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    राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में डिग्री प्रदान करते हुए

    Publish Date: नवम्बर 5, 2022

    चंडीगढ़, 5 नवंबर – किसी भी विद्यार्थी के जीवन मेें डिग्री प्राप्त करने वाला दिन एक अविस्मरणीय दिन होता है और एक चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी डिग्री प्राप्त करना तो अपने आप में बड़े ही गर्व का विषय है वो भी पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से जो अपनी उच्च गुणवता के लिए पूरे देश में प्रसिद्व है। इस विश्वविद्यालय मे उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। यह कहना है हरियाणा के माननीय राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय का। वें विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत में चिकित्सकों एवं विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।
    श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आज आपके जीवन में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। चिकित्सक का प्रोफेशन बहुत ही पवित्र माना जाता है। उन्होंने कहा कि भगवान को किसी ने नहीं देखा लेकिन समाज में दिखने वाले भगवान को डॉक्टर कहा जाता है। आप उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त कर अपना नाम बनाएं और समाज की सेवा करें। उन्होंने बताया कि एक अच्छा चिकित्सक वही माना जाता है, जिसका मरीज के प्रति व्यवहार अच्छा होता है।
    श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि उन्हें काफी खुशी है कि समाज में हर क्षेत्र में लड़कियां आगे बढ़ रही हैं, आज जो यहां करीब 105 पदक प्रदान किए गए हैं, उसमें से 85 लड़कियां थी। उन्होंने कहा कि आज इंटरनेट का युग है, इसलिए चिकित्सक को उससे जुड़कर नए शोधों से अपडेट रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को अभिनंदन है जो स्वास्थ्य सेवाओं में बहुत अच्छा कार्य कर रही है। माननीय राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि बड़े शिक्षण संस्थानों के साथ एमओयू करके हमें शोध सांझा करने चाहिए ताकि समाज को उसका अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
    हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि उन्हें आज पवित्र कार्य करने वाले चिकित्सका जगत से जुड़े लोगों के बीच आने पर गर्व की अनुभूति हो रही है। डिग्री, मेडल पाने वाले टॉपर ने मेहनत करके आज यह अपनी यात्रा पूरी की। आज जो यहां से शिक्षा प्राप्त करके आगे बढ़ेंगे उनके मन में सेवा भावना अवश्य होनी चाहिए जोकि संकट से किसी के जीवन को बचाने का कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि चिकित्सक कभी भी सेवानिवृत नहीं होता क्योंकि कभी भी डॉ के आगे पूर्व नहीं लगता। चिकित्सक के प्रति लोगों में काफी श्रृद्धा भाव होता है और समाज की सेवा करके आप उस भाव को ओर बढ़ाए। उन्होंने कहा कि वें शरीर के चिकित्सक तो नहीं बन पाए, लेकिन समाज के चिकित्सक बन गए। जनता से भी अनुरोध है कि आप समस्या लाओ हम आपको समाधान देंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना के नेतृत्व में उच्च कोटि की रिसर्च की जा रही है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द संस्थान में प्रदेश का पहला रिनल किडनी ट्रांसप्लांट शुरू किया जाएगा। श्री मनोहर लाल ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जल्द ही मेडिकल टैक्रोलोजी और बॉयो मेडिकल इंजीनियरिंग का एक संयुक्त कोर्स शुरू करने जा रही है जोकि मेडिकल के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार का प्रयास है कि 5 साल में कोई भी ऐसा जिला नहीं रहेगा जहां मेडिकल कालेज ना हो। आज प्रदेश से हर साल 1750 विद्यार्थी एमबीबीएस की पढ़़ाई पूरी कर समाज की सेवा कर रहे हैं जिनकी आने वाले सालों में संख्या बढाकर 3000 कर दी जाएगी।
    एसीएस एमईआर डॉ. जी. अनुपमा ने कहा कि संस्थान के चिकित्सक बहुत ही मेहनती हैं और कोविड के दौरान उन्होंने बिना थके घरों से दूर रहकर दिन रात मरीजों की सेवा की। कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ने कहा कि उन्हें काफी प्रसन्नता हो रही है कि आज करीब 6 साल बाद दूसरा दीक्षांत समारोह आयोजित हो रहा है। सभी डिग्री धारकों को तहे दिल से बधाई जो अब समाज की सेवा कर विश्वविद्यालय का नाम पूरे विश्व में रोशन करेंगे। डॉ. सक्सेना ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय व हरियाणा सरकार के मार्गदर्शन में नित नए आयाम स्थापित कर रही है। सरकार मरीजों के हित में की जाने वाली रिसर्च को काफी बढ़ावा दे रही है और अच्छी गुणवत्ता की रिसर्च के लिए सरकार ने संस्थान के कई चिकित्सकों को अवार्ड भी प्रदान किए हैं। डॉ. अनिता सक्सेना ने विद्यार्थियों को हिपोक्रेटिक ओथ दिलवाते हुए कहा कि हमें ताउम्र इस शपथ को अपने दिमाग में रखते हुए दिल से मरीजों की सेवा करनी चाहिए। कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ने कहा कि वें सरकार को विश्वास दिलाना चाहती हैं कि वें अपने संस्थान के सभी चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को साथ लेकर विश्वविद्यालय को नई ऊचाईयों पर ले जाने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि प्रदेश के मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली या अन्य प्रदेशों में ना जाना पड़े अपितु अन्य प्रदेशों के लोग यहां इलाज करवाने आएं। कार्यक्रम के अंत में दीक्षांत समारोह में आने पर कुलसचिव डॉ.एच.के. अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद व्यक्त किया। निदेशक डॉ.एस.एस. लोहचब ने बताया कि समारोह की शुरूआत दीप प्रज्जवलित करके की गई। समारोह के दौरान डीएम,एमसीएच, एमडी/एमएस, एमबीबीएस, बीडीएस को मिला कुल 15 श्रेणियों में 731 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई। इस अवसर पर एसीएस एमईआर डॉ. जी. अनुपमा, डीएमईआर डॉ. विरेंद दहिया, कुलसचिव डॉ.एच.के. अग्रवाल, निदेशक डॉ. एस.एस. लोहचब, डीन एकेडमिक अफेयर डॉ. अशोक चौहान, डीन डॉ. कुलदीप सिंह लालर, परीक्षा नियंत्रक डॉ. राकेश धनखड़, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ईश्वर सिंह, प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी, आर्गेनाइजिंग सैक्रेट्री डॉ. मंजूनाथ बीसी, डीन छात्र कल्याण डॉ. गजेंद्र सिंह, एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह, सुपवा के कुलपति प्रो. गजेंद्र सिंह, बीएमयू के कुलपति डॉ.आर.एस. यादव, सहित सैकड़ों चिकित्सक व विद्यार्थी उपस्थित थे।

    राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री, हरियाणा श्री मनोहर लाल पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक में डिग्री प्राप्तकर्ता डाक्टरों के साथ चित्र समुह में

    राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री, हरियाणा श्री मनोहर लाल पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक में डिग्री प्राप्तकर्ता डाक्टरों के साथ चित्र समुह में

    राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की उपस्थिति में डिग्री प्रदान करते हुए

    राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की उपस्थिति में डिग्री प्रदान करते हुए