाहन एक्सपो में आकर मुझे हर्ष हो रहा है। आज मैं राज्यों की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सहयोग करने वाले उद्योग जगत के प्रमुख लोगों के बीच में हूं।
    मैं समझता हूं कि यह एक्सपो यहां पहुंचे सभी लोगों के उचित मार्गदर्शन का माध्यम सिद्ध होगा। चंडीगढ़ में किए इस तरह के उपयोगी आयोजन के लिए मैं पीएचडी चैम्बर को बधाई देता हूं। इससे हरियाणा और पंजाब में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
    जैसा कि यह एक्सपो गत 3 फरवरी से चल रहा है। आपको इस दौरान वाहनों की कुशलता और उपयोगिता के महत्व को जानने का अवसर प्राप्त हुआ है। इससे विभिन्न व्यवसायियों को अपने ब्रांड व नवीन उत्पादों को खरीदारों के सामने रखने तथा उनसे सीधे जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है।
    आज वाहन, प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता बन चुका है। इसके कारण देश में प्रतिवर्ष लगभग एक करोड़ अस्सी लाख नए वाहन सड़कों पर नजर आ रहे हैं, जबकि पूरी दुनिया में साढ़े छः करोड़ से अधिक नए वाहनों की बिक्री होती है। इन वाहनों से जहां हमारा जीवन सहज बनता है, वहीं इनसे निकलने वाला धुआं तथा हानिकारक गैसें, पर्यावरण को दुषित करती हैं। इससे हमारे शरीर एवं मानसिक स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ता हैं। यदि इन्हें नियंत्रित नही किया गया तो आने वाली पीढ़ियां हमें कभी क्षमा नही करेंगी।
    पेट्रोल से चलने वाले वाहनों से जहां कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है, वहीं डीजल वाहनों से कार्बन डाई ऑक्साइड, सल्फर डाई ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसी जहरीली गैसंे शहर की हवा को विषैला बना रही हैं। इससे ग्लोबलवार्मिंग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। परन्तु इलेक्ट्रिक वाहन अपेक्षाकृत कम ग्रीनहाऊस गैसें उत्सर्जित करते हैं।
    इन समस्याओं से निपटने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन एक अच्छा विकल्प है। हरियाणा और पंजाब की राजधानी चंडीगढ, देश में अधिकतम प्रति व्यक्ति वाहन वाला शहर है। इसलिए आपकी जिम्मवारी भी अधिक बनती है। प्रकृति पर होने वाले दुष्प्रभावों को कम करने के लिए भारत सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढावा दे रही है।
    केन्द्र सरकार Faster Adoption and Manufacturing of (Hybrid) Electric Vehicles in India (FAME) की शुरूआत की है। इसके दूसरे फेज में बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी, स्पेशल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी जोन, टैक्स रिडक्शन के माध्यम से पूंजीगत सब्सिडी की सुविधा भी दी जा रही है। सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशनों के कार्यान्वयन को भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
    भारत सरकार वर्ष दो हजार तीस (2030) तक सरकारी वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की ओर अग्रसर है। इतना ही नही, इसी अवधि तक वाणिज्यिक वाहनों तथा जीवाश्म ईंधन द्वारा संचालित वाहनों भी इसमें शामिल करने की योजना है। केन्द्र सरकार ने इस वर्ष 2023-24 के बजट में इलेक्ट्रिक वाहनों पर कैस्टम डयूटी को 21 प्रतिशत से घटा 13 प्रतिशत कर दिया है।
    केन्द्र सरकार ने नई स्क्रैपिंग पॉलिसी शुरू की हैं, इसके तहत 15 वर्ष पुरानी गाडी को स्क्रैप किया जाएगा, इसमें वाहन मालिकों को प्रोत्साहन देने की व्यवस्था है। देश में इस समय करीब एक करोड़ से अधिक गाडियां स्क्रैपिंग योग्य है।
    हरियाणा सरकार भी इस दिशा में उचित कदम उठा रही है। सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को कई वित्तीय प्रोत्साहन देकर इलेक्ट्रिक वाहन (EV) नीति 2022 को मंजूरी दी है। इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल भी लॉन्च किया है। ईवी नीति के तहत निश्चित पूंजी निवेश, एसजीएसटी, स्टांप शुल्क में रियायत की है। इस नीति के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों, मजबूत हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों और प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों के निवेशक और खरीदार दोनों लाभ उठा सकते हैं।
    हरियाणा सरकार ने सुक्ष्म से मेगा उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए 15 लाख से 20 करोड़ रूपए तक की सब्सिडी देने का प्रावधान किया है। इससे रोजगार सृजन होगा और युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इसके साथ ही, इससे पर्यावरण पर होने वाले नुकसान को भी कम किया जा सकेगा।
    इसलिए मैं समझता हूं कि इलेक्ट्रिक वाहन ही हमारे लिए भविष्य के वाहन हैं और हमें उन्हें प्राथमिकता देनी चाहिए। इन्हीं शब्दों के साथ, मैं एक बार फिर पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री को बधाई देता हूं।
    धन्यवाद
    जयहिन्द!