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    दुसरे दीक्षांत समारोह में लुवास ने दी 475 डिग्रियां, 24 विद्यार्थियों को दिया गोल्ड

    Publish Date: जनवरी 28, 2023

    चंडीगढ़, 28 जनवरी- हरियाणा के राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय जी ने कहा विश्विद्यालय के वैज्ञानिको व चिकिसकों को चाहिए कि वे पशुओं की नस्ल सुधार कार्यक्रमों व अनुसंधानों को और बढ़ावा दे ताकि किसान की आय बढाने के साथ साथ दूध की उपलब्धता में भी बढ़ोतरी हो सके।
    राज्यपाल आज लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय हिसार के दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने समारोह में 475 विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की तथा 24 विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अलग-अलग गोल्ड मेडल भी दिए गए है। विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं तकनीक में नए-नए अनुसंधानों से मानवता का उत्थान होता है। उन्होंने पशुपालन क्षेत्र को कृषि अर्थव्यस्था का एक महत्वपूर्ण स्तम्भ बताया एवं छात्रों से आह्वान किया कि नौकरी मांगने की बजाय उन्हें नौकरी देने वाले बनना चाहिये |
    राज्यपाल ने छात्रों से अपने नैतिक मूल्यों का निर्वहन करने तथा चरित्र को सदा उच्च स्तर पर रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहां की लाला लाजपत राय का जीवन युवाओं में जोश और नई ऊर्जा का संचार करता है। इस अवसर पर उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी लाजपतराय के 158वें जन्मदिवस के अवसर पर प्रतिमा पर मालार्पण किया। उन्होंने कहा कि लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पशु विज्ञान और पशु चिकित्सा के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य कर रहा है जिसको और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
    कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय मत्स्यपालन एंड डेयरी विभाग मंत्री डॉ. संजीव बाल्यान ने की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में हरियाणा के कृषि और किसान कल्याण,पशुपालन और डेयरी, मछली पालन एवं कानून मंत्री श्री जे.पी. दलाल व शहरी विकास एवं निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता उपस्थित रहे।

    बॉक्स:- 24 को दिए गोल्ड मेडल

    दुसरे गोल्ड मैडल प्राप्त करने वालो में बी.वी.एस.सी. गोल्ड मैडल में. दे. ज्योत्सना, डॉ. अमरजीत, डॉ. अमित कुमार, डॉ. सुनील पूनिया, डॉ. तन्विका, डॉ. श्रेया पराशर| डॉ. डी.पी. बैनर्जी गोल्ड मैडल प्राप्त करने वाले डॉ. नीलम रानी, डॉ. अमरजीत, डॉ. अमित कुमार, डॉ. अरुण बंसल, डॉ. तन्विका, डॉ. श्रेया पराशर| डॉ. पी.के. द्वारका नाथ मेमोरियल गोल्ड मैडल प्राप्त करने वालों में डॉ. ज्योत्स्ना, डॉ. अमरजीत, डॉ. अमित कुमार, डॉ. सुनील पूनिया, डॉ. तन्विका, डॉ. श्रेया पराशर| डॉ. वी.पी. दीक्षित गोल्ड मैडल डॉ. प्रीती| डॉ. आर.एन. श्रीवास्तव गोल्ड मैडल डॉ. कनिष्ट बत्रा, डॉ. सोमेश बनर्जी, डॉ. विकास यादव, डॉ. विकास वर्मा, डॉ. जसलीन कौर साथ ही केन्द्रीय मंत्री द्वारा टीचिंग एवं नॉन टीचिंग कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए अवार्ड दिए गये जिसमें बेस्ट टीचर अवार्ड डॉ. सोनिया सिन्धु, डॉ. डी.एस. दलाल को दिया गया और बेस्ट रिसर्चर अवार्ड डॉ. नरेश जिंदल को दिया गया साथ ही नॉन टीचिंग कर्मचारियों में श्री मती आशा रानी, श्री संत लाल, श्री गौरव रेवड़ी और श्री सुलतान सिंह को बेस्ट वर्कर अवार्ड दिया गया।
    अनुसंधान के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की विशेष उपलब्धियां का जिक्र करते हुए कुलपति श्री विनोद वर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय में विभिन्न पशुओं व् पक्षियों की हरधेनु, हरनाली व हारलेय प्रजातीय विकसित की है तथा पशुओं के मुख्य रोगों जैसे मुह्ँ-खुर रोग, गलघोटू रोग तथा सर्रा रोग आदि के निदान हेतु विभिन्न टैस्ट विकसित किये है। उन्होंने आगे बताया कि विश्वविद्यालय प्रदेश के हर कोने तक अपनी सेवाएं देने के लिए अपने क्षेत्रीय अनुंसधान केंद्र करनाल एवं रिवासा महेंद्रगढ़ के माध्यम से किसानों को पशुचिकित्सा एवं पशुपालन संबंधी वैज्ञानिक जानकारी दे रहा है | शीघ्र ही भिवानी के बहल, कैथल जिला के क्योड़क एवं झज्जर जिला के ल्कारियाँ गाँव में हरियाणा पशुविज्ञान केंद्र स्थापित किए जा रहे है |
    कुलपति डॉ. विनोद कुमार वर्मा ने राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय व अन्य विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया|