राज्यपाल माननीय श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि सभी मेडिकल काॅलेजों, सरकारी अस्पतालों में ओ.पी.डी के लिए ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था करें ताकि लोगों को अनावश्यक देरी का सामना न करना पड़े, इससे लोगों के समय की बचत होगी और अनावश्यक भीड़ की परेशानी से बच सकेंगे
चण्डीगढ़ 29 दिसम्बर, हरियाणा के राज्यपाल माननीय श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि सभी मेडिकल काॅलेजों, सरकारी अस्पतालों में ओ.पी.डी के लिए ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था करें ताकि लोगों को अनावश्यक देरी का सामना न करना पड़े, इससे लोगों के समय की बचत होगी और अनावश्यक भीड़ की परेशानी से बच सकेंगे।
राज्यपाल श्री दत्तात्रेय बुधवार को करनाल के कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज की विजिट के दौरान ईलाज के लिए दाखिल मरीजों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान करीब एक दर्जन रोगियों और उनके तिमारदारों से बीमारी, ईलाज की सुविधा, किसी तरह की दिक्कत व पारिवारिक आर्थिक स्थिति को लेकर सीधा संवाद किया और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
सभी वार्डों का दौरा करने के बाद राज्यपाल ने एम.बी.बी.एस. छात्रों से बातचीत की किया। इस दौरान पहले छात्रों ने राज्यपाल के समक्ष कुछ सवाल पूछे और फिर राज्यपाल ने अपने संबोधन में उनका जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आप देश का भविष्य हैं, समाज को आपसे काफी उम्मीदें हैं। छात्र अनुशासन व समर्पण रखें, अच्छे से पढ़ाई करें और कोर्स पूरा करने के बाद समाज और देश की सेवा करें। अपने कैम्पस को स्वच्छ बनाए रखें। उन्होंने विद्यार्थियों को चरित्र निर्माण का भी पाठ पढ़ाया और कहा कि धन और स्वास्थ्य बिगड़ जाने से कुछ नुकसान होता है, लेकिन चरित्र बिगड़ जाने से सब कुछ नष्ट हो जाता है। मुनष्यता सबसे बड़ी चीज है, हमारे अंदर नैतिक मूल्य होने चाहिएं। सकारात्मक सोच रखें तथा अच्छाई और बुराई में भेद जाने। उन्होंने कहा कि आज शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन हो रहे हैं, तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग बढ़ रहा है। इसलिए विद्यार्थी वैश्विक नवाचार परिवर्तन पर भी नजर बनाए रखें।
हरियाणा की संस्कृति पर बोलते राज्यपाल ने कहा कि यहां के लोग स्वभाव से बहुत अच्छे हैं और मेहनत से गुजारा कर संतुष्ट रहते हैं। उन्होंने कहा कि देश में सामाजिक समरसता बनी रहनी चाहिए, मनुष्य के जीवन में कुछ समस्याएं भी होती हैं, लेकिन उनका समाधान भी ढूंढना चाहिए। उन्होंने केसीजीएमएस की अपनी विजिट में अस्पताल प्रबंध व्यवस्था, डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की सराहना की और निर्देश दिए कि वरिष्ठ नागरिकों का बाद दोपहर 3 से 5 बजे के दौरान उपचार किया जाए, ताकि वे वेटिंग से बच सकें।
राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में महान अंतरिक्ष वैज्ञानिक और करनाल की बेटी कल्पना चावला का नाम लेकर कहा कि उसने अंतरिक्ष में जाकर इतिहास रचा था, इससे पूरे देश और विश्व का गौरव बढ़ा था। इसके लिए उन्होंने कल्पना चावला के परिवार, करनाल व हरियाणा के लोगों को बधाई दी।
चिकित्सा क्षेत्र में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का जिक्र करते राज्यपाल ने बताया कि हरियाणा सरकार का हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का लक्ष्य है। मेडिकल कॉलेजो में दाखिले की सीटें 750 से बढ़ाकर 1685 की गई हैं। कोविड-19 से सम्बंधित सभी जानकारी के लिए हरियाणा सहायक नामक मोबाईल एप शुरू की गई है। प्रदेश के भिवानी में 535.55 करोड़ रूपये, जींद के हैबदपुर में 663.86 करोड़ रूपये, गुरूग्राम में 500 करोड़ तथा महेन्द्रगढ़ के कोरियावास में 598 करोड़ रूपये की लागत से मेडिकल कॉलेज की स्थापना का कार्य प्रगति पर चल रहा है।
उन्होंने बताया कि फरीदाबाद के मेडिकल कॉलेज में 100 बेड का अस्पताल, गुरूग्राम के सिविल लाईन में 70 बेड मैनकाइंड फार्मा अस्पताल, करनाल में 100 ऑक्सीजन बेड का फील्ड अस्पताल, सिरसा में 150 बेड का कोविड केयर सेंटर, असंध के सी.एच.सी. में 20 ऑक्सीजन बेड और कोविड केयर सेंटर में 10 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंदो को लाभ पहुंचाने के मकसद से अब तक लगभग 26 लाख 64 हजार आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं, इससे 2 लाख 83 हजार रोगियों को 322 करोड़ 25 लाख रूपये की राशि का मुफ्त ईलाज मिला है। हरियाणा में 600 अस्पतालों को पहले ही सूचीबद्ध किया जा चुका है। खास बात यह है कि मौजूदा परिस्थितयों को देखते हुए इस योजना में कोरोना रोगियों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हेपेटाइटिस बी व सी की दवाईयां तथा जांच मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही है, 466 एम्बुलेंस हर समय उपलब्ध हैं। देश में एनीमिया कम करने के अभियान में हरियाणा को प्रथम स्थान मिला है।
इसके पश्चात राज्यपाल ने मेडिकल कॉलेज परिसर में पीएम केयर निधि के तहत रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा प्रायोजित एक हजार लीटर प्रति मिनट के ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया।
इससे पूर्व केसीजीएमसी के निदेशक डॉ. जगदीश दुरेजा ने राज्यपाल का स्वागत करते बताया कि केसीजीएमसी में हर रोज करीब 2500 ओपीडी की जा रही हैं, 150 से 175 तक नए मरीज आ रहे हैं। रोजाना 30 से 35 मरीजों का ऑपरेशन किया जा रहा है तथा 200 से 300 तक इमरजेंसी एंट्री भी हो रही हैं। केसीजीएमसी की आरटी पीसीआर को लेकर अपनी लैब है, जिसमें अब तक 5 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त कोविड का पता लगाने के लिए करीब 4 लाख सैंपल भी लिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोविड की तीसरी लहर यदि आती है, तो उससे निपटने के लिए केसीजीएमसी पूरी तरह से तत्पर है। इसके लिए अस्पताल के चतुर्थ तल पर 120 बिस्तरों का आईसीयू बना दिया गया है, जिसमें पैनल और मॉनिटर व दवाइयां उपलब्ध करवा दी गई हैं।
राज्यपाल की विजिट के दौरान इन्द्री के विधायक राम कुमार कश्यप, उपायुक्त निशांत कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया, एसडीएम गौरव कुमार, मेडिकल कॉलेज की एम.एस. डॉ. हिमांशु मदान तथा वित्त नियंत्रक ओमबीर राणा भी मौजूद रहे।