कैलाश इंस्टिट्यूट आॅफ हेल्थ साईंसस, नर्सिंग काॅलेज सम्मान समारोह, पंचकूला
आदरणीय श्री ज्ञान चंद गुप्ता जी, अध्यक्ष, हरियाणा विधान सभा
श्री रत्नलाल कटारिया जी, सांसद, अम्बाला
श्रीमती लतिका शर्मा जी, पूर्व विधायक
श्री वरिन्द्र बाहू जी,
श्री सीतिया नामा जी,
श्री पैट्रिक डैंग जी,
श्री यत्न आनंद जी,
श्री फरेंकोईस डयूटिल जी,
श्री जसप्रीत सिंह जी, चेयरमैन, कैलाश इंस्टिट्यूट आॅफ हेल्थ साईंस
श्री श्यामलाल बंसल जी,
उपस्थित सभी अध्यापक-प्राध्यापकगण, महानुभाव, प्रिय छात्रों व मीडिया के बंधुओं!
मुझे आज आपके संस्थान के सम्मान समारोह का हिस्सा बनने पर बहुत ही प्रसन्नता हो रही है। आज के इस सफल कार्यक्रम की मैं पूरे कैलाश इंस्टिट्यूट आॅफ हेल्थ साईंसस, नर्सिंग काॅलेज परिवार को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।
प्रिय छात्रों!
आप सब एक ऐसी शिक्षा ग्रहण कर रहे है जिसका उद्देश्य मानव सेवा है। कहा जाता है।
सेवा का है भाव तुम्हारा
निस्वार्थ है बहाव तुम्हारा
बिना भेद-भाव के ख्याल रखते हो
है जनमानस से लगाव तुम्हारा।
विश्व की पहली नर्स फलोरेंस नाइटेंगेल ने इस जनमानस की सेवा को एक पेशे के रूप मे मान्यता दिलाई थी। उन्होने एक ब्रिटिश सभ्रांत परिवार मे जन्म लेकर सेवा का मार्ग चुना था। इसी कारण से उनके जन्म दिवस को नर्सिंग दिवस के रूप मे मनाया जाता है। मै आज इस सम्मान समारोह मे उन्हें याद करते हुए नमन करता हूं और आप सभी से अपील करता हूं कि आप भी जन सेवा के भाव से संस्थान मे शिक्षा ग्रहण करें।
आज नर्सिंग ऐसा क्षेत्र है कि जिसको विश्व मे सभी जगह आदर दिया जाता है। आप सभी भाग्यशाली है कि आप ऐसी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यह संस्थान आपको दुनिया में समाज की बेहतरी के लिए काम करने के लिए तैयार कर रहा है। आप अपने संस्थान के ब्रांड एंबेसडर हैं।
यह समारोह एक ऐसे महत्वपूर्ण समय में आयोजित किया गया है जब शिक्षा को नई टैक्नोलोजी से जोड़कर विश्व स्तरीय बनाने का दौर है। इसी उद्देश्य से आज आपके संस्थान द्वारा वैंकुअर (कनाडा) के संस्थान के साथ एम.ओ.यू साईन किया गया है। इससे बच्चों को नई तकनीक के साथ गुणवत्तापूर्वक विश्व स्तरीय शिक्षा व प्रशिक्षण प्राप्त होगा। आप अपने क्षेत्र में बेहतर सेवा दे पाएंगें। इसलिए हम अपने संस्थान से जो सीखेगें उसे अपने व्यवसायिक जीवन के साथ-साथ सेवा भाव के कार्यों में अमल में लाने का प्रयास करेंगें।
मैं कहना चाहूंगा कि आप इस संस्थान से न केवल बहुत अच्छे पैरा-मेडिकल स्टाफ के रूप में बल्कि मानवता की सेवा करने के इरादे से अच्छे इंसान बनने के रूप में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। दूसरों के दुख-दर्द को आप समझ सकते हैं। हमारे देश में गरीब लोंगों को हर तरह की मदद की जरूरत है। रोगी व्यक्ति तो डॉक्टर चिकित्सा कर्मीयों, नर्सिस व दूसरे पेरामेडिकल स्टाफ कोे पृथ्वी पर जीवित भगवान के रूप में देखते हैं।
इन सभी ने कोरोना काल मे मानवता की सेवा कर दिखा दिया है कि मेडिकल सेवाओं से जुड़े आप सभी असल मे एक योद्धा हैं भगवान का रूप हैं। महामारी में सबसे पहली पंक्ति मे खड़े होकर जो मानव सेवा इन योद्धाओं ने की है उसे पूरी दुनिया सलाम करती है। जब भी देश दुनिया में महामारी का प्रकोप हुआ है, नर्सिंग स्टाफ ने तहेदिल से सेवा कर दुनिया के सामने उदाहरण पेश किया है।
भाईयों बहनों!
हरियाणा बहुत ही कम समय में भारत का एक बड़ा शिक्षा का केंद्र बना है। परिणामस्वरूप अंतर्राष्ट्रीय स्तर की उच्च शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से चार दर्जन विश्वविद्यालय और अन्य संस्थान स्थापित किए हैं। मुझे खुशी है कि प्रदेश में नई राष्ट्रीय शिक्षा को आगामी 2025 तक पूर्ण रूप से लागू करने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए मै मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल सहित पूरे प्रदेश की जनता को बधाई देता हूं।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में तो प्रदेश सरकार ने एक मजबूत ढांचा तैयार किया है। राज्य में अब तक कुल 1150 से भी अधिक आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र संचालित किए हैं। इसके साथ-साथ पिछले आठ वर्षों में मेडिकल कॉलेजों की संख्या आठ से बढ़कर 12 की गई है और मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या 2014 में 850 से बढ़कर 1735 हो गई है। स्वास्थ्य देखभाल के राष्ट्रीय मानकों को प्राप्त करने के लिए जिला अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए इस वर्ष प्रदेश मे तेरह हजार एक सौ बान्नवे (13192) करोड़ रूपए का बजट में प्रावधान किया गया है।
मुझे इस संस्थान की कुछ प्रमुख विशेषताओं से अवगत कराया गया है। संस्थान मे विभिन्न पाठ्यक्रमों मे 450 से भी अधिक छात्र-छात्रांए शिक्षा ग्रहण कर रहे है। इसमे लड़कियों की संख्या लगभग 400 है। हालांकि पहले नर्सिंग का कार्य महिलाओं कि लिए माना जाता था लेकिन खुशी की बात यह है कि अब पुरूषों को भी नर्सिंग सेवा का अवसर प्राप्त हुआ है। इस प्रकार से महिला व पुरूषों की भागीदारी से इस सेवा के क्षेत्र का और विस्तार होगा।
अंत में इस सम्मान समारोह के महत्वपूर्ण अवसर पर, मैं एक बार फिर कैलाश इंस्टीट्यूट परिवार और आप सब को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं और सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। मेरी शुभकामनाएं हमेशा आपके साथ हैं। आप बेहतर शिक्षा प्राप्त कर पूरी दुनिया में सेवार्थ हमारे गौरवान्वित अग्रदूत बनें।
जय हिन्द!