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    आर्यन्स कॉलेज दीक्षांत समारोह

    Publish Date: जून 6, 2022

    जम्मू कश्मीर आदिवासी मामले विभाग के सचिव डॉ शाहिद इकबाल चौधरी जी
    आर्यन्स कैम्पस के चेयरमैन डॉ अंशु कटारिया जी
    PSBET सचिव श्री राजीव कुमार गुप्ता जी
    रजिस्ट्रार, डॉक्टर गुरिंदर पाल सिंह बराड़ जी
    आर्यन्स कैंपस के निदेशक डॉ प्रवीण कटारिया जी
    निदेशक डॉ बी एस संधू जी
    उपस्थित प्राध्यापकगण, अभिभावकगण एवं प्रिय विद्यार्थियों।
    आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेज के इस दीक्षांत समारोह में आयोजको एवं आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं कि आपने इतने भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमे आज स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की गई है। जैसा कि मुझे बताया गया है कि यह विद्यार्थियों के लिए हर्ष का विषय है कि आर्यन्स उन कॉलेजों में से एक है जहां के सभी संचालक शिक्षाविद हैं।
    आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेज के इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से संबंधित 113 विद्यार्थियों को डिग्री दी गई है, जिनमें 75 छात्र व 38 छात्राएं शामिल है। इसके लिए सभी विद्यार्थियों, अभिभावकों तथा शिक्षकगण को बधाई देता हूं। जैसा कि बताया गया है कि मात्र 100 विद्यार्थियों से शुरू होने वाले आर्यन ग्रुप के 8 कॉलेजों में आज करीब चार हजार युवा शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। आज जिन छात्र-छात्राओं ने विभिन्न विषयों में डिग्रियां प्राप्त की है, उनके सामने करियर को लेकर विकल्प निर्धारित है। परंतु आज आप जैसे ही संस्थान से बाहर निकलेंगे तो आपके सामने बहु-विकल्प होंगे, लेकिन आपको हमेशा अपनी परिस्थितियों और क्षमताओं के आधार पर ही निर्णय लेना चाहिए।
    आपके महाविद्यालयो में इंजीनियरिंग, वकालत, मैनेजमैंट, नर्सिंग, फार्मेसी तथा पैरामेडिकल जैसे महत्वपूर्ण विषयों की शिक्षा प्रदान की जा रही है। ये विषय समाज के उत्थान हेतु बहुत उपयोगी है। परन्तु आज तकनीक हमारी कल्पना की तुलना में बहुत तेजी से बदल रही है। इसलिए हमे पहले से ही अनुमान लगाकर भविष्य की योजना बनानी चाहिए। आज दुनिया सूचना और प्रौद्योगिकी का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है। इसमें न केवल आपको अपडेट रहना चाहिए बल्कि हमेशा नवाचार ;प्ददवअंजपवदद्ध पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
    मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आर्यन्स ग्रुप के छात्र अंकों के पीछे नहीं भागते बल्कि वे इनोवेशन के माध्यम से उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं। मुझे बताया गया है कि भारत सरकार ने शिकारा मालिकों और सवारों के बीच के अंतर को कम करने के लिए आर्यन्स कॉलेज जम्मू कश्मीर के इंजीनियरिंग छात्रों द्वारा विकसित आर्यन्स शिकारा ऐप के कॉपीराइट को मंजूरी दे दी है। इतना ही नही सौर ऊर्जा से चलने वाली आर्यन्स सोलर बोट, श्आर्यन्स एंड्रॉइड ऐपश्, कैंपस को पेपर फ्री बनाने के लिए ऐप, आर्यन्स सेव कश्मीर ऐप, कश्मीर में बाढ़ के संबंध में आर्यन्स लाइफ सेविंग ग्लवस, हृदय रोग के जोखिम वाले लोगों को समय पर सहायता प्रदान करने के लिए आर्यन्स सेफ्टी हेलमेट निर्माण तथा औद्योगिक स्थलों पर शीघ्र प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने के लिए ई-मुंशी जैसे कई अन्य महत्वपूर्ण प्ददवअंजपवद की शुरुआत की है, जोकि गर्व का विषय है।
    मुझे यकीन है कि डिग्री से ज्यादा आपने यहां जो ज्ञान और जीवन मूल्यों को आत्मसात किया है, वह आपका जीवनपर्यन्त मार्गदर्शन करेगा। एक महान और समृद्ध राष्ट्र के निर्माण में हमारे युवाओं का विशेष स्थान है। इस लंबी महामारी के बाद इतिहास में पहली बार हम गर्व से कह सकते हैं कि हमारे देश ने भौतिक संपदा और मानसिक संपदा में तेजी से एक साथ विकास किया है। मैं उम्मीद करता हूँ कि युवा पीढ़ी को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए शिक्षण संस्थानों को अप-स्किलिंग और न्यू-स्किलिंग पर ध्यान देने की आवश्यकता है। हमारी बेटियों की अकादमिक उपलब्धि देश में महिला सशक्तिकरण के लिए हो रहे सकारात्मक बदलाव का प्रमाण है। आज लड़कियां भी प्रत्येक क्षेत्र में लड़कों के साथ समान रूप से प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।
    इतिहास में कोविड महामारी ने शिक्षा प्रणालियों में अब तक का सबसे बड़ा व्यवधान पैदा किया, जिससे लगभग 1.6 बिलियन शिक्षार्थी प्रभावित हुए। स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों के बंद होने से दुनिया की करीब चौरानवे (94) प्रतिशत छात्र आबादी प्रभावित हुई है। परन्तु इस संकट ने हमें शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार के लिए भी प्रेरित किया है। अब आपको उस कमी को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। अब समय आ गया है कि युवाओं को समाज का नेतृत्व करने के लिए अपनी क्षमताओ को विकसित करना होगा। आपको जॉब-सिक्कर की बजाय जॉब क्रिएटर व जॉब प्रोवाइडर बनना होगा। जीवन से आपको हमेशा कुछ नया सिखने को मिलेगा, क्योंकि सीखने का सिलसिला कभी खत्म नहीं होता बल्कि नए लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमे हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए।
    केन्द्र सरकार द्वारा नए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन लाया जा रहा है। देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को पूरे देश में दो हजार तीस (2030) तक लागू करने का लक्ष्य रखा है। इसमें जहां विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों पर बल दिया जाएगा, वहीं बच्चों में वैज्ञानिक चिंतन, तकनीकी ज्ञान तथा रोजगार सृजन की शिक्षा भी शामिल की गई है।
    हरियाणा सरकार द्वारा भी वर्ष दो हजार पच्चीस (2025) तक राज्य में पूर्णतः नई शिक्षा नीति लागू कर दी जाएगी। इससे बच्चों को एक ही मंच पर यूजी से पीजी तक शिक्षा प्राप्त होगी। इसके साथ ही नई शिक्षा नीति में आपको अब एक ही समय में दो-दो डिग्रियां प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। हरियाणा, ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालयों में रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू करने तथा प्लेसमैंट सैल बनाने की आवश्यकता है ताकि युवाओं को रोजगार के अवसरों व उनकी सही जानकारी प्राप्त हो सके।
    इसके साथ ही विद्यार्थी को जीवन में अनुशासनशील और चरित्रवान बने रहने की भी जरूरत है। जीवन में नियमों के पालन करने सहित अपने आचरण, विचार और व्यवहार की शुद्धता से चरित्र को पवित्र बनाना चाहिए। महात्मा गांधी ने चरित्र के विषय में कहा है कि…‘चरित्रवान व्यक्ति में साहस, धैर्य, धन और दुनिया की सभी सफलताएं दौड़ी चली आती है। इसलिए इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
    इन्ही शब्दो के साथ मैं आर्यन्स ग्रुप के विद्यार्थियों की सफलता की कामना करता हूं और उम्मीद करता हूँ कि आप केवल स्नातक न बनकर एक अच्छे इंसान, श्रेष्ठ उद्यमी तथा देश के नायक बनेंगे। इससे भारत को दुनिया की महाशक्ति बनाने में आप अपना सार्थक सहयोग देंगे।
    धन्यवाद
    जय हिंद।