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    चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में 27वीं राज्य स्तरीय एम्बूलैन्स प्रतियोगिता का समापन समारोह

    Publish Date: नवम्बर 25, 2022

    आदरणीय श्री कृष्ण लाल मिड्ढा जी, विधायक, जींद
    आदरणीय श्री मनोज कुमार जी, उपायुक्त, जींद
    डा0 रणपाल सिंह जी, कुलपति, चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद
    श्रीमती सुष्मा गुप्ता जी, उपाध्यक्षा, सैन्ट जाॅन एम्बूलैंस हरियाणा
    श्री मुकेश अग्रवाल जी, आयुक्त एवं राज्य सचिव सैन्ट जाॅन एम्बूलैंस हरियाणा
    उपस्थित पदाधिकारीगण, प्रतिष्ठित समाजसेवी, गणमान्य महानुभाव, प्रतिभागी युवाओं, बहनांे-भाईयों, तथा पत्रकार एवं छायाकार बंधुओं !

    आज चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में आयोजित 27वीं राज्य स्तरीय एम्बूलैन्स प्रतियोगिता के समापन समारोह के अवसर पर आपके बीच आकर मुझे अत्यन्त प्रसन्नता हो रही है। मैं सभी प्रतिभागियों को इस प्रतियोगिता में भाग लेने पर बधाई देता हूँ।
    नर सेवा ही नारायण सेवा है। श्रीमद्भगवतगीता में भी कहा गया है,
    महर्षयः सप्त पूर्वे चत्वारो मनवस्तथा ।
    मद्भावा मानसा जाता येषां लोक इमाः प्रजाः ।।
    इस श्लोक का भावार्थ है कि:- भेदभाव रहित सृष्टि ईश्वर के समान हैं। ऋषियों के त्याग, तप व परहित की परम्परा को जीवन का आधार बनाएं। सभी ऐसे मानव बने और मानवता का सम्मान करते हुए मानव की सेवा में लीन हों।
    गीता के इस सन्देश से प्रेरणा पाकर लगभग एक हजार पूर्व येरूशलम में आर्डर आफ सैंट जाॅन के आदेशानुसार बीमारों, घायलों की सेवा, देख-रेख के लिए इस संस्था का अस्तित्व हुआ था।
    10 जुलाई, 1877 में इग्लैंड में सैन्ट जाॅन एम्बूलैन्स एसोसिएशन की स्थापना की गई तथा कारखानों में कार्यरत लोगों को प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया जाना शुरू किया था। जून, 1887 में एम्बूलैन्स बिग्रेड्स का गठन किया गया, जिसमें प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण प्राप्त लोगों को गठित करके यह संस्था बनाई गई थी।
    जब पूरे विश्व में कोरोना महामारी का कहर बरपा था, तो हमारे स्वयंसेवियों, समाजसेवियों, धार्मिक, सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं ने कठिनाई के इस दौर में लोगों के बीच में रहकर लोगों की सहायता की है। इससे समाजसेवा का एक अनुठा उदाहरण प्रस्तुत हुआ है।
    मानव सेवा ही सच्चा धर्म है। इसी उक्ति को चरितार्थ करने के लिए देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की युवा शक्ति को चैनेलाइज किया है। भारत वर्ष युवाओं का देश है और युवा समाज सेवी कार्यों में अपना योगदान भी सिद्ध कर रहे है।
    देश में आयुष्मान भारत, स्टार्ट-अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत, आत्मनिर्भर भारत, एक भारत-श्रेष्ठ भारत जैसी योजनाएं व कार्यक्रम लागु किए गए हैं। आज देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। देश के जाने-अनजाने वीर शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों को गरीमापूर्ण ढंग से याद किया जा रहा है।
    मेरी सभी युवाओं से अपील है कि वे शहीदों की शहादत से प्रेरणा लेकर देश की मजबूती के लिए कार्य करें और सैन्ट जाॅन एम्बूलैन्स, रेड-क्राॅस सोसायटी जैसी स्वयं सेवी एवं समाज सेवी संस्थाओं से जुडकर इन सभी अभियानों और कार्यक्रमों को चरम तक ले जाएं ताकि भारत वर्ष फिर से दुनिया की अग्रिम पंक्ति में सबसे आगे खड़ा हो।
    किसी भी देश-प्रदेश की तरक्की में समाज सेवी व स्वैच्छिक संस्थाओं के साथ-साथ युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। हरियाणा में युवा कल्याण के कार्यकर्माें के चलते प्रदेश ने खेलों व सामरिक क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। आज पूरे देश का ही नहीं बल्कि दुनिया का हरियाणा की युवा शक्ति की ओर ध्यान आकर्षित हुआ है।
    प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2022-2023 में समाज कल्याण की योजनाओं के लिए बजट में दस हजार आठ सौ सात (10807) करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है।
    प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना शुरू की गई है। इसके साथ-साथ भारत सरकार द्वारा 2022-23 में दिव्यांगों के कल्याण के लिए एक हजार एक सौ बारह (1212) करोड़ रूपए का प्रावधान किया है।
    हरियाणा आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना को लागु करने वाला पहला राज्य है। ‘आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ में हरियाणा के साढ़े सताईस लाख परिवारों को सम्मिलित किया गया है। इसमेें 5 लाख रुपए तक सालाना मुफ्त इलाज किया जा रहा है।
    हरियाणा प्रदेश में सैन्ट जाॅन एम्बूलैन्स द्वारा बहुत सराहनीय कार्य किया जा रहा है। पिछले दो वर्षों में दस हजार आठ सौ अड़तीस (10838) लोगों को सैन्ट जाॅन एम्बूलैन्स का आजीवन सदस्य बनाया गया तथा चार हजार दो सौ चार (4204) स्वयं सेवकों को सैन्ट जाॅन एम्बूलैन्स के साथ जोड़ा गया।
    यह उपलब्धियां हरियाणा प्रदेश में सैन्ट जाॅन एम्बूलैन्स के क्रियाकलापों को गौरवान्वित करती हैं तथा नौजवानों को समाजसेवा से जुड़ने के लिए प्रेरणा प्रदान करती है।
    मंै इस प्रतियोगिता की सभी विजेता टीमों को बधाई देता हूँ और आशा करता हूँ कि आप मानवता की सेवा में जुटे रहेंगें तथा निरन्तर प्रगति करते रहेंगें ।
    मैं सैन्ट जाॅन एम्बूलैन्स हरियाणा राज्य केन्द्र को इन प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन पर तथा संस्था के अच्छे कार्यों के लिए बधाई देता हूँ।
    जय हिन्द!