Close

    राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने युवाओं से 2047 तक विकसित भारत निर्माण के लिए स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों पर चलने का किया आह्वान

    Publish Date: नवम्बर 10, 2025

    राज्यपाल ने सेंट स्वामी विवेकानंद मिलेनियम स्कूल, पिंजौर में युवा सम्मेलन को किया संबोधित

    गरीबों को कंबल और बच्चों को आवश्यक सामग्री की वितरित

    पंचकूला, 10 नवंबर : हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने युवाओं से 2047 तक एक समावेशी और विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी द्वारा दिखाए गए सेवा, आत्मविश्वास और राष्ट्र निर्माण के मार्ग पर चलना चाहिए।

    राज्यपाल प्रो. घोष आज सेंट स्वामी विवेकानंद मिलेनियम स्कूल, एचएमटी पिंजौर में आयोजित युवा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्यपाल की धर्मपत्नी श्रीमती मित्रा घोष, कालका की विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा और राज्यपाल के सचिव श्री डी.के. बेहेरा भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में राज्यपाल ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

    राज्यपाल ने कहा कि उन्हें भारत के महानतम युवा प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों से प्रेरित संस्था के इस आयोजन का हिस्सा बनकर गर्व का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत आज ऐतिहासिक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। स्वतंत्रता की शताब्दी वर्ष 2047 की ओर अग्रसर यह देश अब विकसित, आत्मनिर्भर और समावेशी भारत बनने के मिशन पर है और इस मिशन के केंद्र में देश के युवा हैं।

    प्रो. घोष ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का विश्वास था कि किसी देश की असली शक्ति उसके धन या हथियारों में नहीं, बल्कि युवाओं के चरित्र, आत्मविश्वास और प्रतिबद्धता में निहित होती है। उन्होंने कहा कि सच्ची प्रगति तभी संभव है जब समाज का कोई भी व्यक्ति पीछे न छूटे यही समावेशी विकास का सार है।

    राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में शिक्षा को सशक्तिकरण और परिवर्तन का आधार बनाया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)–2020 इसी दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है, जिसका उद्देश्य केवल ज्ञानवान ही नहीं बल्कि चरित्रवान, आत्मविश्वासी, रचनात्मक और दयालु नागरिक तैयार करना है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे नौकरी खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें, और तकनीक का उपयोग सामाजिक कल्याण के लिए करें।

    राज्यपाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का संदेश केवल आध्यात्मिक जागृति का नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का था। उनका प्रसिद्ध कथन “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए” आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि इस पीढ़ी का लक्ष्य एक विकसित, समान और दयालु भारत बनाना है, जहां समृद्धि हर घर तक पहुंचे।

    उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा ने स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम, डिजिटल लर्निंग और इनोवेशन हब्स जैसी पहल के माध्यम से शिक्षा और युवा सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है और देश के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया है।

    कार्यक्रम के उपरांत राज्यपाल प्रो. घोष ने गरीबों को कंबल और जरूरतमंद बच्चों को उपयोगी वस्तुएं वितरित कीं। उन्होंने स्कूल मैगज़ीन के 24वें संस्करण का भी विमोचन किया।

    विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने सिखाया कि सच्ची शिक्षा डिग्री या अंकों से नहीं, बल्कि चरित्र, शक्ति और दया से मापी जाती है। उन्होंने स्कूल प्रबंधन और छात्रों को ज्ञान, मूल्यों और सेवा की भावना को जीवित रखने के लिए बधाई दी और कहा कि राज्य व केंद्र सरकारें युवाओं को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

    स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. पीयूष कुंज ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और यूथ कन्वेंशन सहित स्कूल की गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया।

    इस अवसर पर उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा, पुलिस उपायुक्त श्रीमती सृष्टि गुप्ता, सचिव स्वामी यजनाधरानंद, रामकृष्ण मिशन, जम्मू, स्वामी भीतिहरानंद ,रामकृष्ण मिशन आश्रम, चंडीगढ़, स्वामी तन्महिमानंद ,रामकृष्ण मिशन आश्रम, शिमला, स्वामी देवतंत्यानंद, रामकृष्ण मिशन आश्रम, मुंबई सहित यूथ कन्वेंशन की आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित रहे।


    WhatsApp Image 2025-11-11 at 11.30.53 AM