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    पत्रकारिता गौरव पुरस्कार समारोह, पंचकूला

    Publish Date: जनवरी 2, 2022

    प्रसिद्ध लेखक एवं पत्रकार आदरणीय डा. वेद प्रताप वैदिक जी,
    श्री हरविन्द्र कल्याण जी, विधायक घरोंडा
    डा. अमित अग्रवाल जी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं महानिदेशक जनसूचना, लोकसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा
    हरियाणा पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री के.बी. पण्डित जी
    मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री अमित आर्य जी
    श्रीमती रेणुबाला गुप्ता जी, मेयर नगर निगम करनाल
    श्री भारत भूषण कपूर जी, जे.बी.डी. समाज कल्याण समिति अध्यक्ष एवं समाजसेवी करनाल
    उपस्थित सभी अधिकारीगण, हरियाणा पत्रकार संघ के पदाधिकारीगण एवं सदस्यगण व पत्रकार एवं छायाकार बन्धुओं।
    आप सभी को नव-वर्ष की बहुत-बहुत शुभकामनाएं !

    अपनी लेखनी, कैमरे व सोशल मीडिया के माध्यम से देश व समाज की सेवा कर रहे पत्रकारों के पत्रकारिता गौरव पुरस्कार समारोह में पहुंचकर मैं बहुत खुशी का अनुभव कर रहा हूँ। यह गरीमामयी कार्यक्रम हरियाणा पत्रकार संघ द्वारा आयोजित किया गया है। इसके लिए मैं हरियाणा पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री के.बी. पण्डित व उनकी पूरी टीम तथा आज सम्मानित होने वाले सभी पत्रकार साथियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देता हूँ।

    मुझे खुशी होती है कि पत्रकार संगठन जहां एक ओर पत्रकारों के काम की परिस्थितियों को बेहतर बनाने के लिए सक्रिय हैं, वहां दूसरी ओर उनके व्यावसायिक स्तर को उन्नत करने के लिए भी प्रयासरत हैं। साथ ही साथ पत्रकारों के परिवारों के सुख-दुख में भी पत्रकारों का साथ देकर कल्याण का कार्य कर रहे हैं। मुझे पता चला है कि हरियाणा पत्रकार संघ ने इस दिशा में कई कल्याण के कार्य किए हैं। जिससे पत्रकार बिरादरी में संघ के प्रति विश्वास बढ़ा है।
    प्रजातंत्र में प्रैस की भूमिका से आप भलीभांति परिचित हैं। प्रैस को प्रजातंत्र का चौथा स्तम्भ भी कहा जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि देश की आजादी से पहले और आजादी के बाद भी प्रैस ने भारत को आजाद करवाने व राष्ट्र-निर्माण में अपनी उपयोगिता को पूरी शक्ति के साथ प्रमाणित किया है। स्वतंत्रता प्राप्ति से पहले पत्रकारिता एक मिशन था। भौतिकवाद के चलते आज यह व्यवसाय बन गया है। इस पहलू को नजरअन्दाज नहीं किया जा सकता।
    यह व्यवसाय कार्पोरेट घरानों के लिए तो लाभाकारी सिद्ध हुआ है लेकिन धरातल पर रिर्पोटिंग कर रहे पत्रकारों के लिए और कठिन हुआ है, क्योंकि जितना काम आप करते हैं उसका उचित मेहनताना नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए आपका संगठित होना पड़ेगा।
    स्वतंत्र और निःस्वार्थ सेवा से कार्य करने वाला प्रैसतन्त्र तानाशाही के विरूद्ध सबसे बड़ा आन्दोलन है। हालाकि अब पत्रकारों को स्वतंत्र रूप से काम करने में असामाजिक तत्व, देशविरोधी संगठन, गैंग व माफिया चुनौती बन गए हैं।
    सामरिक क्षेत्र से सम्बन्धित रिपोर्टिंग करने में तो पत्रकारों को जान हथेली पर रख कर कार्य करना होता है। पत्रकारों पर हमले व हत्याओं की खबरें भी सुनने को मिलती है। ऐसी घटनाओं से पार पाने के लिए पत्रकारों का समावेशी सोच के साथ आपस मे संगठित होना है और एक पेशेवर के रूप में एक दूसरे के हितों के लिए भी काम करना है। इससे सरकार व प्रशासनिक व्यवस्था भी मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ मानकर और पत्रकारिता जगत मे कार्य कर रहे लोगों के लिए संवदेनशील होगी।
    जैसा कि मैंने पहले भी जिक्र किया है कि भौतिकवाद के इस युग में पत्रकारिता एक व्यवसाय के रूप में उभरा है। इस दौर में भी आपने मानवीय मूल्यों और नैतिक मूल्यों का भौतिकता से संतुलन बना कर कार्य करना है।
    जैसा कि न्यूज (छम्ॅै) शब्द इंगित करता है छव्त्ज्भ्ए म्।ैज्ए ॅम्ैज्ए और ैव्न्ज्भ् जो सभी दिशाओं व पहलुओं को तथ्यात्मक रूप से कवर करें वह अपने आप में पूर्ण न्यूज होती है। आज कई लोगों ने छमूे के कन्सेप्ट को छोड़ टपमूे का कन्सेप्ट शुरू कर दिया है।
    कृप्या छमूे में अपने व्यूज न शामिल करें। तथ्यों के आधार पर रिर्पोटिंग करें । ऐसे में आपकी विश्वसनीयता बढ़ेगी। एक पत्रकार की विश्वसनीयता ही है जो जनता में पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बनाती है।
    मैं प्रैस की आजादी का भी पूरी तरह से पक्षधर हूँ लेकिन आजादी का मतलब तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करना, दूसरों को ब्लैकमेल करना, चरित्र हनन करना, सनसनी फैलाना नहीं है। आपने पत्रकारिता को एक स्वच्छ व्यवसाय के रूप में अपनाना है।
    एक पत्रकार ही है जो खोजी पत्रकारिता और रिसर्च बेस्ड पत्रकारिता कर सिस्टम में भ्रष्टाचार को उजागर करता है। ऐसे में वह देश की सच्ची सेवा करता है।
    सोशल मीडिया, प्रिन्ट मीडिया, इलैक्ट्रोनिक मीडिया के इस युग में अनेकों युवा इस व्यवसाय में भविश्य तलाश रहे हैं। आपने आने वाली पीढ़ी के सामने आदर्श स्थापित करना है कि राष्ट्र, समाज की प्राथमिकता को ध्यान में रखकर किस प्रकार से पत्रकारिता के क्षेत्र में आगे बढ़ना है।
    इससे जनता और आपका और अधिक विश्वास होगा। तथ्यों और राष्ट्रहित पर आधरित सोच से लेखनी का प्रयोग करने से आप अपने कार्य के साथ ईमानदारी दिखा पाएंगे।
    पीत पत्रकारिता से बचें क्योंकि पीत पत्रकारिता देश व प्रजातन्त्र के लिए बहुत ही नुकसानदायक है। आज सोशल मीडिया का युग है इसलिए प्रैस शब्द का अर्थ और व्यापक हो गया है। प्रैस में सोशल मीडिया के प्रभावों और दुशप्रभावों को भी नकारा नहीं जा सकता।
    इस समय भारत में सोशल मीडिया के लगभग 62 करोड़ से भी अधिक युजर्स हैं यानि कुल जनसंख्या का 45 प्रतिशत से भी अधिक लोग सोशल मीडिया का प्रयोग कर रहे हैं और यह भी सही है 90 प्रतिशत सूचनाएं सोशल मीडिया के माध्यम से आमजन को प्राप्त हो रही हैं।
    ऐसे में हम सबके सामने तथ्य और तथ्यहीन सूचनाओं की प्रमाणिकता की चुनौती भी है। सोशल मीडिया के इस युग मे मेन-स्ट्रीम की मीडिया की जिम्मेवारी और बढ़ी है।
    मुझे खुशी है कि आपका हरियाणा पत्रकार संघ (संगठन) प्रैस की आज़ादी कायम रखने, पत्रकारों के हितों की रक्षा और पत्रकारिता के उच्च मानदंडों के अनुसार कार्य करने के लिए कटिबद्ध है। आप आदर्शात्मक पत्रकारिता की भूमिका निभा रहे हैं। इसके लिए मैं संघ के सभी पदाधिकारियों व पूरी टीम को साधुवाद देता हूँ।
    प्रिय साथियों! प्रजातंत्र में प्रैस सरकार एवं लोगों के मध्य एक सेतु का महत्वपूर्ण कार्य करती है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास तथा कल्याण योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने तथा जन-साधारण की समस्याएं सरकार तक पहुंचाने का कार्य भी करती हैं।
    केन्द्र और राज्य सरकार ने भी आपको काम करने के लिए अच्छा वातावरण देने की कोशिश की है। हरियाणा सरकार ने वरिश्ठ पत्रकारों के लिए 10 हजार रूपये प्रतिमाह पैन्शन शुरू की है।
    इसके साथ प्रैस मान्यता के नियमों में भी ढील दी गई है ताकि मेन स्ट्रीम में कार्य करने वाले मीडियाकर्मी सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सके।
    मुझे इस बात की भी खुशी है कि हरियाणा सरकार ने मान्यता प्राप्त पत्रकारों का सामूहिक बीमा करवाया हुआ है। इसके अलावा मीडिया कल्याण कोश की स्थापना की गई है। जिसमें सरकार द्वारा तीन करोड़ रूपये की राशि का प्रावधान किया गया है।
    मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए राज्य परिवहन की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी गई है। इसके साथ-साथ राज्य सरकार दिवंगत पत्रकारों के परिवारों को तथा जरूरतमन्द व बीमार पत्रकारों को आर्थिक सहायता भी प्रदान कर रही है।
    आप लोगों ने कोरोना काल में पहली लाईन में रहकर अपनी जान की परवाह न करते हुए जिस प्रकार से रिपोर्टिंग की है, उसके लिए पूरा पत्रकार समाज बधाई का पात्र है। आपके सहयोग से प्रशासनिक तंत्र सभी कोरोना पीड़ितों तक पहुंच पाया है।
    मेरा मानना है कि प्रैस और पत्रकार बन्धु जो सरकार की त्रुटियों और गलतियों को रेखांकित करते हैं, वे सरकार के सच्चे मित्र व हितैषी हैं।

    इसमें कोई संदेह नहीं कि जिस प्रकार के महत्वपूर्ण काम को प्रैस और आप सब पत्रकार बन्धु सरअंजाम देते हैं, उसके दृष्टिगत आप सब सर्वत्र सम्मान के पात्र हैं। लेकिन इसके साथ ही आपकी जिम्मेदारियां भी उतनी ही ज्यादा हैं। इसलिए प्रैस को बिना किसी लाग-लपेट के निर्भय होकर अपने कर्त्तव्य का पालन करना चाहिए।

    पत्रकारिता के लिए प्रचलित ‘‘आचार संहिता’’ का पालन करना भी प्रत्येक पत्रकार के प्रमुख कर्त्तव्यों में से एक है। आशा है कि आप सब अपनी दायित्वपूर्ण पत्रकारिता के माध्यम से राष्ट्र सेवा के महान कार्य को समर्पित भावना से करते रहंेगे।
    अंत में मैं इस सम्मान समारोह के सफल आयोजन के लिए सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल जी व हरियाणा पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री के.बी. पण्डित जी व उनकी पूरी टीम तथा सम्मानित पत्रकारों को पुनः बधाई देता हूं और आप सबके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ। इस गरिमामयी कार्यक्रम में मुझे आमंत्रित करने के लिए मैं आयोजकों का धन्यवाद करता हूँ।
    जय हिन्द!