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    हीरक जयंती दीक्षांत समारोह, एनआईटी, कुरुक्षेत्र

    Publish Date: नवम्बर 29, 2022

    दिनांक 29.11.2022
    1. भारत के राष्ट्रपति माननीया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी,
    2. आदरणीय श्री मनोहर लाल जी, मुख्यमंत्री, हरियाणा सरकार
    3. आदरणीय श्री धर्मेद्र प्रधान जी, शिक्षा मंत्री, भारत सरकार
    4. आदरणीय डॉ. बी.वी. रमना रेड्डी, निदेशक व एन.आई.टी. कुरुक्षेत्र के अध्यक्ष-बोर्ड ऑफ गवर्नर्स
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    उपस्थित, शिक्षाविद, प्रोफेसर साहेबान, कर्मचारीगण, अभिभावकगण, डिग्री प्राप्तकर्ता, प्रिय छात्रों और मीडिया के बंधुओं!
    सबसे पहले मैं भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। आज एनआईटी के छात्रों व डिग्री प्राप्तकर्ताओं को आशीर्वाद देने के लिए एन.आई.टी के हीरक जयंती दीक्षांत समारोह में पहुंचकर हम सबको गौरवांवित किया है। इसके लिए मैं प्रदेश की जनता की तरफ से भी गर्मजोशी से अभिनंदन करता हूं, मैं आज डिग्री प्राप्त करने वाले सभी छात्रों और उनके अभिभावकगण को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।
    आज जो विद्यार्थी उपाधि ग्रहण कर रहे हैं उन सब के लिए यह एक अविस्मरणीय दिन है। यह दिन आप सबके लिए और विशेष हो जाता है जब संस्थान के होनहार छात्रों व डिग्री प्राप्तकर्ताओं को माननीय राष्ट्रपति महोदया का आशीर्वाद मिला है।
    आप इस लिए भी भाग्यशाली है कि दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एक आदर्श शिक्षक पहुंची हैं। माननीय राष्ट्रपति महोदया ने अपने जीवन की शुरूआत एक शिक्षिका के रूप में की थी। बहुत सी विकट परिस्थितियों का सामना करते हुए आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर विराजमान हैं। यह हम सब के लिए प्रेरणादायी और आदर्श हंैं।
    राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान हरियाणा राज्य में प्रौद्योगिकी का एक प्रतिष्ठित सरकारी संस्थान है। एनआईटी ने अपने साठ वर्ष के कार्यकाल में अनेक उपलब्धियां हासिल की है। पहले यह संस्थान यह प्रादेशिक इन्जिनियरिंग कालेज के रूप में 1963 स्थापित हुआ और अब 2002 से एनआईटी के रूप में इन्जिनियरिंग के क्षेत्र में युवाओं का भविष्य स्वर्णिम कर रहा है। संस्थान ने देश को इन्जिनियरिंग के क्षेत्र की अनके प्रतिभाएं दी हैं। यहाँ से शिक्षा प्राप्त कर भारत के अलावा विश्व के अन्य देशों में विभिन्न क्षेत्रों में न केवल अपने संसथान का नाम रोशन किया है बल्कि देश का नाम रोशन किया हैं।
    आज संस्थान के हीरक जयंती दीक्षांत समारोह में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को स्वर्ण पदकों से भी नवाजा जा रहा है। इस दीक्षात समारोह में स्नातक व स्नातकोत्तर को 68 स्वर्ण पदक प्रदान किए जा रहे हैं। खुशी की बात है कि काफी संख्या में लड़किया हैं। दीक्षांत समारोह मे ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और डाक्टरेट की दो हजार आठ सौ छप्पन (2856) डिग्री प्रदान की जा रही है। इनमें भी लड़कियां काफी संख्या में हैं।
    इससे पता चलता है कि हमारी बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं हैं। इसका जीता जागता उदाहरण हमारी राष्ट्रपति महोदया श्रीमती द्रोपदी मुर्मू राष्ट्रपति के रूप में आप सबके समक्ष हंै। इनके जीवन परिचय से हम सब को शिक्षा लेनी चाहिए।
    आप सभी ने इन्जिनियरिंग के क्षेत्र में उच्च शिक्षा ग्रहण की है। आपकी इन्जिनियरिंग शिक्षा का समाज के हर गरीब से गरीब आदमी को लाभ होना चाहिए। ऐसी मैं आपसे अपेक्षा करता हूं। आप एक पेशेवर दुनिया में कदम रखने जा रहे है। इसलिए अपने अपने पेशे के साथ-साथ समाज सेवा के कार्य का भी सन्तुलन बनाए रखना है। क्योंकि देश और समाज को आप से बहुत सी अपेक्षाएं है।
    आप सभी देश को प्रौद्योगिक व टैक्नोलोजी के क्षेत्र में देश को आत्म निर्भर बना सकें। इसके लिए प्रदेश सरकार ने शिक्षा का एक मजबूत ढांचा तैयार किया है। इस एनआईटी के साथ-साथ उमरी (कुरूक्षेत्र) उत्तर भारत का पहला NID, मुरथल में CIEPT, और पंचकुला में NIFT स्थापित किया गया है। इसके साथ-साथ सोनीपत, झज्जर, रेवाड़ी और नीलोखेड़ी में SIIET स्थापित किए गए हैं। इस प्रकार से अब प्रदेश में 43 बड़े विश्वविद्यालय और अन्य बड़े शिक्षण संस्थान हैं। महिला शिक्षा के लिए इस समय प्रदेश में निजी क्षेत्र के अलावा 60 राजकीय महिला महाविद्यालय स्थापित है। प्रदेश में छात्राओं को मुफ्त यात्रा सुविधा के साथ-साथ मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है।
    देवियों और सज्जनों!
    जैसा कि आप सबको पता है आज प्रौद्योगिकी व इन्टरनैट का युग है। दुनिया एक कम्पयूटर और मोबाईल जैसे उपकरणों मंे सिमट गई है। हर तरह की जानकारी गुगल के माघ्यम से इन्टरनैट पर उपलब्ध है। इन्टरनैट से जुड़ कर आप विश्व के प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोध, अनुसन्धान व नए अघ्ययनों की जानकारी प्राप्त कर अपने आप को अपडेट रख सकते हैं।
    मेरी एनआईटी प्रशासन से अपील है कि आप विश्व के विकसित देशों व बड़े बड़े संस्थानों के साथ एम0ओ0यू0 करें तांकि दूसरे संस्थानों की फैकल्टी, प्रोफेसर इस संस्थान में आएं और उनके द्वारा की गई स्टडी, सर्वे तथा शोध का यहाँ के छात्रों को लाभ हो। इसी प्रकार आप भी दूसरे संस्थानों मे विजिट करें और आप द्वारा किए गए अनुसन्धानों व शोध कार्यों को परस्पर शेयर करंे जिससे दूसरे विद्यार्थियों को लाभ मिले।
    मुझे आशा और विश्वास है कि आप अपने पेशेवर जीवन में देश के लिए आगे बढ़कर काम करेगें, जिससे आपका आपके संस्थान का और देश का नाम रोशन होगा। एक बार फिर मैं माननीय महोदया श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी का अभिनंदन करते हुए कोटि-कोटि धन्यवाद करता हूं और आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए अपनी वाणी को विराम देता हूं।
    जय हिन्द!