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    विदेश मंत्रालय के ई-विद्या भारती तथा ई-आरोग्य भारती (ई-वीबीएबी) नेटवर्क प्रोजेक्ट के तहत अफ्रीकन देशों के विद्यार्थी अब गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार से ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर सकेंगें

    Publish Date: मई 26, 2022

    चंडीगढ़, 26 मई – विदेश मंत्रालय के ई-विद्या भारती तथा ई-आरोग्य भारती (ई-वीबीएबी) नेटवर्क प्रोजेक्ट के तहत अफ्रीकन देशों के विद्यार्थी अब गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार से ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर सकेंगें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में निर्धारित ऑनलाइन शिक्षा के मानदंडों को क्रियान्वित करने में इस विश्वविद्यालय की सार्थक पहल है। हरियाणा के राज्यपाल व विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय ने विश्वविद्यालय परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
    उन्होंने कहा कि इस प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट के तहत विश्वविद्यालय द्वारा विदेशी विद्यार्थियों को शिक्षा दिए जाने से विश्व स्तरीय शिक्षा की शुरुआत होगी जो विश्वविद्यालय को एक नई पहचान देगी।
    विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज के अनुसार पत्र का विदेश मंत्रालय के नियमानुसार ई-वीबीएबी नेटवर्क प्रोजेक्ट के तहत अफ्रीकी देशों के विद्यार्थियों को पांच साल की अवधि के लिए ऑनलाइन यूजी/पीजी/डिप्लोमा कोर्स करने के लिए 15000 छात्रवृत्ति देने का लक्ष्य रखा है। इस एकेडमिक सत्र के लिए एनरोलमेंट आगामी जून 2022 के प्रथम सप्ताह से आरम्भ होगा।
    उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत अफ्रीकन देशों के विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा देने के लिए अधिकृत किया जाने वाला गुजविप्रौवि हिसार प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है। विदेश मंत्रालय द्वारा इन कोर्सों के लिए विश्वविद्यालय की ओर से प्रस्तुत किए गए फीस संरचना को सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत अफ्रीकन देशो के विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय एमबीए तथा बीकॉम कोर्सों की ऑनलाइन शिक्षा देगा। कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय के आधारभूत ढांचे और व्यवस्थाओं को इससे एक नई पहचान मिलेगी। यह विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है।