उद्यमिता और स्वरोजगार के बल पर भारत की होगी 21वीं शताब्दी- दत्तात्रेय
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने प्रदर्शनी का किया अवलोकन
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के एल्यूमनी और उद्यमियों को किया सम्मानित
चण्डीगढ़ 22 अगस्त। हरियाणा के राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत उद्यमिता और स्वरोजगार के बल पर पूरे विश्व में एक मुकाम हासिल करेगा। इस क्षेत्र में लगातार हो रही प्रगति के बल पर निश्चित ही 21वीं शताब्दी भारत की होगी। देश को दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति बनाने में युवा पीढ़ी का अहम् योगदान रहेगा ।
राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय सोमवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के भगवद्गीता सदन (आडिटोरियम हॉल) में स्वावलम्बी भारत अभियान के अन्तर्गत कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूथ रेड क्रास की ओर से आयोजित उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इससे पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कुवि के गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं के कौशल विकास के लिए बनाई गई 235 लाख रुपये की लागत की कम्प्यूटर सेंटर बिल्डिंग का उद्घाटन किया।
श्री दत्तात्रेय ने ऑडिटोरियम हॉल में दीप प्रज्ज्वलित करके उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन का विधिवत् रूप से शुभारंभ किया। इस दौरान राज्यपाल ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के एल्यूमनी व उद्यमियों सुल्तान सिंह, अरूण गोयत, रमेश मेहता, मीनाक्षी नेहरा भट्ट, सिमरन सिंह, सीमंतिनी खेतरपाल, हरीश सचदेवा व अनिल जैन को अंगवस्त्र व श्रीफल देकर सम्मानित किया।
उन्हांेने कहा कि किसी भी राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को विकसित एवं सूदृढ़ करने में उद्यमिता का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उद्यमिता की महत्ता को मद्देनजर रखते हुए दुनियाभर में 21 अगस्त का दिन विश्व उद्यमी दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत सदियों से ही नवाचारों और उद्यमिता के लिए एक इन्क्यूबेटर रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि आज देश में फिर से उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए नवाचारों की आवश्यकता है। इसके लिए हर क्षेत्र में कौशलता को बढ़ावा देना होगा। इसी उद्देश्य ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में तैयार नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में कौशलता, रोजगारोन्मुखी और व्यावसायिक शिक्षा पर विशेष फोकस किया है। भारत युवाओं का देश है। 65 प्रतिशत जनसंख्या युवाओं की है। युवाओं को रूचि अनुसार क्षेत्रों में कौशल प्रदान करके ही उद्यमिता में सत्त विकास की सम्भावनाओं को बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में समग्र, भविष्योन्मुखी, रोजगारोन्मुखी एवम् कौशल विश्वविद्यालयों की परिकल्पना की गई है ये विश्वविद्यालय वास्तव में कौशलता के केंद्र होंगे। हरियाणा में तो ग्यारह सौ करोड़ रूपए की लागत से पलवल में विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की जा चुकी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में भी हरियाणा सरकार ने और आगे बढ़कर कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि देश में स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम उद्यमिता व नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कारगर सिद्ध हुआ है। आन्तरिक व्यापार एवं औद्योगिक विकास विभाग के आकड़ों के अनुसार वर्तमान में देश में पिचहतर (75) हजार से भी ज्यादा र्स्टाटअप हैं, जो चार सौ पचास अरब डालर की पूंजी का निर्माण करते हैं। इनमें अब तक दस लाख से भी अधिक रोजगार सृजित किए गए हैं।
राज्पाल ने अपने वकतव्य में कहा कि गांव स्तर पर सूक्ष्म उद्यमिता को बढ़ाने के लिए महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे लाने के लिए स्वंय सहायता समूहों की संख्या बढ़ा कर इन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करना होगा। हरियाणा में लगभग पचास हजार स्वयं सहायता समूहों से पांच लाख से भी अधिक परिवार जुड़े हुए हैं। हरियाणा सरकार द्वारा स्वयं सहायता समुहों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए इस वर्ष दो सौ करोड़ रूपए की राशि खर्च की गई।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वे विशेषज्ञों के सहयोग से महिलाओं को विभिन्न व्यवसायों का प्रशिक्षण देकर उनमें कौशल प्रतिभा विकसित करें। इससे निश्चित रूप से ग्रामीण क्षेत्र में नए उद्यमी सामने आएगें और उनका साहस बढ़ेगा। वर्तमान में हमें आवश्यकता आधारित, क्षेत्र आधारित, रोजगार उन्मुख कौशल प्रदान करना है।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि बगैर उद्यमिता के विकास के कोई भी देश आर्थिक तरक्की नहीं कर सकता है। उद्यमिता के विकास द्वारा ही कई आर्थिक, सामाजिक समस्याओं, जैसे-गरीबी, बेरोजगारी, धन की विषमता, कम उत्पादकता, निम्न जीवन-स्तर आदि से छुटकारा पाया जा सकता है।
प्रसिद्ध आर्थिक विशेषज्ञ व अ.भा. सहसंगठक स्वदेशी जागरण मंच के सतीश कुमार ने कहा कि उद्यमिता और स्वरोजगार के लिए हरियाणा सबसे उपयुक्त स्थान है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत दुनिया का सबसे युवा शक्ति वाला देश है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में विश्व उद्यमिता दिवस को लेकर 22 जिलों में 90 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है जिससे युवा पीढ़ी को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा सके।
इस मौके पर सांसद नायब सैनी, विधायक सुभाष सुधा, एनआईटी के निदेशक डॉ. बीवी रमनारेड्डी, शिक्षक, कर्मचारी व विद्यार्थी मौजूद रहे।