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    अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ एवं गैर-कानूनी तश्करी विरोधी दिवस के अवसर पर कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज, करनाल के सभागार में राज्यस्तरीय समारोह का आयोजन

    Publish Date: जून 26, 2023

    माननीय राज्य मंत्री, श्री ओम प्रकाश यादव
    करनाल के सांसद, श्री संजय भाटिया
    घरौंडा के विधायक, श्री हरविंदर कल्याण
    इंद्री के विधायक, श्री राम कुमार कश्यप
    नीलोखेड़ी के विधायक, श्री धर्म पाल गोंदर
    करनाल के उपायुक्त, श्री अनीश यादव, IAS
    करनाल के पुलिस अधीक्षक, श्री शशांक कुमार सवान, IPS
    करनाल की महापोर, श्रीमति रेनू बाला
    उपस्थित सभी महानुभाव, अतिथिगण, शिक्षकगण, प्रिय छात्र- छात्राओं, बहनो और भाईयो व मीडिया बन्धुओं!
    सबसे पहले मैं इस राज्यस्तरीय समारोह के भव्य आयोजन के लिए हरियाणा के सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्गों के कल्याण और अंत्योदय विभाग तथा जिला प्रशाशन को हार्दिक बधाई देता हूं, जिन्होंने विश्व में फैल रही इतनी गंभीर समस्या पर ध्यान देते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया।
    नशीली दवाओं के दुरुपयोग की समस्या वैश्विक स्तर पर भयानक रूप से फैल चुकी है। तेज रफतार से आर्थिक और भौतिक चकाचैंद में दौड़ रही दुनिया में आज युवा ही नहीं बल्कि हर कोई अपने आपको अकेला और तन्हा महसूस करता है और यही एकांत और तन्हाई तनाव को जन्म देती है और फिर यह तनाव हम सबको विशेषकर युवा पीढ़ी को मादक द्रव्य के सेवन या किसी भी प्रकार के नशे की ओर ढकेलता है।
    किसी भी देश का विकास उसके नागरिकों के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है, लेकिन नशे की बुराई के कारण यदि मानव स्वास्थ्य खराब होगा तो देश का भी विकास नहीं हो सकता। नशा ऐसी बुरी आदत है जो व्यक्ति को तन-मन-धन से खोखला कर देती है। इस बुराई को समाप्त करने के लिए शासन के साथ ही समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा।
    युवा देश की शक्ति होता है। युवा शक्ति ही नशे का खात्मा करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसके लिए युवाओं को नई दिशा देनी होगी और उन्हंे औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा का भी पाठ पढ़ाना होगा।
    जैसा की आप सभी जानते है कि नशे की समस्या की गंभीरता को समझते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 7 दिसम्बर, 1987 को एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसके अंतर्गत प्रतिवर्ष 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ एवं गैर-कानूनी लेने-देन विरोधी दिवस के रूप में मनाये जाने का निश्चय किया गया। इस दिवस के माध्यम से जन-साधारण को नशे के खतरे एवं नशे में गैर-कानूनी लेन-देन के खिलाफ सरकार द्वारा उठाये जाने वाले कदमों को परिचित कराया जाना आवश्यक समझा गया।
    मैं आप सभी से यूएन ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम (यूएनओडीसी) की एक रिपोर्ट साँझा करना चाहूंगा जिसके अनुसार, 2020 में दुनिया भर में 15-64 आयु वर्ग के लगभग 28 करोड़ लोग नशीली दवाओं का उपयोग कर रहे थे, जो पिछले दशक की तुलना में 26 प्रतिशत अधिक है।
    मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि इस चुनौती का सामना करते हुए, हरियाणा के सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्गों के कल्याण और अंत्योदय विभाग ने राज्य में नशीली दवाओं की मांग में कमी के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना के साथ ड्रग्स की मांग में कमी के लिए राज्य कार्य योजना तैयार करने और लागू करने की जिम्मेदारी ली है।
    मैं बताना चाहुंगा कि मादक द्रव्यों के सेवन को रोकने के लिए एक समर्पित संगठन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा राज्य मादक द्रव्यों के सेवन रोकथाम सोसायटी की स्थापना की गई है और जल्द ही यह सोसाइटी सुचारू रूप से कार्य करने लगेगी। इस सोसायटी के लिए लगभग एक करोड़ रुपए वार्षिक अनुदान का प्रावधान किया गया है, जो मादक द्रव्यों के सेवन से निपटने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
    नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ इस लड़ाई के प्रमुख पहलों में से एक नशा मुक्त भारत अभियान भी है। भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए इस अभियान का उद्देश्य विशेष रूप से युवाओं में मादक द्रव्यों के सेवन के दुश्प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस अभियान में मूल रूप से हरियाणा के दस जिलों को शामिल किया गया था और 15 अगस्त 2022 को इसमें चार नए जिले शामिल किये गए थे। इस तरह अब इस अभियान में हरियाणा के 14 जिले शामिल हैं । जिनमे से करनाल भी एक है।
    मैं आपको बताना चाहुंगा कि 20 जून, 2023 तक, हरियाणा में कुल 105 नशा मुक्ति केंद्र, 21 परामर्श-सह-पुनर्वास केंद्र और 12 पंजीकृत मनोरोग नर्सिंग होम कार्यरत हैं। सुविधाओं का यह नेटवर्क नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने और पुर्नवास चाहने वाले व्यक्तियों को आवश्यक सहायता प्रदान करता है। भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, हरियाणा शाखा एवं हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद्, हरियाणा के विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज और अनेको गैर-सरकारी संस्थाएं भी इस भयंकर समस्या से निजात पाने के लिए अनेक कार्यक्रमों के द्वारा नागरिकों और खास तोर पर युवाओं को जागरूक करती है जिसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूँ।
    आप सभी को में बताना चाहता हूं कि हरियाणा सरकार द्वारा शराब और मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देने के लिए, राज्य पुरस्कार योजना शुरू की है। इस पहल का उद्देश्य उन व्यक्तियों को सम्मानित करना है जिन्होंने मादक द्रव्यों के सेवन को रोकने के लिए अपने प्रयासों को समर्पित किया है और दूसरों को इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित किया है।
    मेरा आप सभी से अनुरोध है कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ाई के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। यह व्यक्तियों, समुदायों और सरकारी निकायों की सक्रिय भागीदारी की मांग करता है। सहयोग, जागरूकता और प्रभावी पुनर्वास के माध्यम से हम नशीली दवाओं की लत से मुक्त समाज प्राप्त कर सकते हैं।
    आइए, आज हम एक साथ आएं और इस नेक काम के लिए खुद को फिर से प्रतिबद्ध करें। हम मादक द्रव्यों के सेवन से प्रभावित लोगों के लिए आशा की किरण बनकर खड़े हों, उन्हें अपना जीवन पुनः प्राप्त करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करें। नशे को प्रदेश से ही नहीं बल्कि पूरे देश से जड़ से साफ़ करे और एक नए विकसित भारत की संरचना करे।
    जय हिन्द।