हमें ‘हेरिटेज स्मारकों’ से संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों के साथ ऐतिहासिक तथ्यों का ज्ञान होता है और इससे सभ्यताएं निरंतर विकसित होती है – राज्यपाल
चण्डीगढ़ 18 अप्रैल- हमें ‘हेरिटेज स्मारकों’ से संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों के साथ ऐतिहासिक तथ्यों का ज्ञान होता है और इससे सभ्यताएं निरंतर विकसित होती है।
यह बात हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने ‘‘विश्व हेरिटेज दिवस‘‘ के अवसर पर सोशल मीडिया पर जारी अपने संदेश में कही। उन्होंने कहा कि हमे अपनी सभी तरह की सांस्कृतिक विरासतों को सहेज कर रखने की आवश्यकता है। इन सभी विरासतों का किसी भी देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान है। भारत में तो और अधिक महत्व बढ़ जाता है जहां अनेकता में एकता की संस्कृति है।
उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और संग्रहालयों से संबंधित समारकों को सहेजने से पर्यटन को बढ़ावा मिलता है जिससे व्यक्ति एक-दूसरे राज्यों की संस्कृति और विकास संबंधित योजनाओं की जानकारी होती है। इसलिए किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में पर्यटन को बढ़ावा देना भी बेहद जरूरी है।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे राष्ट्र और विश्वस्तरीय समारकों को सहेजने में योगदान दें।