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    पांचवा दीक्षांत समारोह, के.आर विश्वविद्यालय, गुरूग्राम

    Publish Date: दिसम्बर 17, 2022

    मुझे बहुत खुशी है कि गुरू द्रोणाचार्य की धरती पर आज….. विद्यार्थियों को दीक्षित किया जा रहा है। मैं 5वें दीक्षांत समारोह में सभी डिग्री प्राप्त करने वाले व दीक्षित होने वालों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। आज डिग्री प्राप्तकर्ताओं में अधिकतर लड़कियां हैं। इससे प्रमाणित होता है कि लड़कियां आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं।
    विद्यार्थियों की इस सफलता में सभी सहयोगी व प्रेरक अध्यापकों, अभिभावकों तथा विश्वविद्यालय के अन्य सभी सदस्यों को भी मैं बधाई और साधुवाद देता हूं।
    मुझे के.आर मंगलम विश्वविद्यालय, गुरूग्राम के पांचवे दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। आज डिग्री ग्रहण करने वाले सभी छात्रों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएॅ! मैं इस अवसर पर उन सभी संकाय सदस्यों, शिक्षकों, गुरूजनों, माता-पिता और अभिभावकों को भी हार्दिक बधाई देना चाहूंगा। ये सभी इन बच्चों की इस अद्भुत यात्रा का हिस्सा रहे हैं।
    देवियो और सज्जनों!
    आपका विश्वविद्यालय देश के निजी क्षेत्र प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थाना,ें में से एक है। मुझे अपने जीवन में देश ही नहीं बल्कि विश्व के अनेक देशोें के कई शिक्षण संस्थानोंध्विश्वविद्यालयों की कार्य प्रणाली व ढांचागत सुविधाओं को नजदीक से देखने का मौका मिला है। जिनमें से आपका के.आर विश्वविद्यालय भी है। मैं…….को उनकी शैक्षणिक दूरदर्शी सोच, विजन के साथ शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर योगदान के लिए बधाई देता हूं। मेरा मानना है कि शिक्षा संस्थाओं के प्रफुल्लित होने से युवा पीढ़ी का शिक्षा के प्रति और आकर्षण बढ़ा है। इसका लाभ हमारे छात्रों ने बखुबी उठाया है।
    प्रिय छात्रों! जैसा कि मैंने कहा है मुझे आपके दीक्षांत समारोह का हिस्सा बनकर बहुत खुशी हो रही है। मैं आप सब में भविष्य देख रहा हूं। आज हमारा देश सबसे युवा है। देश में औसत आयु 28 वर्ष है। इसलिए विश्वभर की नजरें इस समय भारत पर लगी है। देश विश्व को अनेक प्रकार की आशाएं हैं।
    मुझे देश और दुनिया की विभिन्न क्षेत्रों की बहुत सी महत्वपूर्ण हस्तियों के साथ मिलने का अवसर मिला है। सभी ने भारत के युवाओं की चर्चा की है।
    प्रिय डिग्री प्राप्त कर्ताओं और छात्रों!
    आज आप सभी एक बेहतर समाज, एक बेहतर राष्ट्र और एक बेहतर दुनिया के आधार स्तम्भ हैं। मैं कह सकता हूं कि आप समाज के लिए बेहद उपयोगी होने के साथ-साथ ऐसे पिल्लर होगें जहां आप अन्य युवाओं के लिए आदर्श स्थापित कर सकत हैं जिससे राष्ट्र मजबूत होगा। देश और समाज को आपसेे बहुत सी अपेक्षांए हैं। मेरा विश्वास है कि आप बेहद जिम्मेदार नागरिक बनकर समाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगें। इसके लिए आपको वर्तमान शैक्षणिक पारिस्थितिक प्रणाली से जुड़े रह कर भारतीय मूल्यों को आगे बढ़ाना है। भारतीय मूल्यों और नई टैक्नोलाजी तथा विश्व स्तरीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन.ई.पी-2020) के रूप में देश को मिली है।
    इसके लिए प्रिय छात्रों, हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देते है। इसके कारण ही आज भारत विशेष रूप से शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़े परिवर्तन के शिखर पर है। इस शिक्षानीति से देश में एक नए युग की शुरूआत हुई है। साथ-साथ एक जीवंत और समावेशी शिक्षा प्रणाली की नींव रखी है, जहां कोई भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा।
    आज मुझे गर्व है इस दीक्षांत समारोह में 58 पीएचडी की डिग्रीयों में से 42 महिला शोधकर्ताओं और 16 पुरुषों को डिग्री प्रदान की जा रही हैं। यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि हमारी बेटियां, माताएं और बहनें अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है।
    आप सभी आज से एक व्यावसायिक जीवन की शुरूआत करने जा रहे है। आपके कन्धों पर बहुत बडी़ जिम्मेदारी है इसलिए आप जीवन में नैतिक व सवैधानिक मूल्यों को अपनाते हुए राष्ट्र के लिए काम करेगें। इससे देश निश्चित रूप से तरक्की के पथ पर अग्रसर होगा।
    आज एक हजार पांच सौ सैंतालीस छात्र डिग्री प्राप्त कर रहे हैं, जिनमें स्नातक और स्नातकोत्तर के दो सौ ग्यारह छात्र शामिल हैं, जिन्होंने स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक भी प्राप्त किए हैं। मैं आप सभी को बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देता हूॅ।
    प्रिय महानुभाव!
    मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि के.आर मंगलम विश्वविद्यालय ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की भावना और दर्शन को पूरी तरह आत्मसात कर लिया है। हरियाण के लिए खुशी की बात यह है कि हरियाणा सरकार मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में 2025 तक एनईपी-2020 को पूरी तरह लागू करने जा रही है, हालांकि केंद्र द्वारा निर्धारित वास्तविक समय सीमा 2030 निश्चित की गई है।
    मैंने पाठ्यक्रम में देखा है कि एस.आर.एम विश्वविद्यालय के छात्र, अपने विषयों के साथ-साथ अन्य विषयों का भी अध्ययन कर रहे हंै। यह समय की जरूरत भी है। इनमे ये सभी इंटर्नशिप कार्यक्रम से छात्र उद्योगों में विजिट और सहयोग, समन्वय, कौशल वृद्धि और मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम अनुभवात्मक सीखने के माहौल का लाभ उठाते रहे है।
    मुझे खुशी है कि के.आर मंगलम विश्वविद्यालय में शिक्षा, किताबों के पन्नों या प्रयोगशालाओं की टेस्ट ट्यूब और उपकरणों तक ही सीमित नहीं है बल्कि प्रायोगिक यानि प्रैक्टिकल शिक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है। पहले जहां प्रैक्टिल शिक्षा का समय के 1ध्3 निर्धारित था। अब उसे बढ़ाकर दो तिहाई समय निर्धारित किया गया है। इससे विद्यार्थियों व शिक्षकों का सीखने और सीखाने का दृष्टिकोण और विकसित होगा।
    मेरा मानना है कि हमारे उच्च शिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ब्लॉकचेन, कंप्यूटिंग पावर, स्मार्ट डिवाइसेज, मशीन लर्निंग, एक्सटेंडेड रियलिटी, डिजिटल ट्रस्ट, 3डी प्रिंटिंग, जीनोमिक्स, न्यू एनर्जी सॉल्यूशंस जैसी नई तकनीकों के साथ जोड़ा जाना चाहिए। इसमे रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन, एज कंप्यूटिंग, क्वांटम कंप्यूटिंग, वर्चुअल रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी, 5जी, और साइबर सुरक्षा भी शामिल हैं। छात्रों को कौशल में पारगत करने की आवश्यकता है ताकि वे न केवल नौकरियों की तलाश करें बल्कि उद्यमी और नौकरी प्रदान वाले बनने के बारे में सोचें।
    मैं केंद्र सरकार के सक्षम उपायों के लिए धन्यवाद करता हूॅ। भारत के पास आज अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। हमारे देश में सत्तर हजार से भी अधिक स्टार्टअप पंजीकृत हैं। अकेले हरियाणा में लगभग चार हजार स्टार्टअप हैं, जिन्हें उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मान्यता मिल चुकी है।
    हमारे विश्वविद्यालयों को त्मेमंतबी ंदक क्मअमसवचउमदजए प्दबनउइंजपवद ब्मदजतमए डव्न् उद्योग, संकाय और छात्रों के बीच नियमित समन्वय पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
    देवियो और सज्जनों!
    छात्रों को सशक्त बनाने का अर्थ है भारत को सशक्त बनाना। यह कहने की जरूरत नहीं है कि समावेश के माध्यम से सशक्तिकरण के लिए शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण उपकरण है। आज एक डिजिटल विश्वविद्यालय होने से विश्व स्तर की उच्च शिक्षा के सभी मानक पूरे होने की सम्भावना पूरी तरह बढ़ जाती है।
    हमें सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक रूप से वंचित समूहों पर विशेष जोर देते हुए समान और समावेशी शिक्षा के अवसर पैदा करने है। मैं चाहता हूं कि एस.आर.एम विश्वविद्यालय जैसे विश्वविद्यालय हमारे गरीब लड़के और लड़कियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला देकर उन्हें सशक्त बनाने और उनके लिए विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ देने में उनकी मदद करने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
    मैं के.आर मंगलम विश्वविद्यालय और उसके पूर्व छात्रों को कुछ पड़ोसी गांवों को गोद लेकर उन्हें टीबी के खतरे से मुक्त करने के लिए शुरू किए गए टी.बी मुक्त भारत अभियान से जुड़ने की अपील करता हूॅ। इससे भारत और हरियाणा को टीबी मुक्त बनाने में आपका महत्वपूर्ण योगदान होगा।
    अंत में, मैं आप सभी से अपील करता हूं कि आप अपने आप को प्रेम, करुणा और नम्रता के साथ अपने समाज को बेहतर और अधिक समावेशी बनाएं। हमारे सामने देश का भविष्य है। आप धरातल से जुड़ कर अपने राष्ट्र और इसके नागरिकों को बिना किसी धर्म, जाति, समुदाय के आधार पर आगे बढ़ाने में सर्वस्व दे।
    इन शब्दों के साथ मैं आप सभी को बधाई देता हूं तथा आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूॅ।। आप सभी जीवन में अच्छा करें और धन्य रहें।
    धन्यवाद!
    जय हिन्द! जय हरियाणा