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    एस जी टी विश्वविद्यालय, गुरूग्राम का सिनर्जी कार्यक्रम-युवा वैज्ञानिको को अपनी प्रतिभा का एक तकनीकी मंच

    Publish Date: नवम्बर 12, 2022

    श्री राम बहादुर राय जी, सुप्रसिद्ध पत्रकार एवं समाज सेवी,

    प्रो. ओ. पी. कालरा जी, वाइस चांसलर

    श्रीमती मधुप्रीत कौर चावला जी, दशमेश एजुकेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट की चेयरपर्सन
    श्री मनमोहन सिंह चावला जी, मैनेजिंग ट्रस्टी

    विश्वविद्यालय के पदाधिकारीगण, अधिकारीगण, प्रिय छात्रों तथा मीडिया बन्धुओं !

    आज एस.जी.टी विश्वविद्यालय, गुरूग्राम के सिनर्जी कार्यक्रम में आकर बहुत ही खुशी का अनुभव हो रहा है। सिनर्जी कार्यक्रम का किसी भी संस्था के लिए बहुत महत्व होता है। संस्था में प्रबन्धन, फैकल्टी, पदाधिकारियों, छात्रों व कर्मचारियों का एक दूसरे को नजदीक से जानने का अवसर मिलता है और कार्यक्रम से संस्थान की प्रगति का मार्ग तय होता है।
    विश्वविद्यालय के सिनर्जी कार्यक्रम का उद्देश्य युवा छात्र-छात्राओं के बीच शोध और नए आविष्कार को बढ़ावा देना है ताकि उनके विचारों को और अधिक रचनात्मक और प्रगतिशील बनाया जा सके। इस कार्यक्रम के लिए मैं विश्वविद्यालय परिवार को बधाई व शुभकामनाएं देता हूं।
    इस विश्वविद्यालय की स्थापना सिखों के दसवें गुरु- श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के नाम पर हुई है। शिक्षा के बारे में गुरु गोबिंद सिंह जी का दृष्टिकोण पूरी तरह स्पष्ट है। विश्वविद्यालय में गुरू शिष्य की परम्परा के अनुरूप छात्रों के सर्वागींण विकास की महत्ता को ध्यान मे रखते हुए सभी तरह की गतिविधियों पर समान रूप से कार्य किया जा रहा है।
    देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हमारे महापुरूषों, गुरूओं और सन्तों के विचारों को आगे बढ़ाने व राष्ट्र के नव निर्माण के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। इसी उद्देश्य से देश मे राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू किया गया है। इस शिक्षा नीति को वर्तमान की जरूरतों के अनुसार तैयार किया गया है। मुझे पता चला है कि आपके विश्वविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति के अधिकतम मापदण्डों को लागू कर दिया गया है।
    भाईयों और बहनों!
    देश मे शिक्षा के विकास में निजी शिक्षण संस्थानों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वर्ष 2000 के बाद तो निजी क्षेत्र के बड़े विश्वविद्यालयों की स्थापना होने से शिक्षा में बदलाव का एक नया दौर शुरू हुआ। नए शिक्षा सस्थानों ने विश्व स्तर पर पहचान बनाई है। इसमें आपका एसजीटी विश्वविद्यालय भी एक है।
    जैसा कि आप सबको पता है आज प्रोद्योगिकी व इन्टरनैट का युग है। दुनिया एक कम्पयूटर और मोबाईल जैसे उपकरणों मे सिमट गई है। हर तरह की जानकारी गुगल के माघ्यम से इन्टरनैट पर उपलब्ध है। मैं समझता हूं फिर भी शिक्षा के क्षेत्र में तो गुगल गुरू नहीं हो सकता।
    इन्टरनैट से जुड़ कर आप विश्व के शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोध, अनुसन्धान व नए अघ्ययनों की जानकारी प्राप्त कर अपने आप को अपडेट रख सकते हैं। इसलिए आप इन्टरनैट के सभी मोड्स का अपना ज्ञान बढ़ाने के साथ-साथ नई खोज व अनुसंधानों की जानकारी प्राप्त करने के लिए ज्यादा-से-ज्यादा प्रयोग करें।
    मेरी विश्वविद्यालय प्रशासन से अपील है कि आप विश्व के विकसित देशों व बड़े सरकारी व गैर-सरकारी क्षेत्र के विश्वविद्यालयों व चिकित्सा संस्थानों के साथ एम0ओ0यू0 करें तांकि दूसरे संस्थानों की फैकल्टी, प्रोफेसर व डाक्टर संस्थान मे आएं और उनके द्वारा की गई स्टडी, सर्वे तथा शोध को परस्पर शेयर करें। इसी प्रकार आप भी दूसरे संस्थानों मे विजिट करें और आप द्वारा किए गए अनुसन्धानों व शोध कार्य का दूसरे विद्यार्थियों को लाभ मिले।
    यहां के छात्रों ने कड़ी मेहनत करके विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी से जुड़ी नई खोज को बढ़ावा देने के लिए सिनर्जी के माध्यम से नवीनतम आविष्कारों पर आधारित करीब 300 रिसर्च प्रोजेक्ट तैयार किये हैं। एसजीटी विश्वविद्यालय के 18 संकायों मे 7000 से भी अधिक छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे है। खुशी की बात यह है कि इनमें आधे से अधिक छात्राएं शामिल है।
    हम सब के लिए खुशी की बात है कि हरियाणा में शिक्षा का एक मजबूत ढांचा है और सरकार ने इसी आधार पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति को 2025 तक पूरी तरह से लागू करने का निर्णय लिया है। इस के साथ-साथ प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र मे और सुधार के लिए इस वर्ष 20 हजार करोड़ रूपए से भी अधिक की राशि का बजट में प्रावधान किया है। सभी सरकारी विश्वविद्यालयों में इनक्यूबेशन सेंटर, इनोवेशन सेंटर, प्लेसमेंट सेंटर स्थापित किए जा रहे है।
    आपके विश्वविद्यालय में भी भारत सरकार की सहायता से अटल कम्यूनिटी इनोवेशन सेंटर (एसीआईसी) शुरू किया गया है। विश्वविद्यालय में नेशनल रेफरेंस सिमुलेशन सेंटर यानी सिमुलेशन लैब तथा टेक्नोलॉजी लैब के साथ ही कई अन्य लैब स्थापित होना भी शिक्षा के क्षेत्र मे आपकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
    यह जानकर मुझे और भी खुशी हुई है कि आपका विश्वविद्यालय मैडिकल कालेज, डेंटल अस्पताल और एसजीटी होस्पिटल के माध्यम से जनसेवा का भी कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय अपने 820 बेड के हॉस्पिटल के साथ आसपास के गाँवों में सामुदायिक सेवा में लगा हुआ है। इस हॉस्पिटल में आसपास के क्षेत्रों से आए मरीजों का गुणवत्ता युक्त इलाज किया जा रहा है।
    हरियाणा सरकार के साथ मिलकर इस विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न गाँवों में कैंप लगाकर तनाव मुक्ति, नशा मुक्ति के अलावा अन्य मानसिक बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कोविड-19 के दौरान विश्वविद्यालय व अस्पताल का कार्य बेहद ही सराहनीय रहा है।
    प्रिय छात्र-छात्राओ, आप सब बधाई के पात्र हैं।आपने मेहनत और लगन से अपनी पढ़ाई के साथ ही सिनर्जी के प्रोजेक्ट बना कर यह साबित किया कि वैज्ञानिक और तकनीकी सोच के मामले में आप किसी से कम नहीं हैं। आप देश के भविष्य के निर्माता हैं और मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप इस कसौटी पर खरे उतरेंगे। मैं अपनी ओर से आप सबके सफल और सुखी भविष्य की कामना करता हूँ। धन्यवाद।
    जय हिन्द, जय भारत