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    राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय आज सेक्टर 31, चंडीगढ़ स्थित सीआईआई परिसर में आयोजित ग्रुप ऑफ आर्यन्स कॉलेज के दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए

    Publish Date: जून 6, 2022

    चण्डीगढ़ 06 जून। हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 कौशल प्रधान होने के साथ-साथ रोजगारोन्मुखी है। नई शिक्षा नीति युवा पीढ़ी को नैतिक मूल्यों से ओत-प्रोत करने की भी संवाहक है। युवाओं को चाहिए कि वे गुणवत्ता की शिक्षा के साथ नैतिक मूल्यों को आत्मसात करें। यह बात श्री दत्तात्रेय ने आज स्थानीय सेक्टर 31 स्थित सीआईआई परिसर में आयोजित ग्रुप ऑफ आर्यन्स कॉलेज के दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में कही।
    श्री दत्तात्रेय ने दीक्षांत समारोह में स्नातक और स्नातकोत्तर पास 130 छात्राओं को डिग्रियां व मेडल प्रदान किए और शुभकामनाएं दी। उन्होंने दीक्षांत समारोह के लिए आर्यन ग्रुप को शुभकामनाएं दी और कॉलेज की गतिविधियों को सराहा।उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह का दिन डिग्री पाने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इन युवाओं ने अपने मूल विषय में ज्ञान प्राप्त करने के साथ-साथ भारतीय मूल्यों को विकसित करने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने कहा कि इन सभी युवाओं ने समृद्ध राष्ट्र निर्माण की जिम्मेवारी लेते हुए अपने व्यावसायिक जीवन में प्रवेश किया है। इसलिए समाज और राष्ट्र को युवाओं से काफी अपेक्षाएं हैं। उन्होंने इन युवाओं के माता पिताओं के अभिभावकों को भी शुभकामनाएं दी।
    उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है इसलिए आज विश्व की नजरें भारत के युवाओं पर टिकी हैं। ऐसे में युवाओं को अपने नेतृत्व व क्षमता को पहचानते हुए तय करना है कि वे जोब क्रिएटर बनना चाहते हैं या जॉब प्रोवाईडर। देश इस वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। युवाओं की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है कि वे केन्द्र और राज्य सरकार की नीतियों का लाभ उठाते हुए अपने आप को उद्यमिता और स्टार्ट-अप के क्षेत्र में उतारें। इससे वे जो प्रोवाईडर तो बनेंगे ही साथ ही देश के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को कभी भी शिक्षा के मामले में रूकना नहीं चाहिए वें निरंतर शिक्षा ग्रहण कर कौशल पर ध्यान दे ंतो वे हर क्षेत्र में अपडेट रहेंगे। इसके साथ-साथ युवा शिक्षा ग्रहण कर ग्रामीण क्षेत्र में धरातल पर कार्य करे जिससे उनकी शिक्षा का लाभ समाज को मिलेगा
    उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाएं छात्रों को नई प्रौद्योगिकियों से जोड़ते हुए नवाचार के लिए प्रेरित करें। इनके लिए अपने शिक्षण संस्थानों में आधुनिक लैब, इन्क्यूबेशन सेंटर, इनोवेशन सेंटर व जॉब प्लेसमैंट सेंटर स्थापित कर प्रभावी कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि आगामी 2030 तक 30 करोड़ युवाओं को नौकरी मिलने वाली है। इससे भारत की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। शिक्षण संस्थाएं इसी उद्देश्य को ध्यान में रख कर शिक्षा प्रदान करें। सभी शिक्षण संस्थाएं स्किलिंग, रिस्किलिंग और मोर स्किल के सिद्धांत को अपना कर छात्रों को कुशल बनाएं।
    उन्होंने कहा कि देश में शिक्षा नीति को 2030 तक लागू करने का लक्ष्य रखा गया है। हरियाणा ने इससे भी आगे बढ़कर 2025 तक शिक्षा नीति के सभी मानदडों को शत-प्रतिशत लागू करने के लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए प्रदेश सरकार बधाई की पात्र है।
    इस अवसर पर आर्यन ग्रुप ऑफ कॉलेज की चेयरपर्सन डॉ अंशु कटारिया, जम्मू और कश्मीर के जनजातीय मामले विभाग के सचिव डॉ. हारून मलिक, पंजाब सरकार के आईटी सचिव राजीव गुप्ता, प्रो0 गुरिन्द्र पाल सिंह, प्रवीन कटारिया सहित छात्रों के अभिभावक व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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    राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय आज सेक्टर 31, चंडीगढ़ स्थित सीआईआई परिसर में आयोजित ग्रुप ऑफ आर्यन्स कॉलेज के दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए।
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    राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय सेक्टर 31 चंडीगढ़ स्थित सीआईआई परिसर में आयोजित ग्रुप ऑफ आर्यन्स कॉलेज के दीक्षांत समारोह में डिग्री प्रदान करते हुए।
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    राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ग्रुप ऑफ आर्यन्स कॉलेज के दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्तकर्ताओं के साथ चित्र समूह में।