श्री जगन्नाथ पहाड़िया
श्री जगन्नाथ पहाड़िया का जन्म स्वर्गीय श्री नाथीलाल और स्वर्गीय श्रीमती चंदा देवी के यहँा 15 जनवरी 1932 को राजस्थान में भरतपुर जिले के एक छोटे से गाँव भुसावर में हुआ था। श्री पहाड़िया ने मास्टर ऑफ आर्ट्स और बैचलर ऑफ लॉ की डिग्री एम0एस0जे0 कॉलेज, भरतपुर; महाराजा कॉलेज, जयपुर और लॉ कॉलेज, राजस्थान विश्वविद्यालय से पास की। वे 6 जून 1980 से 14 जुलाई 1981 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री और 3 मार्च 1989 से 2 फरवरी 1990 तक बिहार के राज्यपाल रहे। वह 1957-62 तक दूसरी लोकसभा के सदस्य भी थे, मार्च 1965 में राज्यसभा के लिए चुने गए और 1966 में फिर राज्यसभा के लिए चुने गए। श्री पहाड़िया दूसरी (1957), चौथी (1967), पांचवीं (1971) और सातवीं लोकसभा (1980) के सदस्य भी थे। वह राजस्थान की सातवीं (1980), आठवीं (1985), नौवीं (1990) और बारहवीं (2003) विधानसभाओं के सदस्य थे। श्री पहाड़िया 1967-69 तक उप मंत्री, वित्त, उप मंत्री खाद्य और कृषि, श्रम मंत्री, उद्योग मंत्री (आपूर्ति विभाग) 1970-71 केंद्र सरकार में भी रहे हैं। उन्होंने 1980 में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री का पोर्टफोलियो भी संभाला। वे सरकारी उपक्रम समिति 1981-83 के अध्यक्ष थेय सदस्य कार्मिक और प्रशासनिक सुधार 1982-85य अध्यक्ष गृह समिति 1983-85; अध्यक्ष याचिका समिति 1985-87; संयोजक सामान्य प्रयोजन समिति 1987-88; सदस्य नियम समिति 1990-92 और 2004-05; और सदस्य ऊर्जा और ऊर्जा के वैकल्पिक संसाधन 1991-92। एक महान सामाजिक कार्यकर्ता श्री पहाड़िया ने छात्र आंदोलनों में भाग लिया है; बच्चों और वयस्कों के लिए रात के स्कूलों का आयोजन; दलितों, आदिवासियों और अन्य सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों के उत्थान के लिए काम किया; सामुदायिक विकास खण्डों को उनकी विकासात्मक गतिविधियों में विशेष रूप से कृषि, कुटीर उद्योग, पंचायती राज, सहकारिता और परिवार नियोजन के क्षेत्र में मदद की और ‘पुरदाह‘ और वेश्यावृत्ति के खिलाफ आंदोलनों में भी काम किया। उन्होंने रूस, चीन, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, जापान, स्वीडन, डेनमार्क, चेकोस्लोवाकिया, साउथी अरब, मंगोलिया, जॉर्डन, लेबनान, सीरिया, ईरान, इंग्लैंड, फ्रांस, हॉलैंड, जर्मनी, इटली, ग्रीस, स्विट्जरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया, सिंगापुर, हांगकांग आदि सहित कई देशों का दौरा किया। 19 मई 2021 को उनका निधन हो गया।