झज्जर जिले के एम्स का दौरा एवं संकाय/कर्मचारी सदस्यों से संवाद
उपस्थित अधिकारीगण, गणमान्य महानुभाव, चिकित्सक, कर्मचारीगण, पत्रकार एवं छायाकार बन्धुओं।
आज मुझे ख़ुशी है की राष्ट्र के नव निर्माण में और हरियाणा प्रदेश के विकास में अभूतपूर्व योगदान देने वाले संस्थान जिला झज्जर के एम्स का दौरा करने और यहाँ पर मिलने वाली अनेकों स्वास्थ सुविधाओं के बारे में जानने का अवसर प्राप्त हुआ।
जैसा की आप सब जानते है कि भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय कैंसर संस्थान-एम्स 12 फरवरी, 2019 को भारत के यशस्वी और ओजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा प्रदेश और देश की जनता के हित के लिए राष्ट्र को समर्पित किया गया था। इसके लिए में भारत सरकार का तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूँ।
स्वच्छ मन और स्वस्थ शरीर में परमात्मा का वास होता है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को अपने स्वास्थ्य के प्रति सदैव सचेत और सजग रहना चाहिए। मुझे इस बात की न केवल आत्मिक खुशी है बल्कि गर्व भी है कि इस दायित्व को मेरे देश व प्रदेश के सभी स्वास्थ्य कर्मी एवं चिकित्सक बहुत ही बेहतरीन ढंग से निभाते हुए मानवता के प्रति अपना फर्ज पूरा कर रहे हैं।
जैसा की मुझे बताया गया है कि एम्स में 710 बेड्स और 25 ऑपरेशन थिएटर है और इस अस्पताल में मिलने वाली सभी सुविधाएं पूर्ण तरह आधुनिक है। अस्पताल की सभी मशीने भी पूर्ण रूप से आधुनिक है, जो की बड़ी से बड़ी बीमारियों का इलाज करने में सक्षम है। यह हमारे देश के लिए बहुत ही गर्व की बात है कि पहले हमें कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए विदेशों में जाना पड़ता था लकिन अब आधुनिकता के फलस्वरूप गंभीर से गंभीर बीमारी का उपचार भी भारत में संभव है।
अस्पताल ने कोरोना काल की पहली, दूसरी और तीसरी लहर के दौरान संघर्षशील सेवाएं प्रदान कीं। सभी 710 बिस्तरों का उपयोग कोविड मरीजों को भर्ती करने के लिए किया गया। यह बहुत सम्मान की बात है कि कोविड-19 लहर के दौरान 8614 मरीजों को भर्ती कर उनका पूर्ण इलाज डॉक्टरों एवं अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा किया गया।
यह हम सब के लिए और देश के लिए बहुत गौरव की बात है कि एनसीआई-एम्स सोलह मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर और अत्याधुनिक रोबोट द्वारा सर्जरी प्रक्रिया शुरू करने के लिए कार्य कर रहे हैं।
मैं यह भी कहना चाहूंगा कि मेडिकल सर्विस केवल एक कार्यक्षेत्र या व्यवसाय भर नहीं है बल्कि जनसेवा का एक पावन और पवित्र कार्य है। चिकित्सकों का व्यवसाय बहुत कठिन है क्योंकि वे न केवल जीविका उपार्जन के लिये कार्य करते हैं, बल्कि लोगों के दुख-दर्द को कम करके और उनका जीवन बचाकर मानवता की महान सेवा भी करते हैं। यही कारण है कि चिकित्सकों को समाज में अत्यधिक सम्मान से देखा जाता है।
आप सब जानते हैं कि स्वस्थ समाज ही विकास और उन्नति करता है। वर्तमान समय में प्रदेश की लगभग पौने तीन करोड़ की आबादी को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना बहुत बड़ी चुनौती भरा कार्य है। सरकार अपने स्तर पर अनेक संस्थानों और स्कीमों के माध्यम से इस काम में सेवाएं देकर अपना फ़र्ज़ निभा रही है। लेकिन केवल सरकारी प्रयास ही काफी नहीं हैं। इसलिए चिकित्सा क्षेत्र में सामाजिक संस्थाओं को आगे बढ़कर सरकार के साथ मिलकर कार्य करना होगा।
अंत में मैं सभी से यह कहूँगा कि हम सब मिलकर आगे आये और प्रदेश के सभी नागरिकों को स्वस्थ बनाए तभी देश और प्रदेश की सही उन्नति और प्रगति होगी।
जय हिन्द!