महर्षि वाल्मीकि जयंती
चंडीगढ़, 28 अक्तूबर – हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज धार्मिक महाकाव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जी की पावन जयंती के अवसर पर हरियाणा राजभवन में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभिनी श्रद्धांजलि देकर उन्हें नमन किया।
महर्षि वाल्मीकि, संस्कृत रामायण के प्रसिद्ध रचयिता हैं जो आदिकवि के रूप में विश्व में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने संस्कृत मे रामायण की रचना की। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रची रामायण वाल्मीकि रामायण कहलाई। रामायण एक महाकाव्य है जो कि मर्यादा पुरषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन के माध्यम से हमें जीवन के सत्य, त्याग, तपस्या, समर्पण व कर्तव्य से, परिचित करवाता है।
अपने वनवास काल के दौरान भगवान श्रीराम वाल्मीकि के आश्रम में भी गये थे। भगवान वाल्मीकि को श्रीराम के जीवन में घटित प्रत्येक घटना का पूर्ण ज्ञान था। सतयुग, त्रेता और द्वापर तीनों कालों में वाल्मीकि का उल्लेख मिलता है इसलिए भगवान वाल्मीकि को सृष्टिकर्ता भी कहते है, रामचरितमानस के अनुसार जब श्रीराम वाल्मीकि आश्रम आए थे तो आदिकवि वाल्मीकि के चरणों में दण्डवत प्रणाम किया।
हम सब को महर्षि वाल्मी
कि के महान सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाकर तथा उनके दिखाए मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सफल बनाने का प्रयास करना चाहिए।