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    हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद्, चंडीगढ़ द्वारा Real Time Interactive Virtual Classrooms की स्थापना

    Publish Date: अगस्त 9, 2022

    श्री महावीर कौशिक, उपायुक्त, पंचकूला
    श्री निशांत कुमार, उपायुक्त, गुरूग्राम
    श्री अनीश कुमार यादव, उपायुक्त, करनाल
    श्रीमती रंजीता मेहता, महासचिव, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद
    उपस्थित अन्य अधिकारीगण, कर्मचारीगण, स्कूली बच्चों !


    सबसे पहले मैं हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद्, चंडीगढ़ द्वारा Real Time Interactive Virtual Classrooms की स्थापना पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देता हूॅ। मूझे खुशी है कि यह कार्यक्रम होंडा इंडिया लिमिटड, धारूहेड़ा द्वारा शुरू किया गया है। मैं इस अवसर पर होंडा इंडिया को भी हार्दिक बधाई देता हूॅ।
    भाईयों, बहनों व प्यारे बच्चों!
    जैसा कि हम सब जानते हैं कि बच्चंे राष्ट्र का भविष्य होते है इसलिए बच्चांे के सर्वागीण्ंा विकास की जिम्मेवारी सरकारों के साथ-साथ हम सब की है। विशेष रूप से सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं की और जिम्मेवारी बढ़ जाती है कि वे बच्चों के विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान देकर बच्चों की शिक्षा के लिए आगे आएं।
    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 देश में लागू की गई है। इस शिक्षा नीति में बच्चों की शिक्षा तथा लर्निंग प्रक्रिया को रूचिकर बनाने के लिए कई प्रकार के प्रावधान किए गए हैं। बच्चों की शिक्षा रूचिकर होगी तो बच्चें मन लगाकर पढ़ पाएंगें। नई शिक्षा नीति में युजी से पीजी तक की शिक्षा एक ही परिसर में देने का प्रावधान किया गया है। हमारे कई विश्वविद्यालयों में इस पर काम करना शुरू भी कर दिया गया है।
    वर्तमान में वर्चूअल आनॅलाईन शिक्षा का दौर शुरू हो चुका है। इस मोड में शिक्षा देने के लिए हमारी नीजि कम्पनियां सहयोग कर रही है। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद ने बाल कल्याण परिषद में नीजि कम्पनियों के सहयोग से Real Time Interactive Virtual Classrooms शुरूआत की है।
    यह शुरूआत तीन जिलों पंचकूला, करनाल व गुरूग्राम में होना हम सबके लिए खुशी की बात है। वर्चुअल क्लासरूम के इनोवेटिव एजुकेशनल प्रोजेक्ट में स्लम एरिया, चिल्ड्रन होम एवं राजकीय विद्यालय की छात्राओं को कक्षा 6 से 12 तक साइंस , मैथ व इंग्लिश तथा नई शिक्षा नीति के तहत निशुल्क ब्लेंडेड लर्निंग की कोचिंग भी दी जाएगी ।
    ऐसी सोशल मोबिलाइजेशन के लिए वर्चुअल क्लासरूम में स्कूली बच्चें, बाल संरक्षण समिति, बाल संरक्षण इकाई, स्कूलों के प्रिंसिपल, शिक्षा अधिकारियों, संबंधित जिले के उपायुक्त एवं मुख्यालय राज्य परिषद के अधिकारियों की मौजूदगी में ब्लेंडेड लर्निंग करवाई जाएगी ।
    प्रदेश भर के राजकीय विद्यालयों के छात्रों को एक ही जैसी गुणवत्ता की कॉम्पटीशन की तैयारी के लिए शिक्षा क्षेत्र में एक अनोखी सौगात की हैं । मैं इन बच्चों का आहवान करता हूॅ कि ऐसे अनोखे वर्चुअल क्लासरूम प्रोजेक्ट में पढ़कर विभिन्न प्रतियोगिताओं की तैयारी करके सपनों को पंख लगाएं और इंजीनियर डॉक्टर इत्यादि बनंे। बच्चों के भविष्य के लिए यह कार्यक्रम एवं वरदान साबित होगा। एक बार फिर मैं आप सबको विशेष रूप से बच्चों को शुभकामनाएं देता हूॅ।
    जय हिन्द!