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    जी डी गोयनका विश्वविद्यालय, गुरूग्राम में आयोजित दीक्षांत समारोह

    Publish Date: मई 14, 2022

    जी डी गोयनका विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रीमती रेनू गोयनका जी,
    कुलपति प्रो0 तबरेज अहमद जी,
    गुरूग्राम के पुलिस आयुक्त श्रीमती कला रामचन्द्रन जी ,
    रजिस्ट्रार डॉ धीरेन्द्र सिहं परिहार जी,
    दीक्षांत समारोह में उपस्थित अभिभावक, शिक्षकगण, जिले के प्रशासनिक अधिकारीगण एवं प्रिय विद्यार्थीयों।
    शिक्षण संस्थान ऐसा दिव्य स्थान होता है, जहां पर व्यक्ति के जीवन का निर्माण किया जाता है। अन्य संस्थानों की भांति गोयनका समूह भी विद्यार्थियों का उज्ज्वल भविष्य बनाने की दिशा में अच्छा कार्य कर रहा है। उसके लिए मैं आपको बधाई देता हूं।
    आपके इस बहु-विषयक (Multi-disciplinary) विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को प्रबन्धन, कला तथा तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृृष्ट शिक्षण की व्यवस्था बताई जा रही है। विद्यार्थियों की शिक्षा पूरी होने पर आज इस दीक्षांत समारोह में
    • तेरह (13) डिप्लोमा (Diploma)
    • पॉंच सौ पचास (550) अंडर-ग्रेजुएट,
    • दो सौ तीस (230) पोस्ट-ग्रेजुएट और
    • चौदह (14) डॉरेक्टरेट (Ph.D)
    • सहित विश्वविद्यालय के कुल आठ सौ सात (807) विद्यार्थियों को सम्मानित किया जा रहा है।
    • इनमें शामिल बहातर (72) मेधावी छात्रों में से छबीस (26) को गोल्ड मेडल,
    • अड़तीस (38) को सिल्वर मेडल और
    • आठ (8) छात्रों को ब्रॉन्ज मेडल दिए गए हैं।
    हमारे लिए यह गर्व का विषय है कि इनमें 321 छात्राएं भी शामिल है।
    आज के इस समारोह में जिन छात्र-छात्राओं ने विभिन्न विषयों में डिग्रियां प्राप्त की है, उनके सामने करियर को लेकर विकल्प निर्धारित ही होंगे। आज आप इस संस्थान से जैसे ही बाहर निकलेंगे तो आपको अनेक विचार घेर कर रखेंगे। परन्तु आपको हमेशा अपनी परिस्थितियों और क्षमताओं के आधार पर ही निर्णय लेना चाहिए।
    हम जो कल्पना करते हैं उसकी तुलना में आज तकनीक बहुत तेजी से बदल रही है। इसलिए इस संबंध में पहले से ही अनुमान लगाकर योजना बनाई जाए। आज दुनिया सूचना और प्रौद्योगिकी का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है। इसमंे न केवल आपकों अपडेट रहने की आवश्यकता है बल्कि हमेशा नवाचार (Innovation) पर ध्यान कंेद्रित भी करना होगा।
    कोविड-19 की सुरक्षा के लिए हमारे देश के युवा वैज्ञानिकों ने दुनिया की सबसे सस्ती और प्रभावी (Effective) वैक्सिन का निर्माण किया है, जिसको एक सौ दस (110) देशों ने मान्यता प्रदान की है। इतना ही नहीं हमने अभी तक विश्व के एक सौ एक (101) देशों को वैक्सिन उपलब्ध करवाई है।

    इसके साथ ही हमने देश में ‘को-विन’ और ‘‘आरोग्य सेतु‘‘ ऐप की सहायता से कोविड पर सहजता नियंत्रण करने में सफलता प्राप्त की हैं। आजादी के अमृत महोत्सव पर केन्द्र सरकार की तर्ज पर मेरी सरकार ने भी हरियाणा में सहज शिक्षा, लड़कियों की सहज सुरक्षा तथा लोगों के सहज जीवनयापन पर विशेष बल दिया है।

    हरियाणा में युवाओं के सामाजिक, मानसिक और शैक्षणिक विकास के लिए युवा नीति का निर्माण किया है। इसमें युवाओं की असीमित ऊर्जा को जागृत कर उन्हें खेलों में आगे बढ़ाने तथा उनके विचार और व्यवहार में सकारात्मक बदलाव की पहल की है।

    विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन और चरित्र का बडा महत्व होता है। जीवन में नियमों के पालन करने सहित अपने आचरण, विचार और व्यवहार की शुद्धता को ही चरित्र माना जाता है। प्रसिद्ध दार्शनिक आचार्य वेदांत तीर्थ ने चरित्र के विषय में कहा…
    ‘चरित्र निर्माण का अर्थ है, स्वयं को अनुशासित, सुसंगठित और व्यवस्थित बनाना है’
    इसलिए हमें अपने चरित्र को उज्ज्वल बनाने में हमेशा सजग रहना चाहिए। इस पर महात्मा गांधी जी कहते है कि…
    ‘चरित्रवान व्यक्ति में साहस, धैर्य, धन और दुनिया की सभी सफलताएं दौड़ी चली आती है।’
    केन्द्र सरकार ने देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को पूरे देश में दो हजार तीस (2030) तक लागू करने का लक्ष्य रखा है।
    इसमें जहां बच्चों को नैतिक मूल्यों पर बल दिया जाएगा वहीं बच्चों में वैज्ञानिक चिंतन, तकनीकी ज्ञान तथा रोजगार सृजन की शिक्षा भी होगी।
    हरियाणा सरकार भी वर्ष दो हजार पच्चीस (2025) तक राज्य में पूर्णतः नई शिक्षा नीति को लागू कर रही है। इससे बच्चों को एक ही मंच पर यूजी से पीजी तक शिक्षा प्राप्त होगी। छात्र अब एम.ए. के बाद सीधे पीएचडी कर सकेंगे। इसके साथ ही आपको अब एक ही समय में Multi Entry, Multi Exit Degree की सुविधा भी होगी। हरियाणा, ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।
    इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालयों में रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू किए जाने की आवश्यकता हैं।

    हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के अनुरूप युवाओं में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए पलवल जिले में देश का पहला ‘‘श्री विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय‘‘ स्थापित किया है। इस पर करीब एक हजार (1000) करोड़ रूपए खर्च होने का अनुमान है। राज्य के युवाओं के लिए निजी क्षेत्र की नौकरियों में 75 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी की है।

    प्रदेश में ग्रुप सी एवं डी की भर्तियों में साक्षात्कार समाप्त किया गया है। इसके साथ सरकार ने नौकरियों के लिए common entrance test की व्यवस्था तथा हरियाणा कौशल रोजगार निगम का गठन किया है।

    इतना ही नही रोजगार मेलों के माध्यम से हजारों बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है तथा स्नातक एवं स्नातकोत्तर बेरोजगार युवाओं के लिए ‘‘सक्षम युवा योजना’’ शुरू की है।

    सरकार ने राष्ट्रीय एवं अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पदक लाने वाले युवाओं को क्लास One और Two में आरक्षण देने की व्यवस्था की है। इसके साथ ही खिलाडिय़ों को छः करोड रूपए तक की नकद पुरस्कार राशि का प्रावधान भी किया है। आज़ाद भारत के इतिहास में पहली बार एथलैटिक्स में ओलम्पिक स्वर्ण पदक जीतकर नीरज चोपड़ा ने देश व हरियाणा का नाम रोशन किया।

    आज दुनिया डेटा और सूचना से संचालित हो रही है। Global Economy, Global Village और Information Super Highway ऐसे शब्द हैं जिन्हें हम आधुनिक समय में जी रहे हैं। इसलिए आपको अपने दृष्टिकोण को अंतर्राष्ट्रीय का बनाना होगा, जिससेे आप दुनिया की दौड़ में आगे निकल सकें।

    इसलिए हमंे अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास से ‘‘डिजिटल भारत‘‘ को आत्मनिर्भर भारत बनाना होगा, जिसके लिए आपको परम्परागत तरीकों से हटकर सोचना होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि इसमें आप सफल होंगे, इसके लिए मै आपको शुभकानाएं देता हूं।
    धन्यवाद
    जय हिन्द-जय हरियाणा!