राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस
चण्डीगढ़ 06 अगस्त -हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस पर बुनकरों, कारीगरों, हैंडलूम व्यवसाय से जुड़े सभी लोगों व प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी है।
उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही हैंडलूम व्यवसाय देश की अर्थ व्यवस्था की रीढ़ रहा है। देश में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में करोड़ों परिवार इस व्यवसाय से जुड़े हैं। विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले गरीब लोगों के लिए यह व्यवसाय उनके जीवन का आधार रहा है। हैंडलूम व्यवसाय आज भी बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार दे रहा है। हरियाणा का पानीपत शहर तो हैंडलूम व्यवसाय के मामले में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है, जहां से हजारों-करोड़ रूपयों का हैंडलूम उत्पाद विदेशों में निर्यात किया जा रहा है।
राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने कहा कि इस व्यवसाय में नई तकनीक अपनाकर गांव-गांव में कुटीर उद्योग से जोड़ने की आवश्यकता है। स्वयं सहायता समूहों को विभिन्न कार्यों का प्रशिक्षण देकर हैंडलूम के कार्यों को बढ़ाया जा सकता है। इससे देश में और अधिक न स्टार्ट-अप की शुरूआत होगी और ग्रामीण स्तर पर घर-घर में रोजगार होगें।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में लगभग 50 हजार से भी अधिक स्वयं सहायता समूह गठित है जिनसे लाखों की संख्या में महिलाएं जुड़ी हुई हैं। हैंडलूम से संबंधित कार्यों में प्रशिक्षण पाकर ये महिलाएं घर में रहकर ही अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के साथ-साथ देश की अर्थ व्यवस्था सुदृढ़ को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।
उन्होंने कहा कि एम.एस.एम.ई विभाग के अधिकारी हैंडलूम व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए स्वयं सहायता समूह को प्रोत्साहित करें, जिससे ये समूह गांव स्तर पर अपने स्टाट-अप शुरू कर पाएं। उन्होंने कहा कि हैंडलूम व हथकरघा ऐसे व्यवसाय है कि जिनको बढ़ावा देने से हर हाथ को काम मिलेगा।