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    गणतंत्र दिवस-2022

    Publish Date: जनवरी 26, 2022

    मेरे प्यारे प्रदेशवासी भाईयों और बहनांे ! तिहत्तर वें (73वें) गणतंत्र दिवस की आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
    देश की आजादी के लिये रानी लक्ष्मीबाई, शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपत राय, शहीद उधम सिंह, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, चन्द्रशेखर आजाद, राव तुलाराम, वीर सावरकर, ऐनी बेसेन्ट, पं0 नेकी राम शर्मा, सर छोटू राम व हजारों देशभक्तों तथा महापुरूषों ने बलिदान दिया।
    मैं सभी वीर शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करता हूं।
    देश में पूरे जश्न के साथ ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ मनाया जा रहा है। इस वर्ष देश में स्वतंत्रता सेनानियों को विशेष सम्मान देने के साथ-साथ आगामी 25 सालों के लिए एक विजन व रूपरेखा भी बनाई जा रही है ताकि दो हजार सैंतालीस (2047) में आजादी के सौ वर्ष पूरे होने पर भारत पूरी दुनिया को नेतृत्व प्रदान करे।

    हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने जिस स्वतंत्र, शक्तिशाली व महान भारत के सपने संजोये थे, आजादी के बाद उनको पूरा करना हर भारतवासी का कर्Ÿाव्य बन गया।
    उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रशासनिक व राजनीतिक व्यवस्था होना जरूरी था। इसी व्यवस्था को कायम करने के लिए बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर के नेतृत्व में संविधान की रचना की गई और 26 जनवरी 1950 को देश में संविधान लागू हुआ।
    आज संविधान के अनुरूप देश प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
    हरियाणा की जनता व प्रदेश सरकार ने कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाया है। प्रदेश की प्रगति के लिए राज्य की जनता व राज्य सरकार बधाई के पात्र हैं।
    मेरी सरकार ने भ्रष्टाचार पर चोट करने और प्रदेशवासियों को सरकार की योजनाओं व कार्यक्रमों से लाभान्वित करने के उद्देश्य से डिजिटल इण्डिया विजन को आगे बढ़ाया है।

    राज्य में लगभग बीस हजार (20,000) अटल सेवा केन्द्रों और एक सौ सतरह (117) अंत्योदय एवं सरल केन्द्रों के माध्यम से इकतालीस (41) विभागों की पांच सौ ग्यारह (511) योजनाएं ऑनलाइन की गई हैं।
    सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के लोगों को सभी सरकारी सेवाओं का घर बैठे ही लाभ मिले इसलिए सभी परिवारों के परिवार पहचान पत्र बनाए जा रहे हैं।

    सी.एम. विंडो पोर्टल आमजन की शिकायतों के त्वरित समाधान का उपयुक्त मंच साबित हुआ है। इसके माध्यम से आठ लाख पचास हजार (8.50 लाख) शिकायतों का समाधान किया जा चुका है।
    प्रदेश में यह वर्ष ‘‘अंत्योदय उत्थान वर्ष’’ के रूप में मनाया जा रहा है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के ‘अंत्योदय’ के दर्शन के अनुरूप हरियाणा सरकार ने सबसे गरीब लोगों का जीवन-स्तर ऊंचा उठाने के लिए ‘मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना’ शुरू की है।

    इस योजना के तहत एक लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवारों की पहचान की जा रही है। इन परिवारों की आय एक लाख अस्सी हजार रुपये से अधिक करने के लिए इनके रोजगार व कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
    ‘हरियाणा कौशल विकास निगम’ के तहत रोजगार देने में भी इन परिवारों के युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।

    मेरी सरकार की हमेशा से कृषि विकास के सभी आयामों पर विशेष फोकस करने की प्राथमिकता रही है।
    राज्य में कृषि क्षेत्र के विकास और किसान हितों को मद्देनजर रखते हुऐ कई योजनाएं व कार्यक्रम शुरु किए गए हैं। प्रदेश में किसानों के लिए फसल बीमा योजना लागू की गई है।

    हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए ‘‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’’, ई-खरीद पोर्टल तैयार किया है। इसके माध्यम से किसान फसल बेचने व उपकरण खरीदने से सम्बन्धित सुविधाओं का घर बैठे लाभ ले रहे हैं। इस पोर्टल पर रबी- दो हजार इक्कीस (2021) में बासठ लाख एकड़ (62 लाख एकड़) और खरीफ-दो हजार इक्कीस (2021) में बावन लाख एकड़ (52 लाख एकड़)़ क्षेत्र पंजीकृत हुआ है।

    प्रदेश में बागवानी फसलों का संरक्षित मूल्य देने के लिए भावान्तर भरपाई योजना शुरू की गई है। बाजरे की उपज पर भी छः सौ (600) रूपये प्रति क्विंटल भावान्तर दिया गया है।
    भाईयों एवं बहनों!
    हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां चौदह (14) फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है।

    किसानों को खेती की नई तकनीकों के प्रति प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रगतिशील किसान योजना के तहत पांच लाख रुपये तक के पुरस्कार देने की व्यवस्था की गई है।
    कृषि क्षेत्र में दी जा रही सुविधाओं के कारण खाद्यान्न उत्पादन में हरियाणा का देश में दूसरा स्थान है। 2020-21 के रबी और खरीफ फसल का कुल एक सौ पिचानवे लाख (195 लाख) मीट्रिक टन रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन हुआ है।

    हमारे किसानों ने दूध व खाद्यान्न उत्पादन में नये रिकार्ड कायम किये हैं। प्रदेश में वार्षिक दूध उत्पादन एक सौ सतरह लाख टन (117 लाख टन) से अधिक पहंुच गया है।
    अब प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दूध की उपलब्धता एक हजार एक सौ बियालीस ग्राम (1,142 ग्राम) हो गई है। दूध उत्पादन में हरियाणा देश में दूसरे स्थान पर है।

    हमने ग्रामीण क्षेत्रों को डिजिटल बनाने के लिए ‘ग्राम दर्शन पोर्टल’ शुरू किया है। इस पर छ हजार दौ सौ ग्राम (6,200 ग्राम) पंचायतों का डिजिटल डाटा उपलब्ध है। ग्रामीणों को उनकी संपत्ति का मालिकाना हक देने के लिए सभी गांवों को ‘‘लाल डोरा मुक्त योजना’’ चलाई है। इस योजना को बाद में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के नाम से पूरे देश में लागू किया गया।

    हरियाणा में आज पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध है। ‘म्हारा गांव–जगमग गांव योजना’ के तहत लगभग पांच हजार पांच सौ (5,500) से भी अधिक गावों में चौबीस घण्टे बिजली आपूर्ति की जा रही है।
    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा भावी पीढ़ी को कौशल व रोजगारपरक, संस्कार-युक्त, और नैतिक शिक्षा प्रदान करने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 बनाई गई है। यह नीति लागू करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है।

    मेरी सरकार ने प्रदेश में शिक्षा के प्रचार-प्रसार व गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए चालू वित्त वर्ष के दौरान लगभग उन्नीस हजार करोड़ रूपये (19 हजार करोड़) का प्रावधान किया है।
    सरकार ने स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा को कौशल के साथ जोड़ा है।

    प्रदेश में केजी से लेकर पीजी तक की शिक्षा एक ही परिसर में देने की अवधारणा पर कार्य किया जा रहा है। प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सुविधाएं देने के लिए प्रदेश में एक सौ तेरह (113) नये संस्कृति मॉडल स्कूल खोले गये हैं। हर बीस किलोमीटर की दूरी पर कॉलेज खोले गए हैं।
    प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अनेक क्रांतिकारी सुधार किए गए हैं। ‘‘सुपर-100‘‘ कार्यक्रम के तहत मुफ्त कोचिंग सेंटर खोले गए हैं।
    युवाओं को नौकरी के लिए बार-बार आवेदन करने और परीक्षा देने के झंझट से छुटकारा दिलाने के लिए मेरी सरकार ने ‘एकल पंजीकरण और ‘‘कॉमन पात्रता परीक्षा’’ का प्रावधान किया है।
    प्रदेश में महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के सम्मान के लिए केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है, जिससे महिलाओं के लिंगानुपात में वृद्धि हुई है।

    इस समय महिलाओं का अनुपात लगभग नौ सौ चौदह (914) है, जो 2014 में मात्र आठ सौ छियत्तर (876) था।
    मेरी सरकार महिला कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध एवं संवेदनशील है। इसके लिए सरकार ने वर्ष 2021-22 के बजट में सोलह सौ करोड़ (1600 करोड़) से भी अधिक की राशि का प्रावधान किया है।

    प्रदेश में प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के बेहतर क्रियान्वयन में अनुकरणीय प्रदर्शन करने पर 2019-20 के लिए हरियाणा को राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय पुरस्कार मिला है। इस योजना के तहत प्रदेश में एक सौ सोलह करोड़ रूपये (116 करोड़) से अधिक की राशि खर्च कर गर्भवती व दूध पिलाने वाली माताओं को लाभान्वित किया गया है।

    इसी प्रकार से महिला एवं किशोरी सम्मान योजना, मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना, मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना व अन्य योजनाएं शुरू की गई हैं। इन योजनाओं का लाभ पूरी पारदर्शिता से महिलाओं तक पहुंचाया जा रहा है।
    मेरी सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए और अधिक ठोस प्रबंध किए हैं। राज्य के सभी बस अड्डों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाए गए हैं।

    प्रदेश में महिला थानों, दुर्गा शक्ति एप, दुर्गा वाहिनी तथा दुर्गा रैपिड एक्शन फोर्स की स्थापना से महिलाओं में सुरक्षा की भावना बढ़ी है।
    प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह सुचारू की गई है। किसी भी आपातकालीन स्थिति में मदद के लिए डायल एक एक दो (डायल-112) सेवा शुरू की गई है।

    वर्तमान में हरियाणा प्रदेश प्रति व्यक्ति आय, औधोगिक उत्पादन, ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज, विदेशी निवेश, शिक्षा, खेल, सेना, कृषि, परिवहन पशुधन आदि क्षेत्रों में देश का अग्रणी राज्य है।
    प्रदेश को विभिन्न उत्पादों में ‘आत्म-निर्भर’ बनाने के उद्देश्य से ड.ै.ड.म्.(एम0एस0एम0ई0) के लिये नए विभाग का सृजन किया गया है ।

    खेलों में हमारे युवाओं की उपलब्धियों का जिक्र होते ही हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। टोक्यो ओलम्पिक में कुल सात पदकों (7 पदकों) में से चार (4) पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते हैं।
    हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार राशि देता है।

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत- स्वस्थ भारत, सशक्त भारत की परिकल्पना की है। हरियाणा इसे साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा है।
    एनिमिया मुक्त भारत अभियान में हरियाणा देश में प्रथम स्थान पर है। हैपेटाईटिस बी व सी की दवाईयां मुफ्त उपलब्ध करवाने वाला भी हरियाणा देश का पहला राज्य है।
    प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से हर जिले में एक मेडिकल कालेज खोलने का लक्ष्य रखा गया है। हरियाणा ‘आयुष्मान भारत योजना’ लागू करने वाला भी प्रथम प्रदेश है।
    इस योजना के तहत प्रदेश के लगभग साढ़े पन्द्रह लाख (15.50 लाख) परिवारों को सम्मिलित किया गया है। अब तक अठाईस लाख (28 लाख) से भी अधिक गोल्डन कार्ड जारी करके तीन लाख पच्चीस हजार (3.25 लाख) मरीजों का तीन सौ तिरेसठ करोड़ (363 करोड़) रूपये की लागत से ईलाज करवाया गया है।

    आयुष्मान भारत योजना के तहत रोगी को पांच लाख रूपये तक के ईलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।
    पिछले लगभग दो वर्षों से प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व कोरोना संक्रमण महामारी से जूझ रहा है। कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए डॉक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी, बिजली, सफाईकर्मी व स्वयंसेवकों ने अपनी जान हथेली पर रखकर कार्य किया।

    कोरोना योद्धाओं की बदौलत ही आज देश एक सौ साठ करोड़ (160 करोड़) वैक्सीनेशन का आंकड़ा छू पाया है।
    हरियाणा में अब तक तीन सौ पिचासी लाख (385 लाख) वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज दी गई है। इस प्रकार से प्रदेश में लगभग शत प्रतिशत लोगों को कोरोना की पहली डोज तथा उन्नासी प्रतिशत (79ः) से अधिक लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी हैं।

    15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों को भी कोरोना रोधी डोज देने का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। इस वर्ग के सत्तावन प्रतिशत (57ः) बच्चों को कोरोना रोधी डोज दी जा चुकी है।
    मेरी सरकार ने वैक्सीनेशन के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया है। इसलिए प्रदेश वैक्सीनेशन में राष्ट्रीय औसत से कहीं आगे है। इसके लिए मैं सरकार और कोरोना योद्धाओं को बधाई देता हूँ।
    भौतिक विकास के साथ हरियाणा ने सांस्कृतिक मूल्यों को भी संजोए रखा है। कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का पावन संदेश दिया था। गीता के ज्ञान का विश्व भर में प्रचार-प्रसार करने के लिए इस बार भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया गया है।
    आइए ! इस ऐतिहासिक दिवस पर राष्ट्र की एकता और अखण्डता को बनाये रखने तथा देश के नव-निर्माण के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लें।

    मैं आप सभी को गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर पुनः बधाई देता हूं और आप सभी के सुखी एवं सुनहरे भविष्य की कामना करता हूँ।
    जय हिन्द ! जय हरियाणा ! जय भारत !