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    आई0ए0एस0, एच0सी0एस व पी0सी0एस का सम्मान समारोह

    Publish Date: अगस्त 20, 2022

    आदरणीय संत बलबीर सिंह सीचेवाल जी, पदमश्री, सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद और सांसद राज्य सभा
    आदरणीय एस.पी.एस ओबराय जी, समाज सेवी
    श्री अविनाश राय खन्ना जी, पूर्व सांसद चण्डीगढ़
    सत्यपाल जैन जी, पूर्व सांसद चण्डीगढ़
    पवन जिन्दल जी, संघ चालक, हरियाणा प्रान्त
    संकल्प संस्था के पदाधिकारीगण अन्य गणमान्य महानुभाव, नवचयनित आई0ए0एस0, एच0सी0एस व पी0सी0एस होनहार अधिकारी, अध्यापकगण, अभिभावकगण और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे होनहार विद्यार्थियो!
    आज इस सम्मान समारोह में आप सबके बीच आकर मुझे बड़ी खुशी का अनुभव हो रहा है। सर्वप्रथम मैं आप सबका राजभवन में स्वागत करता हूं और सम्मानित होने वाले पर्यावरणविद, समाजसेवी, अध्यापक व प्रतिभाशाली अधिकारियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देता हूं।
    आज राजभवन में मुझे विभिन्न क्षेत्रों के ख्याति प्राप्त महानुभावों को सम्मानित करने का अवसर मिला है। इनमें समाजसेवा में योगदान करने वाले महानुभावों को भामाशाह सम्मान, धार्मिक व आध्यात्मिक क्षेत्र में योगदान के लिए ऋषि सम्मान, शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय काम करने के लिए गुरू सम्मान प्रदान किया गया है।
    सम्मानित होने वालों में अपनी प्रतिभा, कर्मठता और धैर्य के बल पर आई0ए0एस0, एच0सी0एस व पी0सी0एस बनने वाले कुल 20 अधिकारी हैं, जिनमें 05 युवाओं ने यूपीएससी क्वालिफाई किया। इन होनहार युवा अधिकारियों का योगदान हमारे देश व समाज को आगे बढाने के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। संकल्प संस्था जिसका इन अधिकारियों को यहां तक पहुंचने का पटल प्रदान करती है। मैं संस्था को भी शुभकामनाएं देता हूं।
    भाईयों-बहनों!
    भारतीय प्रशासनिक सेवा भारतीय सरकारी तंत्र की रीढ़ है और यह अत्यन्त चुनौतीपूर्ण सेवा है। इसीलिए लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने IAS को “Steel Frame” of India’s Government Machinery की उपमा दी थी।
    जैसा कि हम सब जानते है कि देश के सरचनात्मक ढांचे को और अधिक मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ गरीब दलितों व वंचितों के लिए सरकार की योजना को पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति व हर जरूरतमंद तक पहुंचाने मंे प्रशासनिक तंत्र की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आप सभी होनहार अधिकारीगण इस तंत्र के महत्वपूर्ण अंग हैं।
    इसलिए मेरा आप से आग्रह है कि आप जन सेवा के किसी भी क्षेत्र में जाए वहां पूरी ईमानदारी, प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के साथ कार्य करें, जिससे देश को मजबूती मिलेगी और जरूरतमंद को लाभ होगा।
    आपने सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों, कार्यक्रमों को सरलता से समझ कर उनके क्रियान्वयन में कार्य करना है। प्रशासनिक अधिकारी मिशन भावना से नीतियां और कार्यक्रम लागू करने में शत प्रतिशत दें।
    भारतीय प्रशासनिक सेवा में आना हमारे हजारों युवक एवं युवतियों का सपना होता है। यह सपना उसी का साकार होता है जो लक्ष्य पाने की लालसा रखता है और इसके लिए कड़ी मेहनत करता है। किसी भी अच्छे लक्ष्य को पाने के लिए यही सफलता की कुंजी हैं। युवा शक्ति के प्रतीक स्वामी विवेकानंद जी का भी यही कथन था- Have faith in yourself, great convictions are the mother of great deeds.
    भाईयों और बहनों!
    भारतीय संविधान लोकतंत्र का पावन ग्रंथ है। इसी की बदौलत हर देशवासी को न्याय, समानता, स्वतंत्रता, विचारों की अभिव्यक्ति तथा उन्नति के समान अवसर के अधिकार मिले। इसका श्रेय संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर और संविधान सभा के दूसरे सदस्यों को जाता है। हमारे संविधान में निहित आदर्शों की आप शपथ भी लेते हैं। इसलिए संविधान की मूल भावना के अनुरूप भारत के निर्माण में ब्यूरोक्रेट्स अहम भूमिका निभाते आए हैं।
    ये सच्चाई है कि किसी भी प्रशासनिक व व्यवसाय का प्रबंधन एक चुनौतिपूर्ण कार्य होता ही है। इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकयों से जुड़कर जन आकांक्षाओं पर खरा उतरना भी जरूरी है। आज भारत ने सूचना प्रोद्यौगिकी व अन्य प्रकार की इन्टरनेट के मोड को पूरी तरह अपनाया है। इसी के बदोलत देश में इस समय 105 युनिकोर्न है। इस समय देश में 75 हजार से भी ज्यादा स्टार्ट-अप है जो 450 अरब डालर की पूंजी का निर्माण करते हैं।
    मेरा मानना है कि प्रशासनिक अधिकारियों की सोच प्ददवअंजपअम होनी चाहिए, प्रगतिशील होनी चाहिए। उनमें कुछ नया करने के लिए चिंतन-मनन होता रहना चाहिए। आपकी सोच विस्तृत व व्यापक होनी चाहिए। आपकी जहां भी पोसिं्टग हो, वहां से दूसरी जगह पोसिं्टग होने पर लोग उनको याद करें। लोग कहें कि अमूक अधिकारी का काम करने का कोई जवाब नहीं था। इसके लिए आप लोगों से जुड़ें, उनकी नब्ज को टटोलें, उनकी भावनाओं को समझें।
    आप लोगों ने साक्षरता, परिवार कल्याण, पेयजल, ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और अंत्योदय के लक्ष्य को हासिल करने के लिए और अधिक नई सोच से और नई टैक्नोलॉजी के साथ काम करना है, सामाजिक सरोकारों की ओर विशेष ध्यान देना है।
    मुझे खुशी है कि संकल्प संस्था ने देश के लिए ऐसे ही आदर्श प्रशासनिक अधिकारी तैयार करने का बीड़ा उठाया है। मुझे बताया गया है कि अभी संकल्प के चण्डीगढ़, लुधियाना सहित देश भर में केन्द्र हैं। अभी 12 वर्षों से सिविल सर्विस परीक्षा के लिए प्रतिभागियों को च्तम.बनउ.डंपद परीक्षा के लिए पूर्णतया मार्गदर्शन मिल रहा है।
    संकल्प संस्था की कोचिंग व मागदर्शन से पांच दर्जन से भी अधिक प्रतिभागी सिविल सर्विस सेवाओं में चयनित हुए हैं। आज सम्मानित हुए इन होनहार अधिकारियों के परिवार भी यहां उपस्थित हैं। मैं आप सबको बधाई देता हूं और आप सबसे अनुरोध करता हूं कि आप इस संस्था के आदर्शों और सिद्धांतों को अपनी कार्यप्रणाली में लागू करें। आपका काम इस संस्था के मान-सम्मान को बढाएगा। मैं पुनः राजभवन में आप सबका स्वागत करते हुए आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
    जय हिन्द!